उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 17 दिसम्बर 20 (रेई) – संत पापा ने विश्व शांति दिवस के संदेश में अंतरराष्ट्रीय समुदाय एवं प्रत्येक व्यक्ति से अपील की है कि वे व्यक्ति, समुदाय और राष्ट्रों के बीच भाईचारा, न्याय और शांति के रास्ते पर चलते हुए "देखभाल की संस्कृति" को बढ़ावा दें।
संत पापा ने संदेश में एक आम, सहायक और समावेशी प्रतिबद्धता का आह्वान किया है ताकि सभी की भलाई एवं प्रतिष्ठा की रक्षा की जा सके एवं उसे बढ़ावा दिया जा सके। चिंता एवं सहानुभूति, मेल-मिलाप और चंगाई के लिए कार्य करने एवं आपसी सम्मान तथा स्वीकृति प्रकट करने की तत्परता दिखाई जा सके। शांति के रास्ते पर चलने हेतु संत पापा ने कलीसिया की सामाजिक शिक्षा का सहारा लेने की सलाह दी है।
विश्व शांति दिवस की स्थापना संत पापा पौल छटवें ने सन् 1967 में की थी। प्रथम विश्व शांति दिवस 1 जनवरी 1968 को मनाया गया था। 1 जनवरी को काथलिक कलीसिया मरियम ईश्वर की माता का महापर्व मनाती है।
ट्वीट संदेश
संत पापा फ्रांसिस ने विश्व शांति दिवस के लिए अपने संदेश को प्रकाशित करते हुए एक ट्वीट प्रेषित कर कहा, "इस साल की घटना हमें एक-दूसरे एवं सृष्टि की देखभाल करने के महत्व की सीख देती है। अतः मैंने 54वें विश्व शांति दिवस के लिए अपने संदेश की विषयवस्तु के रूप में इस वाक्य को चुना है, "शांति की यात्रा के रूप में देखभाल की संस्कृति।"