उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
संत पापा ने मध्य अमरीकी देशों के प्रति अपना सामीप्य व्यक्त करते हुए कहा, "मैं फिर से अपना सामीप्य मध्य अमरीका के लोगों के लिए व्यक्त करता हूँ जो भयंकर तूफान से प्रभावित हैं, खासकर, संत अंद्रेयस द्वीप समूह एवं संत कतालीना और साथ ही साथ, उत्तरी कोलोम्बिया। मैं उन सभी देशों के लिए प्रार्थना करता हूँ जो इस आपदा से पीड़ित हैं।"
उसके बाद, संत पापा ने विश्वासियों का अभिवादन करते हुए नये कार्डिनलों के लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया।
संयम, विवेक और सम्मान
तत्पश्चात् संत पापा ने आगमन काल की शुभकामनाएँ देते हुए कहा, "मैं आप सभी को शुभ रविवार एवं शुभ आगमन काल की यात्रा की मंगलकामनाएँ देता हूँ। हम इस कठिन परिस्थिति जिसको महामारी ने हमपर डाला है, उसमें संयम, विवेक और पड़ोसी जो जरूरतमंद हैं उनके प्रति सम्मान एवं सरलता से परिवार में छोटी प्रार्थना आदि के द्वारा अच्छाई निकालने का प्रयास करें। संयम, विवेक और सम्मान, ये तीन चीजें हमें बहुत मदद करेंगी।" संत पापा ने पुनः स्मरण दिलाते हुए कहा कि जरूरतमंद पड़ोसी पर ध्यान देना एवं परिवार में सरलता से प्रार्थना करना बहुत महत्वपूर्ण है।
और अंत में उन्होंने अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की गल कामनाएँ अर्पित की।