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अंतरधार्मिक शांति प्रार्थना सभा में संत पापा फ्राँसिस अंतरधार्मिक शांति प्रार्थना सभा में संत पापा फ्राँसिस 

‘शांति और भाईचारा’ पर संत पापा का ट्वीट संदेश

20 अक्टूबर को रोम में 34वीं अंतरधार्मिक शांति प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। इस विश्व प्रार्थना सभा में संत पापा फ्राँसिस ने भाग लिया। इसी के मद्देनजर संत पापा ने चार ट्वीट कर सभी विश्वासियों को युद्ध व संघर्ष को समाप्त करने और शांति को बढ़ावा देने हेतु काम करने के लिए प्रेरित किया।

माग्रेट सुनीता मिंज – वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 21 अक्टूबर 2020 (रेई) : रोम के अराचेली स्थित संत मरिया महागिरजाघर में शांति हेतु 34वीं अंतरधार्मिक शांति प्रार्थना सभा का आयोजन रोम के संत इजिदियो समुदाय द्वारा किया गया था। असीसी के मनोभाव में आयोजित इस की विषयवस्तु थी, "कोई भी अकेला बच नहीं सकता। शांति और भाईचारा।"  सभा में कुस्तुनतुनिया के प्राधिधर्माध्यक्ष बर्थोलोमियो प्रथम तथा यहूदी, इस्लाम और बौद्ध धर्मों के प्रतिनिधि भी भाग लिये। इस प्रार्थना सभा के मद्देनजर संत पापा ने निम्नलिखित चार ट्वीट किया।

1ला ट्वीट

ʺहमारी वर्तमान सभा धार्मिक नेताओं और सभी विश्वासियों को शांति के लिए प्रार्थना करने के लिए एक प्रोत्साहन का प्रतिनिधित्व करती है, युद्ध के लिए नहीं, लेकिन संघर्षों को समाप्त करने के लिए विश्वास की कोमल ताकत के साथ काम कर रहे हैं।ʺ #शांति और भाईचारा

2रा ट्वीट

ʺअपने आप को बचाने के लिए "सुसमाचार" मुक्ति का सुसमाचार नहीं है। यह शंकायुक्त सुसमाचार (एपोक्रिफल गॉस्पेल) का सबसे बड़ा मिथक है, जो दूसरों को क्रूस ढुलाता है। जबकि सच्चा सुसमाचार हमें दूसरों का क्रूस ढोने को कहता है।ʺ # शांति और भाईचारा

3रा ट्वीट

 ʺदुःखभोग के पहले येसु के शिष्यों ने दो तलवारों को दिखाया, तो येसु ने कहा,"बस!" (लूक 22:38) येसु का यह एक शब्द "बस!" सदियों से गूँजता रहा है और हमारे अपने समय में भी बलपूर्वक पहुंच गया है: तलवार, हथियार, हिंसा और युद्ध बस! ʺ # शांति और भाईचारा

4था ट्वीट

 ʺसभी विश्वासियों और भली इच्छा वाले पुरुषों और महिलाओं से हम कहते हैं: आइए, हम शांति के रचनात्मक कारीगर बनें, हम सामाजिक मित्रता का निर्माण करें, हम संवाद को अपनी संस्कृति बनाएं।ʺ # शांति और भाईचारा

21 अक्टूबर का ट्वीट

बुधवार 21 अक्टूबर को संत पापा फ्राँसिस ने संत पापा पॉल छठे सभागार में बुधवारीय आमदर्शन समारोह के दौरान ‘प्रार्थना’ पर धर्मशिक्षा दी। इसी के मद्देनजर संत पापा ने एक ट्वीट किया।

संदेश में उन्होंने लिखा, ʺप्रार्थना जीवन का केंद्र है। जो प्रार्थना करता है उसके लिए भाई, बहन भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं। जो लोग ईश्वर को मानते हैं, वे ईश्वर के बच्चों को भी प्यार करते हैं। जो लोग ईश्वर का सम्मान करते हैं, वे मनुष्यों का भी सम्मान करते हैं।ʺ # आमदर्शन समारोह

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21 October 2020, 14:06