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रियो दी जानेरियो में युवाओं से साथ संत पापा फ्राँसिस रियो दी जानेरियो में युवाओं से साथ संत पापा फ्राँसिस 

अर्जेंटीना के युवाओं को संत पापा का संदेश

"आप मूर्तियाँ न बनें"। उक्त बात संत पापा फ्राँसिस ने एक विडीयो संदेश में 41वीं तीर्थयात्रियों को भाग लेनेवाले अर्जेंटीना के युवाओं को सम्बोधित कर कही।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 22 सितम्बर 2020 (रेई)- संत पापा ने युवाओं को प्रोत्साहन देते हुए कहा, "आप जीवित व्यक्ति बनें, आदर्श व्यक्ति जो दुनिया को बदल डालता है। स्थिर न रहें, देवमूर्तियों के समान न हो जाएँ।" 19 सितम्बर को उत्तरी अर्जेंटीना के नेओ प्रांत में आयोजित 41वीं तीर्थयात्रा में भाग लेने वाले युवा तीर्थयात्रियों का संत पापा ने एक विडियो संदेश द्वारा अभिवादन किया। 

जीवन एक यात्रा है

कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल लोगों ने इस तीर्थयात्रा में वर्चुवल रूप से भाग लिया। संत पापा ने तीर्थयात्रियों को सम्बोधित कर कहा, "इस तीर्थयात्रा को अभूतपूर्व ढंग से किया गया है किन्तु आभासी रूप में भी आप उसी तरह भाग ले रहे हैं आप इसमें अपना दिल लगा रहे हैं एवं माता मरियम से मुलाकात करने हेतु आगे बढ़ रहे हैं। इस वर्चुवल यात्रा में मैं आपके साथ हूँ। यह नया है किन्तु एक यात्रा है।"

संत पापा ने कहा कि यह महत्वपूर्ण बात है जिसको आप कभी न भूलें कि जीवन एक यात्रा है। कठिनाइयों और "त्रुटियों" के बावजूद हरेक को रास्ते पर एक दूसरे से मुलाकात करना है। वास्तव में, हमें हमेशा उठने की कोशिश करना एवं सही रास्ते पर चलना चाहिए क्योंकि स्थिर रहने से व्यक्ति मूर्ति बनने की जोखिम में पड़ता है जैसा कि लोट की पत्नी। वह सोदोम को पीछे पलटकर देखने के कारण नमक का खम्भा बन गयी थी। अंत में, संत पापा ने युवाओं को आशीर्वाद दिया एवं कुँवारी मरियम का स्मरण दिलाया जो जानती हैं कि हमारे हृदय को सच्चा आनन्द कहाँ से प्राप्त होता  है क्योंकि वे माँ हैं और सभी की चिंता करती हैं।  

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22 September 2020, 14:52