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प्राधिधर्माध्यक्ष बर्थोलोमियो प्रथम के साथ संत पापा फ्राँसिस प्राधिधर्माध्यक्ष बर्थोलोमियो प्रथम के साथ संत पापा फ्राँसिस 

कुस्तुनतुनिया की कलीसिया को संत पापा फ्राँसिस का संदेश

संत पापा फ्रांसिस ने कुस्तुनतुनिया की ग्रीक ऑर्थोडोक्स कलीसिया के संरक्षक प्रेरित संत अंद्रेयस के पर्व दिवस पर, प्राधिधर्माध्यक्ष बर्थोलोमियो प्रथम को एक संदेश प्रेषित कर, पर्व की शुभकामनाएँ अर्पित की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 30 नवम्बर 2019 (रेई)˸ संत पापा ने संदेश में लिखा, "मैं बड़े आध्यात्मिक आनन्द और विश्वास तथा प्रेम में गहरी एकता के साथ, कुस्तुनतुनिया की कलीसिया से मिलकर आपके संरक्षक प्रेरित संत अंद्रेयस के पर्व दिवस पर प्रार्थना में शामिल होता हूँ। वे येसु द्वारा सबसे पहले बुलाये गये थे एवं संत पेत्रुस के भाई थे।"

संत अंद्रेयस के पर्व दिवस पर हर साल रोम से काथलिक कलीसिया के प्रतिनिधि इस्तम्बुल जाकर कुस्तुनतुनिया की ग्रीक ऑर्थोडोक्स कलीसिया को अपनी शुभकामनाएँ प्रकट करते हैं।   

संत पापा ने कहा, "प्रतिनिधियों के माध्यम से मैं काथलिक कलीसिया और अपनी ओर से अटूट इरादे का आश्वासन देता हूँ कि हम पूर्व एवं पश्चिम के ख्रीस्तियों के बीच पूर्ण एकता को पुनः स्थापित करने के लिए कार्य की प्रतिबद्धता जारी रखेंगे।        

इस वर्ष काथलिक कलीसिया एवं ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के बीच ईशशास्त्रीय संवाद हेतु संयुक्त अंतरराष्ट्रीय आयोग की स्थापना की 14वीं वर्षगाँठ है, जिसका उद्घाटन संयुक्त रूप से प्राधिधर्माध्यक्ष दिमित्रियोस प्रथम एवं संत पापा जॉन पौल द्वितीय द्वारा संत अंद्रेयस के पर्व दिवस पर फनार में मुलाकात के दौरान की गयी थी।

इन सालों में संयुक्त अंतरराष्ट्रीय आयोग ने कई महत्वपूर्ण कदम बढ़ायें हैं। संत पापा फ्राँसिस ने आयोग के सदस्यों के प्रति अपना हार्दिक आभार प्रकट किया। फनार में अपनी मुलाकात के दौरान संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने घोषणा की कि हमें अपने आप से यह सवाल नहीं पूछना चाहिए कि "क्या हम पूर्ण एकता स्थापित कर सकते हैं बल्कि पूछना चाहिए कि क्या हमें अलग रहने का अधिकार है।" यह सवाल हमारी कलीसियाओं को चुनौती दे रहा है और मांग भी कर रहा है कि सभी विश्वासी इसका उत्तर मनोभाव एवं व्यवहार में नवीनीकरण लाने के द्वारा दें।

संत पापा ने कहा कि काथलिकों एवं ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के बीच पुनः पूर्ण एकता स्थापित करने की चाह निश्चय ही ईशशास्त्रीय संवाद में सीमित नहीं है बल्कि इसके साथ कलीसियाई जीवन के अन्य माध्यम भी हो सकते हैं। हमारा संबंध सबसे बढ़कर आपसी सम्मान के सच्चे भाव द्वारा पोषित होता है। (रोमि 12:9). यह कार्य प्रभु येसु ख्रीस्त के शब्दों एवं उनकी इच्छा के प्रति साझा निष्ठा को दिखलाता है कि हम उनके प्रेम में एक बने रहें। यह प्रेम पवित्र आत्मा का फल है और सच्चा ख्रीस्तीय जीवन को रेखांकित करता है। जब कभी हम एक-दूसरे के लिए भाई-बहन की तरह प्रार्थना करते हैं तब हमारी एकता बढ़ती और घनिष्ट होती है।  

हमारे रिश्ते को परिपक्व होते तभी देखा जाता है, जब सभी जीवों को सुसमाचार सुनाने और बीमार लोगों को चंगा करने के लिए पुनर्जीवित मसीह के आदेश का पालन किया जाए। काथलिक और ऑर्थोडॉक्स, सुसमाचार प्रचार करने एवं जरूरतमंदों की सेवा करने हेतु एक साथ कार्य करते हैं। दोनों कलीसियाएँ पहले ही इस उत्साहजनक यात्रा को शुरू कर चुके हैं, जैसा कि हमारी संयुक्त पहलों द्वारा प्रमाणित है। मुझे विश्वास है कि स्थानीय संदर्भों में, हम सभी साझा आध्यात्मिक, प्रेरितिक, सांस्कृतिक और उदार परियोजनाओं में प्रेम और जीवन के दैनिक संवाद को मजबूत करेंगे।

संत पापा ने अंत में कहा कि प्रार्थना में प्रेरित संत अंद्रेयस के साथ संयुक्त होकर, मैं आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ अर्पित करते हुए, हमारे प्रभु ख्रीस्त का पवित्र चुम्बन प्रदान करता हूँ।  

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30 November 2019, 17:02