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विमानन प्रेरिताई में संलग्न पुरोहितों के साथ संत पापा विमानन प्रेरिताई में संलग्न पुरोहितों के साथ संत पापा 

आपकी प्रेरिताई मिशनरी भावना से प्रेरित होनी चाहिए, संत पापा

संत पापा फ्राँसिस सिविल विमानन प्रेरिताई में संलग्न पुरोहितों और प्रेरितिक कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उन्हें प्रतिबद्धता और उत्साह के साथ अपने प्रेरितिक कार्यों को आगे बढ़ाने हेतु प्रेरित किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार,10 जून 2019 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के संत क्लेमेंटीन सभागार में काथलिक हवाईअड्डों में प्रेरिताई में संलग्न पुरोहितों को संबोधित किया जो रोम में दो दिवसीय सेमिनार में भाग ले रहे हैं। यह अभिन्न मानव विकास की सेवा में "काथलिक सिविल विमानन प्रेरिताई में संलग्न पुरोहितों और हवाई अड्डे के प्रार्थनालयों के अधिकारियों का 17 वां अंतरराष्ट्रीय सेमिनार है। इसका आयोजन सतत मानव विकास को बढ़ावा देने हेतु बने परमधर्मपीठीय विभाग द्वारा किया गया है।

संत पापा ने उनसे कहा कि हर दिन लाखों लोग हवाई यात्रा करते हैं उनके बीच येसु मसीह के संदेश सुनाने और उनकी उपस्थिति का एहसास कराने के लिए आप सभी बुलाये गये हैं। चाहे वे ख्रीस्तीय हो या किसी भी धर्म को मानने वाला हो, ईश्वर के कोमल प्रेम, आशा और शांति ही शुभसंदेश है।

उपलब्धता

संत पापा ने उनकी गतिविधियों को "मुख्य रूप से उपस्थिति की उपलब्धता" के रूप में वर्णित किया, जो "ईश्वर के वर्तमान प्रेम" का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा, "आपकी गवाही और संदेश जो आप उस विशेष क्षण में लोगों के साथ संवाद करते हैं,  जीवन भर अपनी छाप छोड़ सकते हैं।"

संत पापा ने कहा कि वे यह जानकर प्रसन्न हैं कि वे समग्र मानव विकास पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं जिसमें अनेक तरह के मामले शामिल हैं। "मैं आपसे प्रतिबद्धता और उत्साह के साथ अपने प्रेरितिक कार्यों को आगे ले जाने का आग्रह करता हूँ", "आप मसीह का मनोभाव लिये हुए हजारों लोगों को देखते हैं और उनसे बातें करते हैं वे आपमें ईश्वर की उपस्थिति को महसूस कर सकें"।

अंतरिक्ष ईश्वर से मिलने का एक स्थान

उन्होंने पायलटों और केबिन क्रू के लिए प्रेरितिक देखभाल का भी आग्रह किया, साथ ही हवाई अड्डों में लोगों को प्रार्थना और संस्कारों को ग्रहण करने का अवसर प्रदान करना जिससे कि वे संस्कारों के माध्यम से ईश्वर के साथ मुलाकात कर सकें। हवाई अड्डों से हजारों प्रवासी और शरणार्थी गुजरते हैं। संत पापा ने प्रेरितिक कार्यकर्ताओं से उनकी "मानवीय गरिमा" सुनिश्चित करने की आवश्यकता और अधिकारों की "सुरक्षा" पर प्रकाश डाला।

मिशनरी भावना

संत पापा फ्राँसिस ने अंत में कहा, "मिशनरी भावना हमारी सभी गतिविधि की प्रेरणा और मार्गदर्शक होनी चाहिए", सिविल विमानन की संरक्षिका ‘लोरेटो की माता मरियम’ के संरक्षण में उन सभी को सुपुर्द करते हुए उन्हें अपना आशीर्वाद दिया।

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10 June 2019, 16:35