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प्रार्थना करते हुए संत पापा प्रार्थना करते हुए संत पापा 

ख्रीस्तीय जीवन का रास्ता

ख्रीस्तीय जीवन दो प्रकार के संबंधों पर टिका है- ईश्वर के साथ संबंध एवं पड़ोसियों के साथ संबंध। ये दोनों ही संबंध एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। प्रार्थना द्वारा हम ईश्वर के साथ संबंध जोड़ते हैं जबकि सेवा के कार्यों द्वारा लोगों के साथ हमारे संबंध को मजबूत करते हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा फ्राँसिस ने 9 अक्टूबर के  ट्वीट संदेश में ख्रीस्तियों का आह्वान करते हुए लिखा, "प्रभु के सामने मनन-ध्यान में समय व्यतीत करें तथा जहाँ तक बन पड़े दूसरों की सेवा करते हुए प्रभु की सेवा करें। मनन-ध्यान एवं सेवा ही हमारे जीवन का रास्ता है।"

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09 October 2018, 17:16