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संत मर्था के प्रार्थनालय में ख्रीस्ताग अर्पित करते संत पापा संत मर्था के प्रार्थनालय में ख्रीस्ताग अर्पित करते संत पापा  (Vatican Media)

दुनियादारी धीरे-धीरे पाप की ओर भटकाती है, संत पापा

वाटिकन स्थित प्रेरित आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए प्रवचन में संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि हमारे समय की एक बुराई है एक ऐसी स्थिति प्राप्त करना, जहाँ पाप की चेतना ही नहीं होती।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 1 फरवरी 2020 (रेई)˸ शुक्रवार को ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए प्रवचन में संत पापा ने राजा दाऊद के प्रलोभन में पड़ने पर चिंतन किया। उन्होंने कहा कि इसका मूल कारण है दुनियादारी।

पहले पाठ पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने गौर किया कि इस्राएल के राजा दाऊद ऐश-आराम की जिंदगी की ओर भटक गये थे और भूल गये थे कि वे ईश्वर द्वारा चुने गये हैं। वे एक ऐसा जीवन जीने लगे थे जिसमें गंभीर पाप करने पर भी उनका हृदय बेफिक्र था, क्योंकि दुनियादारी, पाप एवं बुराई की चेतना को छीन लेती है।

दुनियादारी

राजा दाऊद ने ऊरीया की पत्नी को अपनाने के लिए ऊरीया की हत्या करवा दी थी। उसने हत्या इसलिए करवायी थी ताकि उसकी पत्नी के साथ व्यभिचार के पाप को छिपा सके। हत्या के बाद भी दाऊद सामान्य जीवन जीता रहा और उसका हृदय शांत बना रहा।

संत पापा को इस बात से आश्चर्य हुआ कि किस तरह महान राजा दाऊद जो पवित्र थे जिन्होंने कई महान कार्य किये थे और ईश्वर के बहुत करीब थे, उसने ऐसा किया। संत पापा ने कहा कि यह रातभर में नहीं हुआ। दाऊद धीरे-धीरे फिसलता गया। उन्होंने गौर किया कि कुछ पाप क्षणिक होते हैं जैसे गुस्सा, अपमान आदि जिसपर काबू नहीं पाया जा सकता किन्तु कुछ पाप ऐसे हैं जिनमें व्यक्ति धीरे-धीरे दुनियादारी की भावना के साथ गिरता है। यह दुनिया की भावना है जो व्यक्ति को अपनी ओर खींचती तथा उसे करने के लिए प्रेरित करती है मानो कि वह सामान्य कार्य हो।  

पाप में गिरना

संत पापा मानते हैं कि हम सभी पापी हैं और पाप करने के बाद पश्चाताप करते हैं किन्तु कभी-कभी हम अपने आपको पाप में गिरने देते एवं हमें सब कुछ सामान्य लगता है उदाहरण के लिए मजदूरों को उचित वेतन नहीं देना। इसके बावजूद लोगों को अच्छा लगता है क्योंकि वे हर रविवार को मिस्सा जाते हैं और अपने आप को ख्रीस्तीय मानते हैं। वे इन सारी चीजों को एक साथ कर सकते हैं क्योंकि वे एक ऐसी स्थिति में पहुँच चुके हैं जिसमें उन्होंने पाप की चेतना को खो दिया है जो संत पापा पीयुस 12वें के अनुसार हमारे समय की बुराई है। व्यक्ति सब कुछ करता है जबकि अंत में, एक समस्या का हल वह जीवन भर करता है।

जीवन की मार

संत पापा ने कहा कि ये बातें पुरानी नहीं हैं। उन्होंने अर्जेंटीना में घटी एक हाल की घटना की याद की जिसमें कुछ युवा रग्बी खिलाड़ियों ने एक लड़ाई में अपने एक साथी को मार डाला। वे लड़के भेड़ियों के झुण्ड बन गये थे, जो युवाओं की शिक्षा और समाज पर सवाल उठाता है। संत पापा ने कहा कि पाप में इस तरह धीरे-धीरे गिरने से बचने के लिए जीवन की मार की जरूरत होती है। ईश्वर ने दाऊद को उसके पापों की गंभीरता बतलाने के लिए नबी नहेमिया को भेजा।

संत पापा ने ख्रीस्तियों से आग्रह किया कि वे अपने आध्यात्मिक जीवन पर गौर करें। "क्या मैं सचेत हूँ अथवा क्या मुझे अपनी गलती का एहसास करने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा सच्चाई बतलाये जाने की आवश्यकता होती है, मित्रों, पापमोचक, पति, पत्नी अथवा बच्चों के फटकार की आवश्यकता होती है जो मेरी सहायता करते हैं। राजा दाऊद के पतन की कहानी हमें यह महसूस दिलाये कि यह हमारे साथ भी हो सकता है और हमें सावधान रहना है। हम जिस परिस्थिति में रहते हैं उसके प्रति सचेत रहना है। संत पापा ने प्रार्थना की कि प्रभु हमारे लिए एक नबी भेज दे जो एक पड़ोसी, पुत्र, माता अथवा पिता के रूप में, हमें थप्पर मारे, जब हम उस ओर भटकने लगें, जहाँ पाप की चेतना ही समाप्त हो जाती है।  

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01 February 2020, 15:35
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