फादर ओलेह: काथलिक पुरोहित और यूक्रेनी सैनिकों के पिता
ज़ेवियर सार्त्र
ब्रोवेरी, यूक्रेन, शनिवार 16 दिसंबर 2023 : यूक्रेनी ग्रीक काथलिक पल्ली के एक उदार संस्था ‘मुद्रा स्प्रावा’ की एक वाहन, कीव के पूर्व में एक उपनगर ब्रोवेरी की सड़कों से होकर गुजरती है। गाड़ी चला रहे हैं फादर ओलेह पंचिनियाक, जो कि तीन ग्रीक काथलिक पल्लियों के पल्ली पुरोहित हैं। वे सप्ताह में दो बार ‘मुद्रा स्प्रावा’ के रसोइयों द्वारा तैयार किए गए एक हजार गर्म भोजन को नगर पालिका के पांच सामाजिक केंद्रों और पूर्व के क्षेत्रों से विस्थापित लोगों के लिए एक केंद्र में वितरित करते हैं जो रूसी सेना द्वारा कब्जा कर लिया गया।
मुस्कुराहट और हाथ मिलाने की पेशकश करते हुए, हर किसी की भलाई के बारे में पूछते हुए, विशेष रूप से बुजुर्गों की, जिनकी देखभाल सांप्रदायिक केंद्रों में 24 घंटे और हर दिन की जाती है, फादर ओलेह राजधानी के इस उपनगर में आत्माओं और शरीर की भलाई करने वाले अति महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं।
उनका गिरजाघर, हाल ही में अपार्टमेंट ब्लॉकों के बीच बनाया गया है, जैसा कि यूक्रेन में अक्सर होता है, ईश्वर का घर, सुनने और स्वागत करने का स्थान है। यह पड़ोस के निवासियों के लिए रूसी बमबारी से बचने का आश्रय स्थल भी बन गया है।
फादर ओलेह, अधिकांश ग्रीक काथलिक पुरोहितों की तरह, विवाहित हैं और उनके तीन बेटे हैं। सबसे बड़े, अंद्रेय ने अभी-अभी सेमिनरी में अपनी पढ़ाई पूरी की है। अन्य दो 24 वर्षीय जुड़वां हैं।
ओलेह यूक्रेनी सेना में एक कप्तान, ल्वीव में एक प्रशिक्षक है। दूसरे, नाज़ार को सैन्य सेवा में बुलाया गया है और वर्तमान में वह पूर्वी मोर्चे पर है।
फादर ओलेह के लिए यह हृदय विदारक है। एक ईश्वर का व्यक्ति लेकिन एक पारिवारिक व्यक्ति भी, हम उनके एक दौर के बाद ब्रोवेरी में उनके गिरजाघऱ में उनसे मिले और उन्का साक्षात्कार किया।
प्रश्न: एक पिता के रूप में आप कैसा महसूस करते हैं?
मैं एक ताज़ा अनुभव साझा करना चाहूँगा। मैं अभी-अभी अपने एक बेटे से मिलकर लौटा हूँ, जो मोर्चे पर लड़ रहा है, क्योंकि दूसरा एक कैरियर सैन्य अधिकारी है जो ल्वीव में सेवारत है।
अपने बेटे नाज़ार को देखने के लिए मोर्चे पर मेरी यात्रा का सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण वह था जब हमने अलविदा कहा। मैं देख सकता था कि मैं नरक छोड़ रहा था और वह वहीं रह रहा था।
मैं चाहता था कि यह विपरीत होता: मैं उसे कार में बिठाना चाहता था और जहां वह था वहां मैं रहना चाहता था। वह यात्रा का सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण था।
प्रश्न: एक पुरोहित के रूप में आप कैसा महसूस करते हैं?
हाल ही में, मेरे बेटे ने एक साक्षात्कार दिया और एक पिता और पुरोहित के रूप में, जब मैंने उसके शब्दों को पढ़ा तो मैं आश्चर्यचकित रह गया: "मेरे लिए, ईश्वर युद्ध से पहले थे, वह युद्ध में हैं और वह युद्ध के बाद भी वहां रहेंगे।"
जब मैंने ये शब्द पढ़ा तो मुझे लगा कि किसी ने साक्षात्कार के साथ छेड़छाड़ की होगी, लेकिन जब मैंने इसे आयोजित करने वालों से पूछा, तो उन्होंने कहा कि ये उनके प्रामाणिक शब्द थे।
नाज़ार ने मोर्चे पर एंड्री नामक एक मित्र को खो दिया। उन्होंने रिव्ने शहर में एक साथ प्रशिक्षण लिया। दरअसल, मेरे बेटे को उस मिशन में हिस्सा लेना था, जिस दौरान एंड्री मारा गया। हुआ यह कि एंड्री ने उसकी जगह ले ली और एंड्री मारा गया।
नाज़ार लगातार मुझे बुलाता है और कहता है, "पिताजी, याद रखें कि आपका एक चौथा बेटा है जिसके लिए आपको उतनी ही प्रार्थना करना होगा जितना आप हमारे लिए करते हैं।"
इसलिए मैं ईश्वर का आभारी हूँ, मैं प्रार्थना करता हूँ कि वह मेरे बेटों और उनके सभी बेटों पर नजर रखे और मैं आभारी हूँ कि वे उसे याद करते हैं।
प्रश्न: एक पुरोहित के रूप में आप क्या संदेश देते हैं?
मेरी सबसे बड़ी इच्छाओं में से एक यह है कि मेरा बेटा एक सच्चे इंसान के रूप में सामने आए। वह वहां किसी को मारने नहीं बल्कि रक्षा करने गया है।
दुर्भाग्य से, वह पहले से ही अग्रिम पंक्ति में था और उसे गोलियां चलानी पड़ीं, लोगों को गोली मारनी पड़ी। जब वह दो या तीन दिनों के लिए मुझसे मिलने आया और हम बैठे थे, तो उन्होंने कहा, "पिताजी, मैंने यह किया, मैंने किसी को गोली मार दी," और मैंने जवाब दिया, "मेरे बेटे, तुमने अपनी मां, यहां रहने वाले सभी लोग और हमारे देश का ख्याल रखा। "
इसलिए, मेरी सबसे बड़ी इच्छा यह है कि ये बच्चे इंसान बनकर लौटें, जैसे मैंने उन्हें युद्ध से पहले सिखाया था।
पंद्रह दिन पहले, हमने मेरी पत्नी का 50वां जन्मदिन मनाया। हम कोई पार्टी नहीं करना चाहते थे। उससे पहले, नाज़ार ने फोन किया और कहा, "माँ, मैं चाहता हूँ कि आप एक पार्टी रखें क्योंकि मैं युद्ध में आया हूँ, ताकि आप खुश रह सकें।"
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