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निकारागुआ के विश्वासी प्रार्थना करते हुए निकारागुआ के विश्वासी प्रार्थना करते हुए  (AFP or licensors)

निकारागुआ: एक और धर्माध्यक्ष गिरफ्तार

निकारागुआन पुलिस ने सिउना के धर्माध्यक्ष इसिदोरो देल कारमेन मोरा ओर्टेगा को गिरफ्तार कर लिया, क्योंकि उन्होंने माटागाल्पा के धर्माध्यक्ष रोलांडो अल्वारेज़ के लिए सार्वजनिक रूप से प्रार्थना की, जिन्हें बिना किसी मुकदमे के 26 साल जेल की सजा सुनाई गई थी।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, शनिवार 23 दिसंबर 2023 : बुधवार, 20 दिसंबर को, निकारागुआ की पुलिस ने सिउना धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष इसिदोरो देल कारमेन मोरा ओर्टेगा को गिरफ्तार कर लिया। एस्टेली के प्रेरितिक प्रशासक और माटागल्पा के धर्माध्यक्ष रोलांडो जोस अल्वारेज़ लागोस के बाद वह देश में हिरासत में लिये गए दूसरे धर्माध्यक्ष हैं।

धर्माध्यक्ष अल्वारेज़ को साजिश करने, झूठी खबरें फैलाने, न्याय में बाधा डालने और अधिकारियों की अवमानना ​​के आरोप में अगस्त 2022 से घर में नजरबंद रहने के बाद फरवरी 2023 से जेल में डाल दिया गया।

रिपोर्टों के अनुसार, धर्माध्यक्ष मोरा को पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने रोक दिया था "जब वे ला क्रूज़ डी रियो ग्रांडे पल्ली में दृढ़ीकरण संस्कार का पवित्र मिस्सा समारोह मनाने के लिए जा रहे थे।"

उनके साथ, "सेमिनारियन एलेस्टर सैन्ज़ और टोनी पलासियो को भी गिरफ्तार किया गया था।" फिलहाल तीनों लोगों का पता नहीं चल पाया है।

धर्माध्यक्ष अल्वारेज़ के लिए प्रार्थना करने के बाद गिरफ्तार 

निकारागुआ के स्वतंत्र प्रेस ने चर्च के सूत्रों का हवाला देते हुए सुझाव दिया है कि धर्माध्यक्ष मोरा की गिरफ्तारी 20 दिसंबर को प्रेरित संत पेत्रुस महागिरजाघऱ में दिए गए उपदेश से जुड़ी है।

उस अवसर पर, धर्माध्यक्ष मोरा ने बताया कि निकारागुआ धर्माध्यक्षीय सम्मेलन धर्माध्यक्ष अल्वारेज़ के लिए प्रार्थना करना जारी रखती है।

धर्माध्यक्ष मोरा ने कहा, "हम प्रिय माटागल्पा धर्मप्रांत के लिए प्रार्थना में एकजुट रहेंगे।" "हम धर्माध्यक्ष रोलांडो और आप में से प्रत्येक के लिए प्रार्थना करते हैं।"

फिर उन्होंने निष्कर्ष निकाला, "हम प्रार्थना, एकता, विश्वास, प्रेम और कोमलता में एकजुट हैं।"

एक देश जो कानून के शासन से दूर जा रहा है

हाल के दिनों में, मानवाधिकार के लिए संयुक्त राष्ट्र के उप उच्चायुक्त, नादा अल-नाशिफ ने कहा कि निकारागुआ कानून के शासन से, विशेष रूप से "मौलिक स्वतंत्रता से" और भी दूर जा रहा है, जिससे लोगों की तकलीफें बढ़ रही हैं, जिससे पलायन को बढ़ावा मिल रहा है। यह युवाओं और लोकतांत्रिक संस्थानों के भविष्य को कमजोर कर रहा है।"

उन्होंने निंदा की कि मानागुआ में अधिकारी "उन लोगों पर अत्याचार कर रहे हैं जो सार्वजनिक क्षेत्र में वैकल्पिक दृष्टिकोण के साथ योगदान दे सकते हैं, जैसे कि राजनीतिक और स्वदेशी नेता, काथलिक कलीसिया के सदस्य, कार्यकर्ता और पत्रकार।"

इस संदर्भ में, उन्होंने जोर दिया, "सार्वजनिक स्थान पर प्रतिबंध जारी है, अपनी मौलिक स्वतंत्रता का प्रयोग करने वालों के खिलाफ मनमाने ढंग से हिरासत के बार-बार मामले सामने आ रहे हैं।"

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23 December 2023, 14:53