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बेथलेहेम का महागिरजाघर बेथलेहेम का महागिरजाघर  (AFP or licensors)

येरूसालेम में युद्ध के बीच क्रिसमस अभी भी आशा जगाता है

अपने वार्षिक क्रिसमस संदेश में, येरूसालेम में कलीसियाओं के प्राधिधर्माध्यक्षों और प्रमुखों ने याद दिलाया कि ईसा मसीह का जन्म स्वयं भारी पीड़ा के बीच हुआ था और वे ख्रीस्तियों और सभी भली इच्छा वाले लोगों से पवित्र भूमि में न्यायपूर्ण शांति की दिशा में अथक प्रयास करने का आग्रह करते हैं।

वाटिकन न्यूज

येरुसालेम, शनिवार 23 दिसंबर 2023 : जैसे-जैसे क्रिसमस नजदीक आ रहा है, येरूसालेम में कलीसियाओं के प्राधिधर्माध्यक्षों और प्रमुखों ने एक बार फिर पवित्र भूमि को तबाह करने वाले युद्ध की "भयावहता" को तत्काल समाप्त करने का आह्वान किया है।

अकल्पनीय पीड़ा

21 दिसंबर को जारी एक क्रिसमस संदेश में, कलीसिया के नेताओं ने संघर्ष के कारण हुई "अकल्पनीय पीड़ा" की निंदा की, जिसने पूरे क्षेत्र में "अनगिनत परिवारों के लिए दुख और गमगीन दुःख" लाया है।

“ऐसी गंभीर परिस्थितियों के बीच फंसे लोगों के लिए, आशा दूर और पहुंच से परे लगती है। फिर भी यह ऐसी दुनिया में जहां हमें आशा देने के लिए हमारे ईश्वर ने स्वयं जन्म लिया था,'' येरूसालेम में कलीसिया के नेताओं ने पवित्र परिवार द्वारा बचने के लिए मिस्र भागने की स्थिति को याद करते हुए कहा।

उन्होंने कहा, "यहां, हमें याद रखना चाहिए कि पहले क्रिसमस के दौरान, स्थिति आज से बहुत दूर नहीं थी।" "इस प्रकार, धन्य कुँवारी मरिया और संत जोसेफ को अपने बेटे के जन्म के लिए जगह ढूंढने में कठिनाई हुई। बच्चों की हत्या हुई। सैन्य कब्ज़ा था। और पवित्र परिवार शरणार्थियों के रूप में विस्थापित हो रहा था। बाहरी तौर पर, प्रभु येसु के जन्म के अलावा उत्सव के लिए अन्य कोई कारण नहीं था।"

ईसा मसीह का जन्म आशा और शांति का संदेश देता है

उन्होंने टिप्पणी की, "यह आशा और शांति का दिव्य संदेश है जो ईसा मसीह का जन्म हमें पीड़ा के बीच भी प्रेरित करता है।" “क्योंकि मसीह स्वयं बड़े कष्टों के बीच पैदा हुआ और जीवन बिताया। वास्तव में, उन्होंने हमारे लिए क्रूस पर मृत्यु तक कष्ट सहा, ताकि अंधकार को दूर करते हुए आशा की रोशनी दुनिया में चमक सके।''

इसी तरह, संदेश पवित्र भूमि और दुनिया भर में विश्वासियों को "ईश्वर की कृपा पाने के लिए आमंत्रित करता है ताकि हम न्याय, दया और शांति के रास्ते पर एक-दूसरे के साथ चलना सीख सकें।"

अंत में, येरूसालेम में कलीसियाओं के प्राधिधर्माध्यक्षों और प्रमुखों ने ख्रीस्तियों और सभी सद्भावना रखने वालों से "पीड़ितों की राहत के लिए और इस भूमि में एक न्यायपूर्ण और स्थायी शांति की दिशा में अथक प्रयास करने का आह्वान किया जो एकेश्वरवादी तीन धर्मों के लिए समान रूप से पवित्र है।"

जॉर्डन के राजा ने संकट पर ख्रीस्तीय और मुस्लिम नेताओं से मुलाकात की

जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला की बुधवार को येरूसालेम और जॉर्डन के ख्रीस्तीय और मुस्लिम धार्मिक नेताओं के साथ हुई बैठक में इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध और गाजा में मानवीय संकट पर ध्यान केंद्रित किया गया।

अपने संबोधन में, हाशमाइट राजा ने गाजा में विनाशकारी मानवीय स्थिति के परिणामों की चेतावनी दी, साथ ही वेस्ट बैंक और येरूसालेम में बढ़ते तनाव की ओर भी ध्यान आकर्षित किया और शहर में इस्लामी और ख्रीस्तीय पवित्र स्थलों की रक्षा के लिए एकजुट होने की आवश्यकता को दोहराया।

इसके अतिरिक्त, उन्होंने उन बाधाओं के बारे में चेतावनी दी जो ख्रीस्तियों को बेथलहेम में क्रिसमस मिस्सा समारोह में भाग लेने से रोक सकती हैं, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जॉर्डन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ विश्वासियों के लिए पहुंच सुनिश्चित करने हेतु काम करेगा। जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला ने गाजा में पूजा स्थलों को निशाना बनाने पर कड़ी निंदा की, यह देखते हुए कि कई लोगों ने इन स्थानों पर शरण ली है और उन्हें सहायता की आवश्यकता है।

उन्होंने दोहराया कि किसी भी संघर्षविराम के लिए युद्धविराम अवश्य होना चाहिए और दो-राज्य समाधान के आधार पर फिलिस्तीनी मुद्दे का समाधान खोजने के लिए बातचीत की मेज पर लौटना चाहिए, जो अंतरराष्ट्रीय सर्वसम्मति से समर्थित है।

कोई भी सैन्य समाधान स्थायी शांति नहीं ला सकता

बैठक में भाग लेने वालों में प्राधिधर्माध्यक्ष पियरबतिस्ता पिज़्ज़ाबाल्ला भी शामिल थे। येरुसालेम के लैटिन प्राधिधर्माध्यक्ष ने गाजा में युद्ध को समाप्त करने में जॉर्डन की कूटनीतिक भूमिका की सराहना की।

उन्होंने कहा, "हम एक साथ मिलकर, हर संभव तरीके से, दुनिया और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सामने सच्चाई का दावा करना चाहते हैं, ताकि युद्ध को तुरंत रोका जा सके।" उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को गाजा और फिलिस्तीनियों के भविष्य के लिए एक नया और यथार्थवादी परिप्रेक्ष्य खोजने में मदद करने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया।

प्राधिधर्माध्यक्ष पिज़्ज़ाबाल्ला ने पवित्र शहर के बहु-धार्मिक और बहु-सांस्कृतिक चरित्र और 'यथास्थिति' को संरक्षित करने में मदद करने में हाशमाइट साम्राज्य द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला।

उनके शब्दों को बैठक में मौजूद येरूसालेम के ग्रीक ऑर्थोडॉक्स प्राधिधर्माध्यक्ष थियोफिलोस तृतीय ने भी दोहराया, जिन्होंने चेतावनी दी कि कोई भी सैन्य समाधान मध्य पूर्व में शांति नहीं ला सकता है।

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23 December 2023, 15:03