अबू धाबी: अरब शहीदों की जयंती के लिए पवित्र द्वार खोला गया
वाटिकन न्यूज
अबु धाबी, शुक्रवार 10 नवम्बर 2023 : जैसे ही अरब प्रायद्वीप में कलीसिया ने अरब के शहीदों (523-2023) की 1,500वीं वर्षगांठ के लिए पवित्र वर्ष शुरू किया, दो पवित्र द्वारों में से एक पवित्र द्वार संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी 'अबू धाबी में संत जोसेफ महागिरजाघऱ में गुरुवार शाम को पवित्र मिस्सा के दौरान में खोला गया।
दक्षिणी अरब के प्रेरितिक विकार, धर्माध्यक्ष पावलो मार्टिनेली, ओएफएम कैप., ने इस अवसर पर उत्तरी और दक्षिणी अरब के अपोस्टोलिक विकारियेट्स में घोषित असाधारण जयंती के हिस्से के रूप में पवित्र मिस्सा समारोह की अध्यक्षता की।
मिस्सा के दौरान, धर्माध्यक्ष मार्टिनेली ने महागिरजाघर का पवित्र द्वार खोला, जहां संत पापा फ्राँसिस ने फरवरी 2019 में अबू धाबी की अपनी यात्रा के दौरान एक निजी यात्रा की थी।
अंतरधार्मिक वार्ता के लिए बने विभाग के प्रीफेक्ट कार्डिनल मिगुएल एंजेल अयुसो गुइक्सोट इन दिनों कोप28 के मद्देनजर वैश्विक धार्मिक नेताओं के शीर्ष सम्मेलन के लिए अबू धाबी में मौजूद थे और संयुक्त अरब अमीरात के प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष क्रिस्टोफ जाखिया एल-कासिस ने मिस्सा समारोह में भाग लिया।
उत्तरी अरब के प्रेरितिक विकार धर्माध्यक्ष एल्डो बेरार्डी ने क्षेत्र में ख्रीस्तीय धर्म की प्राचीन जड़ों को याद करते हुए उपदेश दिया। उन्होंने कहा, जब आधुनिक ख्रीस्तीय पहली बार खाड़ी क्षेत्र में आए, तो उन्होंने सोचा कि ख्रीस्तीय धर्म उनके साथ आया और तेल की खोज हुई।
धर्माध्यक्ष बेरार्डी ने कहा, "फिर एक दिन, अप्रत्याशित रूप से, पुरातत्वविदों को चट्टानों और रेगिस्तानों में मठों, गिरजाघरों और क्रूस के अवशेष मिले।" "इसलिए, हम कोई नई कलीसिया नहीं हैं। हम उस कलीसिया की निरंतरता हैं।"
उन्होंने याद दिलाया कि इस क्षेत्र में प्राचीन ख्रीस्तियों का जीवन आसान नहीं था और ईश्वर के प्रति उनके प्रेम के कारण उन्हें विभिन्न उत्पीड़न का सामना करना पड़ा था। हालाँकि आधुनिक ख्रीस्तीय खाड़ी में धर्मांतरण नहीं कर सकते, उन्होंने कहा, "हमें हर दिन येसु के गवाह के रूप में रहना चाहिए: हमारे दैनिक जीवन में, हमारे काम में, हमारे परिवार में, हमारी ईमानदारी में, हमारे जीवन में निरंतरता और दूसरों के साथ हमारे संबंधों में।"
धर्माध्यक्ष बेरार्डी ने यह कहते प्रवचन को विराम दिया, "यह हमारा आधुनिक परीक्षण है: जीवन और प्रेम में गवाह बनना।"
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