स्पानी धर्माध्यक्षों ने दुर्व्यवहार के लिए माफ़ी मांगी
वाटिकन न्यूज़
मैड्रिड, बुधवार, 1 नवम्बर 2023 : "गैबिलोंडो रिपोर्ट" लोकपाल एंजेल गैबिलोंडो द्वारा की गई जांच का परिणाम है, और इसे शुक्रवार, 27 अक्टूबर को स्पेनिश कांग्रेस ऑफ डेप्युटीज़ में प्रस्तुत किया गया था। रिपोर्ट में 8,000 फ़ोन और ऑनलाइन प्रतिक्रियाओं पर आधारित एक सर्वेक्षण शामिल है। सर्वेक्षण में पाया गया कि पूछताछ करने वाले 1.13% स्पेनिश वयस्कों ने कहा कि बचपन में उनके साथ पुरोहितों या कलीसिया के लोकधर्मियों द्वारा दुर्व्यवहार किया गया था।
कुछ स्पानिश मीडिया ने आंकड़ों का अनुमान लगाते हुए कहा है कि अगर इस प्रतिशत को पूरी स्पानिश आबादी पर लागू किया जाए तो इसका मतलब होगा कि हाल के दशकों में पुरोहितों, धर्मसंघियों और लोकधर्मियों द्वारा लगभग 440,000 नाबालिगों का यौन शोषण किया गया।
लोकपाल ने कहा, “यह स्वीकार करते हुए कि स्पेन में कलीसिया ने पुरोहितों द्वारा दुर्व्यवहार और उसे छिपाने दोनों को संबोधित करने के लिए जो कदम उठाए, वे पर्याप्त नहीं थे।”
क्षतिपूर्ति और रोकथाम के लिए कार्य करने की प्रतिबद्धता
मैड्रिड में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, सीईई के अध्यक्ष, बार्सेलोना के कार्डिनल जुआन जोस ओमेला के साथ महासचिव धर्माध्यक्ष फ्रांसिस्को चेसर गार्सिया मैगन ने कहा कि सोमवार को सभा में भाग लेने वाले 88 धर्माध्यक्षों ने कलीसिया के कुछ सदस्यों द्वारा किए गए नुकसान के लिए अपना दर्द व्यक्त किया और पीड़ितों से क्षमा मांगने के अपने अनुरोध को दोहराया।
उन्होंने पीड़ितों की व्यापक क्षतिपूर्ति, उनका समर्थन करने और उनकी सुरक्षा के मार्ग को गहरा करने और सबसे ऊपर, दुर्व्यवहार की रोकथाम पर एक साथ काम करना जारी रखने की अपनी इच्छा की पुष्टि की।
मीडिया द्वारा बताए गए आंकड़े "सच नहीं"
हालाँकि, सीईई उस आधिकारिक रिपोर्ट की मीडिया व्याख्याओं को खारिज करता है जिसमें कलीसिया से जुड़े पीड़ितों की संख्या सैकड़ों हजारों में बताई गई है।
एक बयान में कहा गया, "यह संख्या सच नहीं है और न ही यह पुरोहितों और धर्मसंघियों के समूह का प्रतिनिधित्व करती है जो राज्य की सेवा में निष्ठापूर्वक अपने जीवन के समर्पण के साथ काम करते हैं।"
यौन शोषण में पूरा समाज शामिल है
कलीसिया की जिम्मेदारियों के साथ-साथ, लोकपाल का अध्ययन समस्या का एक सामान्य दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है जो कलीसिया से परे जाता है। नाबालिगों का यौन शोषण एक सामाजिक समस्या है जिसका जवाब देना सभी सार्वजनिक संस्थानों और निजी कंपनियों का कर्तव्य है।
स्पानी धर्माध्यक्षों ने न केवल कलीसिया में बल्कि पूरे समाज में यौन शोषण को खत्म करने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा, " यौन दुर्व्यवहार का एक भी मामला असहनीय है।"
धर्माध्यक्ष फ्रांसिस्को चेसर गार्सिया मैगन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे स्पष्ट किया कि "सभी पुरोहितों और धर्मसंघियों पर अंधेरे और संदेह की छाया फैलाना अनुचित और गलत है।" उन्होंने याद किया कि "हमारे अधिकांश पुरोहित और धर्मसंघी ईमानदारी और निस्वार्थ भाव से काम कर रहे हैं, दोनों पल्लियों और समुदायों में लोगों की सेवा कर रहे हैं, साथ ही देश के सबसे दूरदराज के इलाकों में सभी जरूरतमंद लोगों की सेवा कर रहे हैं।"
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