फादर पैटन : गज़ा पर अंधाधुंध बमबारी बंद करो, जीवन पवित्र है
वाटिकन न्यूज
पवित्र भूमि, मंगलवार, 14 नवंबर 2023 (रेई) : फादर फ्रांसिस्को पैटन ने कहा है कि “गाजा में नागरिकों पर बमबारी को रोकने के लिए सभी को सहयोग करना चाहिए। हमें जातीयता, धर्म और व्यक्तिगत स्थिति की परवाह किए बिना मानव व्यक्ति को फिर से पवित्र मानना शुरू करना चाहिए।”
जब गज़ा में मानवीय संकट खतरनाक रूप से बिगड़ता जा रहा है, नवजात शिशुओं सहित हजारों लोग मारे गए और घायल हुए हैं, पवित्र भूमि के संरक्षक, फादर फ्रांसेस्को पैटन ने पट्टी पर अंधाधुंध बमबारी को समाप्त करने के लिए अपनी दलील दोहराई है।
इटालियन फ्रांसिस्कन फादर ने पवित्र भूमि के संघों के 16वें दिवस में भाग लिया, जो 11 नवंबर को रोम में परमधर्मपीठीय एंटोनियानुम यूनिवर्सिटी में सम्पन्न हुआ। सभा, जिसको हर साल आयोजित की जाती है, पवित्र भूमि में परियोजनाओं पर काम करनेवाले स्वयंसेवकों के संघों को एक साथ लाती है।
यहूदियों, ख्रीस्तीय और मुसलमानों सभी के लिए मानव जीवन पवित्र
कार्यक्रम के मौके पर वाटिकन न्यूज के तित्सियाना कैंपिसी को दिए गए एक साक्षात्कार में फादर पैटन ने मानव जीवन को बचाने और संरक्षित करने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया, जिसे उन्होंने याद किया कि यहूदियों, ख्रीस्तीयों और मुसलमानों सभी के लिए पवित्र है।
“यहूदियों और ईसाइयों के लिए, मनुष्य ईश्वर की छवि और प्रतिरूप है; मुसलमानों के लिए, कुरान के अनुसार, मनुष्य ईश्वर का खलीफा है, पृथ्वी पर ईश्वर का प्रतिनिधि है। इसलिए, तीनों धर्मों के विश्वासियों का मानव व्यक्ति के मूल्य और गरिमा के बारे में बहुत उच्च विचार है।
पूजा स्थलों का सम्मान किया जाना चाहिए
गज़ा में बमबारी झेल रहे छोटे ख्रीस्तीय समुदाय की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर, जिनमें से अधिकांश वर्तमान में हॉली फामिली (पवित्र परिवार) के रोमन काथलिक गिरजाघर में शरण लिए हुए हैं, फादर पैटन ने आशा व्यक्त की कि "कम से कम पूजा स्थलों का सम्मान किया जाएगा" और गज़ा में ख्रीस्तीय इस अत्यंत कठिन क्षण से उबर सकेंगे।
साक्षात्कार में, फादर ने पवित्र भूमि में स्वयंसेवकों की उपस्थिति के महत्व पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा, “क्योंकि वे दुनिया और पवित्र भूमि के बीच पुल बनाने में योगदान देते हैं, न केवल ख्रीस्तीयों के साथ बल्कि इजरायली और फिलिस्तीनी समुदायों के साथ भी।”
पवित्र भूमि से ख्रीस्तियों के पलायन की चिंता
उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए, उन्हें डर है कि एक बार युद्ध समाप्त होने के बाद, पवित्र भूमि से संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और यूरोप में ख्रीस्तियों का एक नया पलायन होगा।
उन्होंने बताया, "कई लोग अब सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं, खासकर, वे जिनके परिवार हैं जो नहीं चाहते कि उनके बच्चे नफरत के माहौल में बड़े हों, जहाँ विभिन्न जातीय और धार्मिक पृष्ठभूमि के लोगों के बीच कोई पारस्परिक स्वीकृति नहीं है।"
हालाँकि, फादर पैटन ने कहा की कि ख्रीस्तीयों का रहना महत्वपूर्ण है: "ख्रीस्तीयों को गहराई से आश्वस्त होना चाहिए कि पवित्र भूमि और पूरे मध्य पूर्व में ख्रीस्तीय होना एक विशेष बुलाहट है, एक प्रकार का बुलावा है, न कि अभिशाप," उन्होंने कहा, फिलिस्तीनियों और इजरायलियों के बीच पुल के रूप में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है, क्योंकि उन्हें दोनों तरफ से खतरनाक नहीं माना जाता है।
उन्होंने कहा, "अगर वे चले गए," "सह-अस्तित्व की जगह और कम हो जाएगी।"
"हम हमेशा रुके थे, तब भी जब कोई तीर्थयात्री नहीं थे, और हम जानते हैं कि उन स्थानों पर रहना और उन स्थानों पर प्रार्थना करना महत्वपूर्ण है क्योंकि वे हमारी मुक्ति के रहस्य को याद करते हैं। मुक्ति एक नाटकीय घटना है, पार्क में टहलना नहीं; यह कुछ ऐसा है जिसके कारण हमारे प्रभु येसु मसीह को अपनी जान गंवानी पड़ी। और परिणामस्वरूप, हमें कठिनाइयों के बीच भी, शिष्यों के रूप में उनका अनुसरण करने के लिए बुलाया जाता है।”
हम सभी को मानव व्यक्ति के मूल्य पर फिर से विचार करना शुरू करना चाहिए, फा. पैटन ने साक्षात्कार का समापन नागरिकों की पीड़ा को समाप्त करने की जोरदार अपील के साथ किया।
उन्होंने कहा, “हम सभी को मानव व्यक्ति के मूल्य और गरिमा पर फिर से विचार करना शुरू करना चाहिए। यह मानवता विरोधी और आतंकवादी विचारधाराओं को बढ़ावा देने से बचना है।”
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