भारत के प्रेरितिक राजदूत करेंगे संत मिखाएल तीर्थस्थल का प्रतिष्ठापन
सिस्टर प्रशांति मडापती, एससीएन
भारत, बृहस्पतिवार, 14 सितम्बर 2023 (रेई) : पेडावडलापुडी में संत मिखाएल गिरजाघर, रोमन काथलिक विश्वासियों की सेवा के 80वें साल की याद करेगा। गिरजाघर दक्षिणी भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में गुंटूर धर्मप्रांत का हिस्सा है।
इस गिरजाघर का अस्तित्व 1902 से ही है जो निकट की एक पल्ली के अंतर्गत मिशन स्टेशन था। प्रारंभिक दिनों में, श्रद्धालु मिस्सा बलिदान के लिए एक छोटी सी झोपड़ी में एकत्रित होते थे।
उसके बाद 1940 में मिशन को पल्ली का दर्जा मिला और यह संत मिखाएल गिरजाघर कहा जाने लगा। जब पल्ली में विश्वासियों की संख्या बढ़ने लगी तब 1942 में गिरजाघर की नींव डाली गई।
पल्ली को विश्वासियों का घर बनाने के लिए कई पुरोहितों एवं धर्मसमाजियों ने अथक परिश्रम किया। गिरजाघर ने अपनी स्वर्ण जयन्ती 2016 में मनाया। इस समय संत मिखाएल गिरजाघर 4,000 विश्वासियों की सेवा में समर्पित है।
वहाँ पल्ली के क्रिया-कलापों के साथ-साथ, तीन स्कूल और एक अनाथालय हैं। पल्ली के 16 मिशन स्टेशन हैं, हालाँकि दो को पल्ली का दर्जा मिल गया है।
नये गिरजाघर की पहल
अपने ऐतिहासिक महत्व के बावजूद, संत मिखाएल गिरजागर में उल्लेखनीय सुविधाओं का अभाव था। यह धर्मप्रांत का एकमात्र गिरजाघर है जिसका नाम संत मिखाएल के नाम पर रखा गया है।
चूँकि 1942 में निर्मित चर्च भवन को व्यापक मरम्मत की आवश्यकता थी, उस समय के पल्ली पुरोहित फादर किरण कुमार वुनम ने पेडावड्लापुडी में संत मिखाएल को समर्पित एक अंतरराष्ट्रीय मंदिर के निर्माण के सपने को पूरा करने के लिए अथक प्रयास किया।
धर्माध्यक्ष से बातचीत के बाद फादर किरण कुमार वूनम ने स्थानीय पल्लीवासियों की मदद से काम करना शुरू किया।
गुंटूर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष भाग्यैया चिन्नाबाथिनी ने 2018 में नए गिरजाघर की नींव डाली। जिसके बाद फादर किरण के अंतर्राष्ट्रीय धन उगाहने के प्रयासों से, छोटा काथलिक समुदाय दुनिया के कई हिस्सों में प्रसिद्ध हो गया।
वाटिकन के साथ एक साक्षात्कार में फादर किरण ने कहा, “धर्माध्यक्ष चिन्नाबाथिनी पल्ली में एक तीर्थस्थल बनाने के विचार के मूल स्रोत हैं। अपने प्रस्तावों के साथ, उन्होंने धर्मप्रांत में संत मिखाएल को समर्पित भव्य गिरजाघर के निर्माण के हर चरण में हमारा मार्गदर्शन किया। गिरजाघर की समृद्धि के समर्थन में किए गए प्रयासों के लिए कलीसिया के विश्वासी हमेशा धर्माध्यक्ष के प्रति आभारी हैं।”
संत मिखाएल तीर्थस्थल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है।
प्रेरितिक राजदूत नये गिरजाघर का प्रतिष्ठापन
18 सितंबर 2023 को, भारत के प्रेरितिक राजदूत, महाधर्माध्यक्ष लियोपोल्दो जिरेली, संत मिखाएल गिरजाघर का प्रतिष्ठापन करेंगे और उसे आशीष देंगे। इस समारोह में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के धर्माध्यक्ष भी शामिल होंगे।
गुंटूर धर्मप्रांत के उत्सव में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्यों के 13 धर्माध्यक्ष और पुरोहित, धर्मसमाजी एवं विश्वासी प्रेरितिक राजदूत का स्वागत करने के लिए बड़ी उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं।
संत मिखाएल गिरजाघर के पल्ली पुरोहित फादर नल्लापती शौरी ने वाटिकन न्यूज से बातें करते हुए स्थानीय कलीसिया के जीवन में इस अवसर के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, "मैं इस ऐतिहासिक क्षण में यहाँ इस पल्ली और गुंटूर धर्मप्रांत में रहकर सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूँ।" मैंने गिरजाघर के निर्माण में कठिनाईयाँ और समस्याएँ देखी हैं। मेरा हृदय ईश्वर के प्रति उनकी कृपाओं के लिए कृतज्ञता से पूर्ण है और उन सभी लोगों के प्रति भी आभारी है जिन्होंने इस गिरजाघर के निर्माण में परिश्रम किया है। मुझे विश्वास है कि जो कोई भी इस स्थान पर विश्राम की तलाश में आयेगा उसे ईश्वर की उपस्थिति का अनुभव होगा। संत मिखाएल हमारे धर्मप्रांत, पल्ली और परिवारों की रक्षा करे।”
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