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पाकिस्तान के ख्रीस्तीय हिंसक हमले का विरोध करते हुए पाकिस्तान के ख्रीस्तीय हिंसक हमले का विरोध करते हुए  (ANSA)

पाकिस्तान : धर्मगरूओं ने हिंसा प्रभावित ख्रीस्तीय परिवारों का दौरा किया

लाहौर के महाधर्माध्यक्ष और राजनीतिक नेताओं ने जरानवाला के ख्रीस्तीय समुदाय का दौरा कर, हिंसा प्रभावित परिवारों को सांत्वना दी। 16 अगस्त को ईशनिंदा के आरोप में कई ख्रीस्तीय गिरजाघरों और घरों को जला दिया गया।

वाटिकन न्यूज

पाकिस्तान, बृहस्पतिवार, 24 अगस्त 23 (रेई) : लाहौर के महाधर्माध्यक्ष सेबास्तियन शॉ ने मुस्लिम नेताओं और पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर के साथ मिलकर, हमलों के बाद एकजुटता और सांत्वना व्यक्त करने के लिए फैसलाबाद के औद्योगिक जिला जरानवाला के ख्रीस्तीय परिवारों का दौरा किया। 16 अगस्त को एक कथित ईशनिंदा के आरोप में हमले की शुरूआत हुई थी।

ख्रीस्तीयों के खिलाफ हिंसा तब भड़क उठी थी जब ख्रीस्तीय समुदाय के क्षेत्र में कुछ लोगों ने कुरान के पन्नों पर ईशनिंदक शब्दों को लिखा पाया था।    

सांत्वना एवं एकात्मता

ख्रीस्तीय परिवारों से मुलाकात करने के दौरान महाधर्माध्यक्ष शॉ ने विस्थापित लोगों की बातें सुनी और उनके साथ प्रार्थना की। सबसे बढ़कर मुलाकात के द्वारा सामीप्य व्यक्त किया, जहाँ मुस्लिम नेताओं को भी देखा गया, जिन्होंने शुरू से ही हिंसक कृत्य की निंदा की तथा प्रभावित लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए उनके लिए प्रार्थनाएँ चढ़ायीं।   

महाधर्माध्यक्ष शॉ ने कहा, “हमने जो देखा वह भयानक तबाही है, लोग हैरान और हताश हैं, उनके पास कुछ भी नहीं बचा है। महाधर्माध्यक्ष शॉ ने पुष्टि दी कि "यह हम पर निर्भर है कि हम येसु के प्रेम के गवाह बनकर थोड़ी सांत्वना लाएँ।"

उन्होंने बतलाया कि लोगों को मनोवैज्ञानिक एवं भौतिक सहायता की जरूरत है। भौतिक सहायता की व्यवस्था कारितास और विभिन्न धार्मिक समुदायों के स्वयंसेवकों के साथ की जाएगी।

महाधर्माध्यक्ष ने कहा, “मैंने ख्रीस्तीयों से कहा कि इस दुःख में वे अकेले नहीं हैं, येसु उनके बगल में हैं और हम भी उनके साथ हैं, हम उनकी देखभाल करेंगे।”

“हम आपके साथ हैं”

जरानवाला समुदाय जहाँ विभिन्न धर्मों और मुस्लिम समुदाय के पूजा स्थल भी मौजूद हैं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अनवार उल हक ककार ने स्थल का दौरा किया।

उन्होंने कहा, “हम आपके साथ हैं, हम बेजुबान लोगों की आवाज बनेंगे। हम कानून लागू करेंगे, और आप पाएंगे कि राज्य और समाज न केवल मौखिक रूप से बल्कि मूर्त और सार्थक भावों से आपके साथ खड़े होंगे।"

प्रधानमंत्री ने उन ख्रीस्तीयों में से प्रत्येक को 20 लाख रुपये के चेक भी वितरित किए, जिनके घर हिंसा के दौरान नष्ट हो गए हैं।

अंतरधार्मिक संवाद की भूमिका, जिसको मुस्लिम नेताओं के दौरे के द्वारा जोर दिया गया, अंतर्राष्ट्रीय संघ “शांति के लिए धर्मों” के द्वारा सुदृढ़ किया गया, अपील की कि "दुनिया भर के विश्वव्यापी और अंतरधार्मिक साझेदार सभी प्रकार की हिंसा और उत्पीड़न को 'नहीं' कहें और पाकिस्तान में प्रार्थना एवं न्याय और शांति का निर्माण जारी रखें।"

हिंसा का प्रभाव

वाटिकन न्यूज से बातें करते हुए शहीद ख्रीस्तीय शहबाज भट्टी के भाई पौल भट्टी ने हमले के एक दिन बाद कहा, “यह अत्यन्त दुखद है क्योंकि हाशिये पर जीवनयापन करनेवाले एवं बहुत गरीबी में जीनेवाले इन लोगों को अपना सब कुछ छोड़कर और जान बचाकर भागना पड़ा।”  

पौल भट्टी ने पाकिस्तान में ख्रीस्तीय गिरजाघरों के विनाश पर प्रतिक्रिया व्यक्त की

श्री भट्टी ने पाकिस्तान के ईशनिंदा कानूनों की दोबारा जांच का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा, "यह अस्वीकार्य है, कि लोग कानून अपने हाथ में लेते हैं और ख्रीस्तीय लोगों पर हमला करने की कोशिश करते हैं।"

भविष्य में ऐसी घटनाएँ को रोकी जाएँं

वाटिकन रेडियो के साथ साक्षात्कार में पाकिस्तान के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष जोसेफ अरशद ने वाटिकन न्यूज से बात करते हुए कहा कि उन्होंने न्याय का ईमानदारी से प्रयोग करने की अपील की है ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।

महाधर्माध्यक्ष अरशद ने मुस्लिम समुदाय के सहानुभूतिपूर्ण कार्यों पर गौर किया तथा याद किया कि किस तरह हर कोई स्थिति को नियंत्रण में रखने और प्रभावित लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहा था।

 

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24 August 2023, 15:48