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भारत के काथलिक धर्माध्यक्ष 16वीं सिनॉड महासभा के लिए कार्य दस्तावेज इंस्त्रूमेंतुम लावोरिस पर चिंतन करते हुए भारत के काथलिक धर्माध्यक्ष 16वीं सिनॉड महासभा के लिए कार्य दस्तावेज इंस्त्रूमेंतुम लावोरिस पर चिंतन करते हुए 

भारत के धर्माध्यक्षों ने इंस्त्रूमेंतुम लावोरिस पर चिंतन किया

भारत के काथलिक धर्माध्यक्षों ने 16वीं सिनॉड महासभा के लिए कार्य दस्तावेज इंस्त्रूमेंतुम लावोरिस पर चिंतन किया, जिसमें कई महत्वपूर्ण सवाल सामने आये।

वाटिकन न्यूज पत्रकार

भारत, शनिवार, 19 अगस्त 2023 (रेई) : भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीसीबीआई) के सिनॉड डेस्क और सीसीबीआई के ईशशास्त्र एवं धर्मसिद्धांत विभाग ने बुधवार 16 अगस्त 2023 को एक ऑनलाईन पैनल चर्चा का आयोजन किया।

सीसीबीआई द्वारा जारी एक बयान में, ऑनलाइन पैनल चर्चा में सम्मानित अतिथि, सिनॉड सचिवालय के सलाहकार, माननीय फादर जाकोमो कोस्टा एस.जे. ने कहा, “हम सभी 16वीं सिनॉड महासभा के लिए कार्य दस्तावेज इंस्त्रुमेंतुम लावोरिस के लेखक हैं। क्योंकि दस्तावेज में हम सभी की आवाज को जगह मिली है। और यह दस्तावेज चिंतन और कार्य के लिए माध्यम होगा।”

गोवा और दमन के महाधर्माध्यक्ष एवं सीसीबीआई के अध्यक्ष कार्डिनल फिलीप नेरी फेर्राओ ने पैनल चर्चा की अध्यक्षता की। पोप फ्राँसिस का हवाला देते हुए, जो कहते हैं कि “यह वास्तव में धर्मसभा का मार्ग है जिसकी ईश्वर तीसरी शताब्दी की कलीसिया से अपेक्षा करते हैं, कार्डिनल फेराओ ने कहा कि सम्मेलन ने पहले से ही उन रास्तों को समझने और पहचानने के लिए एक रणनीतिक योजना शुरू कर दी है जिसपर पवित्र आत्मा हमें चलाना चाहते हैं।”

बैंगलोर महाधर्मप्रांत के स्वर्गारोहन पल्ली के पल्लीवासी श्री डार्रेल पीटर रेबेइरो ने स्वीकार किया कि लोकधर्मियों की आवाज ने भी दस्तावेज में जगह पायी है, मौजूद इसके कुछ कमियों की ओर इशारा किया: “दस्तावेज़ निम्नलिखित के बारे में चुप है: काथलिक विश्वासियों पर पेंटेकोस्टल आंदोलनों का प्रभाव; वयस्कों के लिए धर्मशिक्षा और वयस्कों के लिए प्रेरितिक सहयोग; और डिजिटल मीडिया जो प्रचार के लिए नई और रचनात्मक जगह प्रदान करता है इसकी कमी।''

उन्होंने प्रस्तावित किया कि स्थानीय कलीसिया में पल्ली और धर्मप्रांतीय स्तरों पर विश्वासियों की अधिक संख्या में एक धर्मसभा जाँच स्थापित किया जाए।

एक महिला और एक धार्मिक व्यक्ति के दृष्टिकोण, ज्ञान-दीपा, पुणे के संकाय सदस्य, सिस्टर डॉ. पत्रिसिया सैंटोस आरजेएम ने चिंतन साझा किया। डॉ. सैंटोस ने कहा, "ठोस दावों और दावों को सामने रखने के बजाय दस्तावेज और संलग्न कार्यपत्रक आगे के विचार और चर्चा के लिए प्रश्नों से भरे हुए हैं।"

बागडोगरा के धर्माध्यक्ष भिंसेंट आईंद ने सिनॉडल कलीसिया में धर्माध्यक्षों के कार्यालय के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कुछ खास सवालों को सामने रखा जिसपर दस्तावेज चर्चा करता है, “हम मिशनरी सिनॉडल दृष्टिकोण से धर्माध्यक्षों की प्रेरिताई को कैसे नवीनीकृत कर सकते हैं और बढ़ावा दे सकते हैं? सह-जिम्मेदारी की विशेषतावाले सिनॉडल कलीसिया के लिए धर्माध्यक्षों की प्रेरिताई के दर्शन और अभ्यास में किस प्रकार के नवीनीकरण की आवश्यकता है? धर्माध्यक्षों की प्रेरिताई के अभ्यास में ईश प्रजा के निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में परामर्श, सहयोग और भागीदारी की मांग कैसे करता है?”

सभा में कुछ अन्य प्रश्न उभरकर सामने आए: “क्या सिनॉडालिटी पर यह धर्मसभा उन नियमों को बदलने के लिए तैयार होगी जो महिला समानता के पक्ष में नहीं हैं? हम सिनॉडल धर्मशिक्षा को कैसे विकसित और कार्यान्वित करेंगे?"

ऑनलाइन पैनल चर्चा का आयोजन और समन्वयन फादर येसु करुणानिधि और फादर. गिल्बर्ट डी लीमा. ने किया था। कार्डिनल ऑसवाल्ड ग्रेसियस ने धर्मसभा प्रक्रिया पर ईश्वर के आशीर्वाद का आह्वान करते हुए चर्चा का समापन किया।

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19 August 2023, 18:32