खोज

युद्ध में तबाह यूक्रेन युद्ध में तबाह यूक्रेन  (ALEXANDER ERMOCHENKO)

ऑस्ट्रेलियाई धर्माध्यक्षों द्वारा युद्धग्रस्त यूक्रेन की यात्रा

ऑस्ट्रेलियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के एक दल ने यूक्रेन की यात्रा की।

वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 14 अगस्त 2023 (रेई) ऑस्ट्रेलियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के एक प्रतिनिधिमंडल ने युद्धग्रस्त यूक्रेन की प्रेरितिक यात्रा की, और वहाँ चार दिन व्यतीत करते हुए यूक्रेनी लोगों के संग अपनी एकात्मकता के भाव प्रकट किये। 

मेलबर्न में संत पेत्रुस और संत पौलुस के यूक्रेनी अधिवेशन का नेतृत्व करने वाले धर्माध्यक्ष मायकोला बाइचोक सीएसएसआर ने पिछले नवंबर में अपने धर्माध्यक्ष भाइयों से आग्रह किया था कि वे यूक्रेन में प्रतिनिधियों को भेजने पर विचार करें, अतः इस प्रेरितिक भेंट की पहल ऑस्ट्रेलिया में यूक्रेनी कलीसिया के शीर्ष द्वारा दिये गये निमंत्रण के प्रत्युत्तर में हुई।

पिछले हफ्ता, मेलबर्न के महाधर्माध्य पीटर ए कोमेन्सोली, होबार्ट के महाधर्माध्यक्ष जूलियन पोर्टियस, पोर्ट पिरी के धर्माध्यक्ष करोल कुल्स्की एसडीएस, ऑस्ट्रेलिया में यूक्रेनी कलीसिया के विकर जनरल पुरोहित साइमन कजुक और मेलबर्न महाधर्मप्रांत के चांसलर एनी कैरेट के अलावे और कई लोगों ने युद्धग्रस्त राष्ट्र के शहरों का दौरा किया।

यात्रा का उद्देश्य

इस प्रेरितिक भेंट का मुख्य उद्देश्य युद्ध से त्रस्त यूक्रेनवासियों के प्रति सेवा और स्नेह के भाव प्रकट करना था। इस संदर्भ में महाधर्माध्यक्ष कोमेन्सोली ने कहा, “विपत्ति को दूर से देखना और आर्थिक सहायता प्रदान करना एक बात है, लेकिन वहीं प्रत्यक्ष रुप में हताहत हुए लोगों के जीवन में सहभागी होकर उनकी बातों को सुनना महत्वपूर्ण है।” उन्होंने कहा कि इस प्रेरितिक भेंट का मुख्य मकसद हमारे पड़ोसियों की चिंता करते हुए सेवा के भाव व्यक्त करना था, यह यूक्रेनी लोगों के संग व्यक्तिगत रुप में मित्रता और प्रार्थना के भाव को साझा करना था। “इस यात्रा में विश्वास, मित्रता और एकता के आयाम को स्थापित करना एक मुख्य उद्देश्य था।”

महाधर्माध्यक्ष जूलियन पोर्टियस ने लोगों के संग, धर्माध्यक्षों और पुरोहितों के मिलन की मनोभावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा,“वे केवल उन्हें भौतिक सहायता प्रदान नहीं कर रहे थे बल्कि अपनी उपस्थिति के माध्यम उन्हें प्रेरिताई और आध्यात्मिक सहायता प्रदान की।” उन्होंने कहा कि कलीसियाई अगुवों द्वारा किये गये कार्यों के कारण लोगों के चेहरों में कलीसियाई चरवाहों के प्रति कृतज्ञता के भाव स्पष्ट देखे जा सकते थे।

प्रतिनिधियों के दल ने लविव, कीव, बुचा और इरपिन जैसे विनाश का दंश झेल रहे शहरों का दौरा किया जहाँ मानव जीवन के खिलाफ अत्याचार निरंतर जारी है। प्रतिनिधि दल ने यूक्रेनी कलीसिया के नेताओं, परिवारों, सैनिकों और नागरिक नेताओं से भी मुलाकात की।

लोगों की सेवा

धर्माध्यक्ष कुल्स्की ने लविव में अनब्रोकन पुनर्वास केंद्र में किए जा रहे कार्यों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। “अनब्रोकन जैसे केंद्र जीवन के पुनर्निर्माण में महत्वपूर्ण हैं। वे हर तरह के घायल लोगों की सर्जरी,  कृत्रिम अंग,  पुनर्वास और सबसे महत्वपूर्ण, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक देखभाल करते हुए सभी रूपों में अपनी सेवा देते हैं।”

देश की विनाश परस्थिति पर खेद प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि बहुत कुछ खो गया और क्षतिग्रस्त हो गया है। इन युवाओं और परिवारों को फिर से अपने जीवन को जीने और उसके अर्थ और उद्देश्य को खोजने की जरुरत है। “पुनर्वासन के क्रेन्द जहाँ लोगों और विश्व के विभिन्न संगठनों की उदारता देखी जा सकती है जो अपने में सजीव साक्ष्य क प्रमाण प्रस्तुत करता है।”

हालाँकि यह यात्रा संक्षिप्त थी, लेकिन इसके द्वारा ऑस्ट्रेलिया की कलीसिया ने यूक्रेनी लोगों के लिए भाईचारे की प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।

अपनी वापसी पर, धर्माध्यक्षों ने इस संबंध को मजबूत बनाने की योजना बनाई और ऑस्ट्रेलिया में विश्वासियों से आग्रह किया है कि वे उन लोगों को प्रार्थना में शामिल करना जारी रखें जो पीड़ित हैं। 

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

14 August 2023, 16:02