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2023.05.21उलानबटार के प्रेरितिक प्रीफेक्ट कार्डिनल जोर्जो मारेंगो 2023.05.21उलानबटार के प्रेरितिक प्रीफेक्ट कार्डिनल जोर्जो मारेंगो   (Vatican Media)

कार्डिनल मारेंगो: मंगोलिया में कलीसिया को संत पापा का बेसब्री से इन्तजार है

उलानबातर के प्रेरितिक प्रीफेक्ट ने संत पापा की मंगोलिया की आगामी प्रेरितिक यात्रा का कार्यक्रम, लोगो और आदर्श वाक्य प्रस्तुत किया और टिप्पणी की कि यह एशियाई राष्ट्र में युवा कलीसिया के लिए एक ऐतिहासिक घटना है।

वाटिकन समाचार

वाटिकन सिटी, सोमवार 10 जुलाई 2023 (वाटिकन न्यूज) : जैसा कि मंगोलिया गणराज्य सितंबर की शुरुआत में संत पापा फ्राँसिस का स्वागत करने की तैयारी कर रहा है, उलानबटार के प्रेरितिक प्रीफेक्ट कार्डिनल जोर्जो मारेंगो का कहना है कि यह यात्रा एक ऐतिहासिक घटना है जिसे मंगोलियाई युवा कलीसिया संजोकर रखेगी।

संत पापा 31 अगस्त से 4 सितंबर तक विदेश में अपनी 43वीं प्रेरितिक यात्रा के दौरान मंगोलिया की यात्रा करेंगे। उन्हें 24 अगस्त, 2022 को देश का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया गया था, जब मंगोलियाई सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने वाटिकन का दौरा किया और उन्होंने मंगोलियाई राष्ट्रपति, उखनागीन खुरेलसुख से आधिकारिक निमंत्रण पत्र संत पापा फ्राँसिस को दिया।

एक युवा कलीसिया

शुक्रवार को संत पापा की यात्रा का आधिकारिक कार्यक्रम, आदर्श वाक्य और लोगो पेश करते हुए इटालियन कोंसोलाता मिशनरी ने कहा कि कुछ महीने पहले ही यह यात्रा "अकल्पनीय" रही होगी।

संत पापा फ्राँसिस बौद्ध राष्ट्र का दौरा करने वाले पहले परमाध्यक्ष होंगे जहां कम्युनिस्ट शासन के पतन के बाद 1992 में कलीसिया की शुरुआत शून्य से हुई थी।

उस वर्ष कांग्रेगेशन ऑफ द इम्माकुलेट हार्ट ऑफ मेरी (सीआईसीएम) के पहले काथलिक मिशनरी, जिन्हें शेउट मिशनरीज के नाम से भी जाना जाता है, लगभग सत्तर वर्षों के धार्मिक दमन के बाद कलीसिया के पुनर्निर्माण के लिए लौट आए।

तब से, काथलिक आबादी धीरे-धीरे, लेकिन लगातार बढ़ी है। आज लगभग साढ़े तीन मिलियन निवासियों की कुल आबादी पर लगभग 1,450 बपतिस्मा प्राप्त मंगोलियाई काथलिक (1995 में केवल 14 के मुकाबले) नौ पल्लियों में वितरित हैं। उनकी सेवा 29 पुरोहितों द्वारा की जाती है। इन पल्लियों में बारह धर्मसमाजों के 27 विभिन्न देशों के 40 से अधिक धर्मबहनें जिनमें दो मंगोलियाई, तीन पुरुष धर्मसंघी और तीन सामान्य मिशनरी शामिल हैं।

संत पापा जॉन पॉल द्वितीय की 2003 में मंगोलिया की यात्रा की योजना थी।

उलानबटार में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कार्डिनल मारेंगो ने याद किया कि संत पापा जॉन पॉल द्वितीय ने उलानबटार के तत्कालीन मिशन को प्रेरितिक प्रशासक की स्थिति में बढ़ाने के बाद 2003 में मंगोलिया का दौरा करने की योजना बनाई थी, लेकिन योजना उनकी बिगड़ती स्वास्थ्य स्थितियों के कारण रद्द कर दिया गया था।

दिवंगत धर्माध्यक्ष वेन्सस्लाओ पाडिला

49 वर्षीय कार्डिनल मारेंगो पहली बार 2003 में मंगोलिया पहुंचे थे। अपने पूर्ववर्ती, दिवंगत धर्माध्यक्ष वेन्सस्लाओ पाडिला, 1992 में सीआईसीएम मिशनरियों का नेतृत्व करने वाले पहले अग्रणी पुरोहित और उलान बातार के पहले प्रेरितिक प्रीफेक्ट को भी याद किया और कहा, “हम उनके और कई अन्य मिशनरियों के महान मिशनरी कार्यों को फलता फूलता हुआ देख रहे हैं और उनके नाम पर भी इस ऐतिहासिक घटना के लिए पूरी तैयारी कर रहे हैं।"

संत पापा की यात्रा के आदर्श वाक्य, "आशा में एक साथ" को दर्शाते हुए, कार्डिनल मारेंगो ने देश में अंतरधार्मिक संवाद के लिए संत पापा की यात्रा के निहितार्थ पर ध्यान केंद्रित किया।

मंगोलिया में अंतरधार्मिक संबंधों के लिए इस यात्रा का महत्व

अन्य मंगोलियाई धार्मिक समुदायों और विशेष रूप से स्थानीय बौद्ध धर्म के अधिकारियों के साथ संबंध अच्छे हैं और सम्राट चिंगगिस खान के समय से चली आ रही सहिष्णुता और खुलेपन की प्राचीन परंपरा में निहित हैं। इसकी पुष्टि 28 मई 2022 को मंगोलिया के बौद्ध भिक्षुओं के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल की वाटिकन की पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान हुई, जब उन्होंने संत पापा फ्राँसिस से मुलाकात की।

1990 में परमधर्मपीठ के साथ राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से, नागरिक अधिकारियों के साथ भी संबंध मजबूत होते जा रहे हैं, जैसा कि 2020 में वाटिकन में मंगोलियाई राजदूत और वाटिकन विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष पॉल रिचर्ड गलाघेर द्वारा सांस्कृतिक क्षेत्र में अपना सहयोग बढ़ाने के लिए राज्यों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ हस्ताक्षरित समझौते से संकेत मिलता है।

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10 July 2023, 17:23