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2023:05.19संत पॉल की एंजेलिक धर्मबहनें अफ्रीका में सबसे नाजुक लोगों से जुड़ी हैं 2023:05.19संत पॉल की एंजेलिक धर्मबहनें अफ्रीका में सबसे नाजुक लोगों से जुड़ी हैं   #SistersProject

डीआर कांगो में 'एंजलिक धर्मबहनें : बेहतर भविष्य के लिए शिक्षा

संत पॉल की एंजेलिक धर्मबहनों ने सबसे कमजोर लोगों के साथ अपने मिशन को स्थापित करने के लिए कांगो के सबसे गरीब और सबसे अलग-थलग क्षेत्रों में से एक को चुना है। कालेहे, जहां उनका एक घर स्थित है, वास्तव में पिछले महीने की विनाशकारी बाढ़ का केंद्र था। (लुकास डुरान द्वारा)

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रोम, शनिवार 17 जून 2023 (वाटिकन न्यूज)  : एक जीवंत टकटकी, एक मुस्कान, आशा की निशानी, यहां तक कि त्रासदी के सामने भी। रोम में एंजेलिक धर्मबहनों के जनरलेट से, सिस्टर यवेटे ल्वाली ज़ावाड़ी कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में अपनी धर्मबहनों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखती हैं। वे बताती हैं कि उनमें से कई ने चट्टानों और मिट्टी के धंसने के कारण रिश्तेदारों और परिचितों को खो दिया है। यह त्रासदी उन्हें स्थानीय लोगों के साथ और भी एकजुट करती है, वे सभी अपने प्रियजनों के शवों की तलाश कर रहे हैं और जो अपने प्रियजनों को दफनाने में सक्षम हैं वे खुद को भाग्यशाली मानते हैं।

संत पॉल की एंजेलिक धर्मबहनों का जनरलेट रोम की परिधि, वाया कासिलिना में स्थित है और दक्षिण किवु की राजधानी बुकावु की परिधि में धर्मबहनें अपना काम करती हैं।

दक्षिण किवु के एक स्कूल में बच्चे
दक्षिण किवु के एक स्कूल में बच्चे

स्कूल और शिक्षा

सिस्टर यवेटे बताती हैं, "दक्षिण किवु में हमारे तीन घर हैं और लगभग 55 बहनें काम करती

मुर्हेसा में पहला घर, बुकावु से केवल 30 किलोमीटर दूर है, लेकिन आपको किलोमीटर के बारे में उस तरह से नहीं सोचना चाहिए जिस तरह से आप इटली में सोचेंगे। डीआरसी में कुछ मील का मतलब घंटों की यात्रा हो सकता है।" अन्य दो घर कवुमू और कहेले में थोड़ी दूर हैं। उत्तरार्द्ध क्षेत्र - आंशिक रूप से हाल की बाढ़ के कारण - राजनीतिक अस्थिरता के कारण हिंसा के कई मामलों का सामना करना पड़ा है और जिसने विशेष रूप से महिलाओं को प्रभावित किया है।

सिस्टर यवेटे आगे कहती हैं, “हमारी परियोजनाओं के माध्यम से, हमने स्कूल और शिक्षा को प्राथमिकता देना चुना है। डीआरसी पब्लिक स्कूल अक्सर एक कल्पना है और ज्यादातर लोग निजी संस्थानों की दरों का भुगतान करने में असमर्थ होते हैं। हम हमारे स्कूल में लगभग 900 छात्रों का स्वागत करते हैं और विशेष रूप से लड़कियों और युवा महिलाओं की शिक्षा का समर्थन करना चाहते हैं, जो अक्सर शिक्षा की दुनिया में भेदभाव का सामना करती हैं। यह आसान नहीं है, क्योंकि लागत अधिक है। यही कारण है कि हमने कुछ समय पहले दूर से गोद लेने का कार्यक्रम शुरू किया, जिसके माध्यम से कोई भी हमारे मिशन में हमारी मदद कर सकता है।

बीमारों की देखभाल

शिक्षा के साथ-साथ, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संत पॉल की एंजेलिक धर्मबहनें अस्पतालों और अनाथालयों में सक्रिय हैं, जिसमें सबसे दूरस्थ क्षेत्रों में वास्तविक प्रेरितिक कार्य शामिल हैं, जहां वे उन परिवारों का समर्थन करती हैं जो भूमि के छोटे भूखंडों पर खेती करते हैं, विशेष रूप से महिलाएं जो अकेली हैं और जिन्हें अपने बच्चों का पालन-पोषण करना पड़ता है।

सिस्टर यवेटे ने कहा, "हर महीने हम माताओं और बच्चों से मिलते हैं, हम उन्हें उनकी आवश्यकता अनुसार चीजें देते हैं। काहेले के अनाथालय में गंभीर कुपोषण के कई मामले हैं और धर्मबहनें ज़रूरतमंद बच्चों की मदद के लिए जो कुछ भी बन पड़े, वो सब करती हैं।"

परिवारों का दौरा
परिवारों का दौरा

अधिकारियों के साथ संबंध और लोगों का आभार

बुकावु महाधर्मप्रांत द्वारा किए जाने वाले कार्य के प्रकार और सहायता प्राप्त करने वाले लाभार्थियों के बारे में निर्णय जाते हैं। हालाँकि, 1963 से दक्षिण किवु में धर्मबहनों की उपस्थिति अपने आप में परियोजनाओं की प्रभावशीलता की पहली गारंटी है। सिस्टर यवेटे रेखांकित करती हैं, "आखिरकार, स्थानीय संस्थानों के साथ संबंध आम तौर पर विश्वास और सहयोग के बैनर तले होते हैं। केवल दक्षिण किवु में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में सबसे नाजुक समस्याओं में से एक शिक्षकों का भुगतान है, जिन्हें अक्सर लंबे समय तक अपना वेतन नहीं मिलता है। इस अर्थ में, हमारे स्कूलों की उपस्थिति ताजी हवा की सांस का प्रतिनिधित्व करती है और लोग हमें संदर्भ और आशा के बिंदु के रूप में देखते हैं।"

सिस्टर यवेटे ने निष्कर्ष निकाला, "हमारी प्रतिबद्धता हमारी संस्था के करिश्मे, ख्रीस्तीय उत्साह के नवीकरण, इस वर्ष 31 जनवरी से 3 फरवरी तक संत पापा फ्राँसिस की कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य की यात्रा के उत्साह पर आधारित है और यद्यपि संत पापा उत्तरी किवु की राजधानी गोमा का दौरा करने में असमर्थ थे, जैसा कि मूल रूप से योजना बनाई गई थी, जुलाई 2022 में रद्द होने के बाद डीआरसी के लिए प्रेरितिक यात्रा करने का लक्ष्य, हमारे देश की पूरी आबादी के लिए आशा और नए सिरे से ख्रीस्तीय उत्साह का संकेत था।”

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17 June 2023, 16:10