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2023.05.18असीसी में यूएमओएफसी के सदस्य 2023.05.18असीसी में यूएमओएफसी के सदस्य  

असीसी में यूएमओएफसी महासभा : दुनिया में महिलाएँ शांति के कारीगर

असीसी शहर में, 14 से 20 मई तक, काथलिक महिला संगठनों के विश्व संघ (यूएमओएफसी) की आम सभा में 38 देशों से आई 800 से अधिक महिलाएँ भाग ले रही हैं। आम सभा के कार्यक्रम में क़ानून और नियमों में सुधार, नई परियोजनाओं, नये अध्यक्ष और कार्यकारी परिषद का चुनाव,तीर्थयात्रा और प्रार्थना के क्षण हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

असीसी, शुक्रवार 19 मई 2023 (वाटिकन न्यूज) : काथलिक महिला संगठनों के विश्व संघ (यूएमओएफसी) की महासभा के लिए असीसी में 800 से अधिक महिलाएं एकत्रित हुईं हैं। काथलिक महिला संगठनों के विश्व संघ लगभग 100 संगठनों को एक साथ लाता है। संघ की वर्तमान महासचिव मारिया लिया जेर्विनो ने कहा कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आने वाली, ये महिलाएं "शांति की दुनिया के लिए मानव बंधुत्व के कारीगर" बनना चाहती हैं।

काथलिक महिला संगठनों के विश्व संघ

काथलिक महिला संगठनों का विश्व संघ (यूएमओएफसी) 1910 में स्थापित किया गया था और अब दुनिया भर में लगभग 100 काथलिक महिला संगठनों का प्रतिनिधित्व करता है, लगभग 50 देशों में सक्रिय है, जिसमें सभी महाद्वीप और कुछ द्वीप राज्य शामिल हैं। यूएमओएफसी जीवन की हर सामाजिक पृष्ठभूमि से लगभग आठ मिलियन काथलिक महिलाओं को एक साथ लाते हैं। विश्व संघ का उद्देश्य समाज और कलीसिया में काथलिक महिलाओं की उपस्थिति, भागीदारी और सह-जिम्मेदारी को बढ़ावा देना है, ताकि वे सुसमाचार प्रचार के अपने मिशन को पूरा करने और मानव विकास के लिए काम करने में सक्षम हो सकें, विशेष रूप से शिक्षा का विकास, गरीबी में कमी और जीवन के मौलिक अधिकार से शुरू होने वाले मानवाधिकारों को बढ़ावा देना। 2006 में,डब्ल्यूयूसीडब्लयूओ की स्थापना परमधर्मपीठ द्वारा विश्वासियों के एक अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक संघ के रूप में की गई थी। यह विहित स्थिति हमारे संघ में पल्ली, धर्मप्रांत, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय काथलिक महिलाओं के प्रयासों का सम्मान करती है।

महासभा में भाग लेती हुई महिलाएँ
महासभा में भाग लेती हुई महिलाएँ

यूएमओएफसी महासभा

13 मई को संत पापा फ्राँसिस ने यूएमओएफसी की 1800 महिलाओं का वाटिकन में स्वागत किया। उनमें से कई के लिए एक अनूठा क्षण था जो पहली बार संत पापा से मुलाकात किये और उनके शब्दों से उत्साह और उदारता के साथ अपने मिशन को जारी रखने के लिए प्रोत्साहन प्राप्त किया। मुलाकात के दौरान संत पापा ने कहा, "आप जो कर रही हैं उसके लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूँ और मैं आपको प्रोत्साहित करता हूँ कि आप अपनी परियोजनाओं और गतिविधियों में उत्साह के साथ सुसमाचार प्रचार के पक्ष में आगे बढ़ें।”इसके बाद असीसी में महासभा 14 मई को शुरू हुई, जिसमें 38 देशों की लगभग 830 महिलाएँ भाग लेती हैं, जो पाँच महाद्वीपों पर मौजूद 67 विभिन्न संगठनों का हिस्सा हैं।

असीसी यूएमओएफसी महासभा में भाग लेती भारत की काथलिक महिला परिषद की 13 सदस्य
असीसी यूएमओएफसी महासभा में भाग लेती भारत की काथलिक महिला परिषद की 13 सदस्य

भारतीय काथलिक महिला परिषद

भारत की काथलिक महिला परिषद की 13 महिला सदस्य इटली के असीसी शहर में आयोजित यूएमओएफसी महासभा में भाग लेने आई हैं। इनमें सीसीडब्ल्यूआई की अध्यक्ष श्रीमती जूलियट राममूर्ति, जो डब्ल्यूयूसीडब्लयूओ बोर्ड की सदस्य भी हैं। श्रीमकि बानरीदा और नौ महिला भारत के उत्तर पूर्वी राज्य मेघालय से शिलांग महाधर्मप्रांत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। झारखंड से श्रीमती अनिता रानी टोपनो और बागडोगरा, पश्चिम बंगाल से श्रीमती फुलजेंसिया टोप्पो अपने धर्मप्रांत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।

महासभा के पहले दिनों में बैठकें कलीसिया में महिलाओं की गतिविधियों पर चर्चा, पैनल और समानांतर खंडों के क्षणों के बीच बीत गए: इसके अलावा, प्रतिभागियों ने सदस्य संगठनों द्वारा की गई गतिविधियों और परिणाम रिपोर्ट को दर्शाने के लिए कुछ क्षेत्रीय बैठकें कीं। शाम को विभिन्न संस्कृतियों को साझा करने के लिए उत्सव के क्षणों की योजना बनाई जाती है। यूएमओएफसी नियम और विनियमन में सुधार, नई परियोजनाएँ, संकल्प, प्राथमिकताएँ और अंतिम दिनों में, संध के नये परिषद और अध्यक्ष के चुनाव भी पूर्वनिर्धारित हैं।

महासभा में भाग लेती युवा लड़कियाँ
महासभा में भाग लेती युवा लड़कियाँ

युवाओं की भागीदारी

महासभा का एक महत्वपूर्ण क्षण, जिसने कलीसिया में मदद और भागीदारी के विषय पर कई महिलाओं को इकट्ठा किया, वह था छोटों को सुनना। विभिन्न क्षेत्रों में संगठनों द्वारा की गई गतिविधियों की रिपोर्ट के बाद, विभिन्न देशों की दस लड़कियों ने मंच संभाला और इन पहले दिनों में उन्होंने जो अनुभव किया, उसे साझा किया। उनका अपना विश्वास, मदद करने की इच्छा और महासभा में उनकी व्यक्तिगत भागीदारी को प्रतिभागियों ने एक नई "सांस" के रूप में अनुभव किया ताकि काम जारी रह सके तथा और भी मजबूत हो सके।

शाम को सांस्कृतिक मनोरंजन कार्यक्रम
शाम को सांस्कृतिक मनोरंजन कार्यक्रम

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19 May 2023, 16:00