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कोस्टा रिका में निकारागुआ राजनीतिक कैदी कोस्टा रिका में निकारागुआ राजनीतिक कैदी  (ANSA)

निकारागुआन अधिकारियों ने एक और काथलिक विश्वविद्यालय को बंद कर दिया

निकारागुआ में सरकारी अधिकारियों ने एक कथित "स्वैच्छिक विघटन" के निर्धारण के तहत मानागुआ में निष्कलंक गर्भाधान काथलिक विश्वविद्यालय को बंद कर दिया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

मानागुआ, शुक्रवार 19 मई 2023 (वाटिकन न्यूज) : निकारागुआ में समाचार आउटलेट ने गुरुवार को बताया कि एक और काथलिक विश्वविद्यालय को बंद कर दिया गया है। निकारागुआन आंतरिक मंत्रालय ने "स्वैच्छिक विघटन" के निर्धारण के तहत निष्कलंक गर्भाधान काथलिक विश्वविद्यालय को स्थायी रूप से बंद कर दिया।

मानागुआ महाधर्मप्रांत द्वारा विश्वविद्यालय चलाया गया था और इसमें सेमिनारियों के लिए दर्शन शास्त्र और ईशशास्त्र की शिक्षा प्रदान की थी।

दबाव की युक्ति

पिछले एक साल में, निकारागुआ के अधिकारियों ने इस "स्वैच्छिक" विघटन के तहत 17 अन्य निजी विश्वविद्यालयों को बंद कर दिया है।

आलोचकों का कहना है कि सरकार संस्थानों को बंद करने के लिए इस कानूनी रास्ते का इस्तेमाल उन लोगों पर दबाव बनाने के तरीके के रूप में करती है जो इसे अपने शासन का विरोध करने वाले के रूप में देखते हैं।

निष्कलंक गर्भाधान काथलिक विश्वविद्यालय का उद्घाटन 2011 में किया गया था और यहाँ पूरे मध्य अमेरिका के विभिन्न धर्मप्रांतों के सेमिनारियों को दर्शन शास्त्र और ईशशास्त्र की शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रदान की जाती थी।

विश्वविद्यालय में मानागुआ के ला पुरिसिमा मेजर सेमिनरी जैसी सुविधाएँ थीं।

मुश्किल हालात

निकारागुआ में, मतगाल्पा धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष रोलांडो अल्वारेज़ का फरवरी में उनकी नागरिकता छीन ली गई थी और उन्हें 26 साल की जेल की सजा सुनाई गई।

परमधर्मपीठ का वर्तमान में निकारागुआ में कोई राजनयिक प्रतिनिधित्व नहीं है। मोन्सिन्योर मार्सेल डियॉफ़ ने सरकार के अनुरोध पर 17 मार्च को देश छोड़ दिया। अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा इस सप्ताह की शुरुआत में प्रकाशित अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर 2022 की रिपोर्ट में कहा गया है कि "न्यायिक अधिकारियों द्वारा पारदर्शिता की कमी ने धर्माध्यक्ष अल्वारेज़ की हिरासत की अनिश्चितता में योगदान दिया।"

इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया है कि निकारागुआन सरकार ने पुरोहितों और धर्माध्यक्षों की "गिरफ्तारी का आदेश दिया था, निर्वासन के लिए मजबूर किया था और मौखिक रूप से पुरोहितों और धर्माध्यक्षों पर हमला किया था, उन्हें 'अपराधी' और 'तख्तापलट करने वाले' करार दिया था और उन पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया था।"

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19 May 2023, 15:50