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2019.06.08यांगून के कार्डिनल चार्ल्स माउंग बो 2019.06.08यांगून के कार्डिनल चार्ल्स माउंग बो  

म्यांमार के कार्डिनल बो: पास्का में आनन्दित हों और सांत्वना पाएं

म्यांमार में चल रही दर्दनाक घटनाओं के बावजूद, यांगून के कार्डिनल चार्ल्स माउंग बो ने अपने पास्का संदेश में, विश्वासियों को ख्रीस्त में अपनी आशा रखने के लिए आमंत्रित किया, जो हमारे दिलों को खुशी से भर देता है और यहां तक कि सबसे निराशाजनक स्थितियों को भी बदल सकता है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

यांगून, बुधवार 12 अप्रैल 2023 (वाटिकन न्यूज) : म्यांमार, यांगून के महाधर्माध्यक्ष और एशियाई धर्माध्यक्षों के महासंघ (एफएबीसी) के अध्यक्ष कार्डिनल चार्ल्स माउग बो ने अपने देश में दर्दनाक घटनाओं के बावजूद, आशा का पास्का संदेश दिया।

संत पापा फ्राँसिस ने पास्का के दिन उर्बी एत ओरबी संदेश रोम से विश्व को संदेश में म्यांमार में पीड़ित लोगों को याद किया और प्रार्थना की कि राष्ट्र में शांति बनी रहे और ईश्वर नेताओं के दिलों को प्रबुद्ध करे ताकि "गंभीर रूप से पीड़ित" रोहिंग्या को न्याय मिले।"

हर दिल में शांति का वास हो

पास्का संदेश में, कार्डिनल बो ने मसीह के पुनरुत्थान में आनन्दित हुए और बुराई पर अच्छाई की जीत में समाप्त होने वाले येसु के क्रूस के मार्ग की महान घटना का जश्न मनाने का आह्वान किया। "हम उस महान घटना का जश्न मनाने आए हैं। इस दिन हर इंसान की पीड़ा का दर्द ठीक हो सकता है।"

उन्होंने कहा, "शांति और मेल-मिलाप की आशा में हर हृदय झूम उठे। येसु, जिन्होंने मृत्यु की शक्तियों पर विजय प्राप्त की, हमारे दिलों में जी उठे हैं और म्यांमार के पीड़ित लोगों सहित सभी अंधेरे को दूर कर सकते हैं।"

ईश्वर हस्तक्षेप करते हैं

कार्डिनल बो ने जोर देकर कहा कि ईश्वर इतिहास में हस्तक्षेप करते हैं। "पास्का पीड़ित मानवता के लिए ईश्वर की असीम करुणा की कहानी है। आप और मैं और दुनिया के सभी पीड़ित लोगों को सांत्वना मिलती है क्योंकि ईश्वर सभी प्रकार के दुखों से मुक्ति का संदेश देते हैं।"

कार्डिनल बो ने माना, कि कई लोगों के लिए, इतिहास "एक निराशाजनक मकबरा" दिखाता है, जहाँ "कई लोगों ने गरीबी, बीमारी, युद्ध, असमानता और अन्याय के कारण खुद को घृणा, प्रतिशोध और निराशा में दफन करना चुना।" उन्होंने पूछा कि हम "कब्र के पत्थरों" को कैसे हटा सकते हैं और शांति और समृद्धि की एक नई दुनिया ला सकते हैं।

कोई पत्थर ईश्वर के लिए बहुत भारी नहीं 

कार्डिनल बो ने कहा, "पास्का का संदेश यह है कि ईश्वर के प्रेम की शक्ति से पार पाने के लिए कोई पत्थर बहुत भारी नहीं है, कोई बोझ बहुत बड़ा नहीं है।"

उन्होंने कहा, "जिस तरह येसु मरे हुओं में से जी उठे, उसी तरह हम भी अपनी परिस्थितियों, अपने संघर्षों, अपनी चिंताओं, मानवीय पीड़ा और अपने दिल दहला देने वाले डर के दृश्यों से ऊपर उठ सकते हैं और नए जीवन और आशा का अनुभव हम ईश्वर के प्यार और दया पर भरोसा करने से कर सकते हैं।”

ईश्वर दुनिया को बदल सकते हैं

कार्डिनल बो ने इस बात पर बल देते हुए निष्कर्ष निकाला कि यह प्रार्थना का समय है, निरंतर प्रार्थना, विशेष रूप से मृत्यु के एजेंटों और सभी शक्तियों के खिलाफ जो अंधेरे और मृत्यु की शक्ति में विश्वास करते हैं। कार्डिनल ने विश्वासियों को येसु मसीह के पुनरुत्थान से प्रेरित होने के लिए आमंत्रित किया, और "कब्र के पत्थरों' को हटाने के लिए जो एक बेहतर दुनिया के लिए हमारी आशाओं और सपनों को दफनाने की धमकी देते हैं और दुनिया को बदलने के लिए न्याय, शांति और पृथ्वी का उपचार करने के लिए काम करना है।”

कार्डिनल बो ने कहा, "आइए, हम विश्वास करें कि ईश्वर की मदद से शांति और समृद्धि का एक नया विश्व वास्तव में संभव है।"

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12 April 2023, 16:16