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2023.03.20 मलावी के लोगों को अंतरराष्ट्रीय सहायता मिलती है 2023.03.20 मलावी के लोगों को अंतरराष्ट्रीय सहायता मिलती है  (2010)

मलावी कलीसियाई नेता चक्रवात से उबरने में एकजुटता पर प्रकाश डालते हैं

मलावी के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रमुख ने फीदेस के साथ एक साक्षात्कार में मार्च की शुरुआत में चक्रवात फ्रेडी के कारण हुई तबाही का वर्णन किया है और बड़े विश्वास एवं एकजुटता से बचाव के प्रयास अभी भी चल रहे हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

मलावी, बुधवार 5 अप्रैल 2023 (वाटिकन न्यूज) : मार्च 2023 की शुरुआत में उष्णकटिबंधीय चक्रवात फ्रेडी से सबसे ज्यादा प्रभावित दक्षिण-पूर्व अफ्रीकी देश मलावी में आपातकालीन बचाव के प्रयास अभी भी चल रहे हैं। उष्णकटिबंधीय तूफान ने मलावी में छह सौ से अधिक लोगों की जान ले ली, जबकि पांच सौ से अधिक लापता हैं। चक्रवात से प्रभावित राष्ट्रों में मोज़ाम्बिक और मेडागास्कर भी शामिल हैं, लेकिन मलावी ने तूफान का सबसे ज्यादा खामियाजा उठाया। इस त्रासदी को मलावी में हुई अब तक की सबसे भीषण त्रासदी में से एक माना जाता है।

प्रचंड तूफान

उष्णकटिबंधीय चक्रवात फ्रेडी एक महीने से अधिक समय तक चला और अब तक का सबसे लंबे समय तक चलने वाला चक्रवात बन गया। यह ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया के बीच फरवरी के पहले सप्ताह में शुरु हुआ और पश्चिम की ओर आठ हजार किलोमीटर से अधिक की यात्रा की और लूपिंग पैटर्न में चलते हुए कई बार भूस्खलन हुआ। मार्च के मध्य में समाप्त होने से पहले, सबसे मजबूत तूफान पांचवीं श्रेणी में पहुंच गया।

हवा की क्षति के अलावा, मलावी भारी बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आ गया। जलजनित रोगों का खतरा बढ़ रहा है। फीदेस से बात करते हुए, मलावी लिलोंग्वे के महाधर्माध्यक्ष जॉर्ज डेसमंड तम्बाला ने इसे "एक बड़ी त्रासदी के रूप में वर्णित किया जो देश के इतिहास में कभी नहीं हुआ।" महाधर्माध्यक्ष तम्बाला मलावी के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष भी हैं।

चक्रवात से पीड़ित मलावी के लिए अपील करते हुए, मार्च के मध्य में संत पापा फ्राँसिस ने लोगों के प्रति अपनी निकटता व्यक्त की और प्रार्थना की कि प्रभु इस आपदा से पीड़ित परिवारों और समुदायों को अपना समर्थन प्रदान करें।

आपातकाल और अल्पकालिक चुनौतियाँ

महाधर्माध्यक्ष तम्बाला ने कहा कि वर्तमान में लोग अपने प्रियजनों और आजीविका के नुकसान से निपटने की कोशिश कर रहे हैं, कई अन्य अभी भी परिवार के सदस्यों और दोस्तों की तलाश कर रहे हैं जो अभी तक नहीं मिले हैं। खोज के प्रयास अभी भी चल रहे हैं, लेकिन किसी के भी जीवित बचे होने की उम्मीद धूमिल होती जा रही है। फिदेस के साक्षात्कार में महाधर्माध्यक्ष तम्बाला ने कहा, अब सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है खाद्यान का प्रबंध और नष्ट हुए घरों और बुनियादी ढांचे की समस्या। क्षतिग्रस्त स्कूल धीरे-धीरे फिर से खुल रहे हैं। शुक्र है, अंतरराष्ट्रीय सहायता आ रही है और सरकार सभी संभव संसाधन जुटा रही है।

भोजन के प्रावधानों के बारे में, महाधर्माध्यक्ष तम्बाला ने कहा कि चक्रवात ने उस समय कृषि को भारी नुकसान पहुँचाया जब बारिश का मौसम समाप्त हो गया था और पानी की कमी के कारण नई फसलें उगाना संभव नहीं था। बड़े पैमाने पर बाढ़ अल्पावधि में कुछ भी उगाना बहुत चुनौतीपूर्ण बना देगी, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि कम से कम प्रमुख फसलें जैसे कसावा और आलू का उत्पादन किया जा सकता है, जबकि ऐसी फसलें जिन्हें अधिक समय की आवश्यकता होती है, जैसे कि मकई या अन्य अनाज, संभवतः संभव नहीं होगा।

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05 April 2023, 17:01