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वाटिकन के लिए हंगरी के राजदूत एडवार्ड हब्सबर्ग ने वाटिकन के लिए हंगरी के राजदूत एडवार्ड हब्सबर्ग ने 

राजदूत हैब्सबर्ग: पोप फ्राँसिस हंगरी में 'विश्वास की आग' जलाने आ रहे हैं

वाटिकन न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में, परमधर्मपीठ में हंगरी के राजदूत एडवार्ड हैब्सबर्ग ने इस महीने पोप फ्राँसिस की हंगरी की प्रेरितिक यात्रा की प्रतीक्षा करते हुए कहा कि संत पापा मित्रों के बीच लौट रहे हैं और वे ख्रीस्तीय यूरोपीय देश में 'विश्वास को जगाने' आ रहे हैं। हंगरी यूक्रेन की सीमा पर है, जो पोप के आगमन की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहा है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा फ्राँसिस मित्रों के बीच लौटने और हंगरी के लोगों के विश्वास को जगाने के लिए हंगरी की यात्रा करनेवाले हैं।

वाटिकन न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में वाटिकन के लिए हंगरी के राजदूत एडवार्ड हब्सबर्ग ने 28-30 अप्रैल के बीच हंगरी में संत पापा की प्रेरितिक यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बतलाया कि यूरोपीय देश बड़ी उत्सुकता से पुनः एक बार संत पापा का स्वागत करने की प्रतीक्षा में है, जब उसकी सीमा पर यूक्रेन में युद्ध जारी है।  

उन्होंने स्पष्ट किया कि यह तीसरी बार होगा जब संत पापा हंगरी के लोगों के करीब होंगे, अपना संदेश देंगे, आप्रवासन और मूल्यों पर देश के विचारकों को संबोधित करेंगे, और उन्होंने संत पापा को कुछ तोकाजी शराब का आनंद लेने के लिए भी आमंत्रित किया है।

हंगरी को दो साल की अवधि में दो बार पोप फ्राँसिस का स्वागत करने का दुर्लभ सौभाग्य प्राप्त हुआ है। हम जानते हैं कि पहली बार संत पापा ने अंतर्राष्ट्रीय यूखरिस्तीय कांग्रेस के दौरा यात्रा की थी, लेकिन इस बार पोप प्रेरितिक यात्रा करने जा रहे हैं। यह दौरा क्यों इतना महत्वपूर्ण है? यह क्या मायने रखता है? वे क्यों वापस आ रहा है?

परमधर्मपीठ के एक राजनयिक के रूप में आप जो एक चीज सीखते हैं, वह है कि कभी भी यह अनुमान लगाने की कोशिश न करें कि पोप ऐसा क्यों करते हैं। और मैं इसे रिकॉर्ड पर नहीं कहूँगा। वास्तव में, मुझे यह स्पष्ट करना होगा कि यह तीसरी बार होगा जब पोप हंगरीवासियों से मिलेंगे।

पोप ने खुद सितंबर 2021 में हंगरी से वापस लौटते समय अपनी उड़ान पर कहा था कि वे हंगरी के लोगों से दूसरी बार मिल रहे हैं, क्योंकि वे 2019 में ट्रांसिल्वेनिया के सिक्सोमलीओ में रोमानिया की अपनी यात्रा के दौरान हंगेरियन समुदाय से मिले थे, जहां बारिश और हवा के बावजूद वे हंगरी के लगभग 1लाख लोगों से मिले थे।

मैं देखता हूँ कि संत पापा हंगरी को यों ही प्यार करते हैं। जब पहली बार उनसे हमारी मुलाकात हुए तो उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मुझे बतलाया कि हंगरी के प्रति उनका साकारात्मक अनुभव है। मैंने पूछा, कि आप हंगरी को किस तरह जानते हैं? और उन्होंने कहा, मैं हंगरी के बारे सब कुछ जानता हूँ, तब मैंने पूछा, क्या आप वहाँ रहे हैं? नहीं, नहीं।

“लेकिन संत पापा ने बोयनोस आयरेस में मरिया के शब्द मठ की धर्मबहनों से नियमित मुलाकात की थी, जिसमें एक दल था जो 1956 में हंगरी से भागा था। उन्होंने मुझे वह सब बतलाया जो मुझे जानना चाहिए था।”

मैंने उनसे पूछा कि वे हंगरी के बारे में क्या जानते हैं, और उसने कहा, 'हंगरी के लोग अच्छे, ईमानदार और साहसी होते हैं।' मुझे लगता है कि हंगरी के प्रति पोप का अच्छा रवैया है, और यूखरिस्तीय कांग्रेस 2021 का अनुभव सकारात्मक था। वे वहाँ केवल सात घंटे थे, लेकिन उन्होंने हर मिनट की गिनती की। एक स्विस गार्ड जिसने बुडापेस्ट पहुंचने पर पोप की कार के बगल में दौड़ा था, उसने मुझे बताया था, कि वह इतनी बड़ी भीड़ को देखकर प्रभावित हो गया था, जो संत पापा फ्राँसिस के बारे में इतना उत्साहित था। मुझे लगता है कि पोप ने भी इसे देखा, और महसूस किया कि हंगरी के लोगों ने वास्तव में इस यात्रा की सराहना की और इसका आनंद लिया। और इसलिए, उन्होंने दूसरी बार आने का फैसला किया है। हम अविश्वसनीय रूप से आभारी हैं। यह हमारे लिए बहुत मायने रखता है।

हंगरी में संत पापा फ्राँसिस को किस प्रकार की धार्मिकता मिलेगी? हम जानते हैं कि लगभग 60% जनसंख्या काथलिक है। आप वहाँ के ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों का वर्णन कैसे करेंगे जिनसे संत पापा मिलेंगे?

जब आप किसी हंगेरियन से सवाल पूछेंगे, तो वह हमेशा इतिहास से शुरुआत करेगा। मुझे वापस जाना होगा और कहना होगा कि हंगरी एक काथलिक देश है। एक हज़ार साल पहले, हमारे पहले राजा, राजा स्टीफन ने रोम को अपना भाग देने का फैसला किया। और वास्तव में, उन्होंने हंगेरियन तीर्थयात्रियों के लिए वर्ष 1000 के तुरंत बाद संत पेत्रुस महागिरजाघर के बगल में, एक तीर्थयात्री शाला बनाया, जहाँ अब रेक्टर का घर है। इसलिए हमारे देश में ख्रीस्तीय धर्म का एक लंबा इतिहास है। हम एक मजबूत ख्रीस्तीय देश हैं जो 16वीं और 17वीं शताब्दी में बहुत कठिन दौर से गुजरे हैं। हम पर तुर्कों का कब्जा था। हंगरी के बड़े हिस्से मुस्लिम थे। बाद में, हंगरी के लोगों पर  हैब्सबर्ग द्वारा कब्जा कर लिया गया था। उसके बाद, कम्युनिस्ट शासन आया।

"मुझे लगता है कि इस तथ्य को समझना महत्वपूर्ण है कि आज हमारे पास एक धार्मिक देश है, ख्रीस्तीयता से भरा देश एक चमत्कार है।"

बहुत से अच्छे हंगेरियन ख्रीस्तियों के विश्वास के कारण हम साम्यवादी समय से गुजरे। शहीदों के कारण, विश्वास हंगरी में अभी भी मौजूद है और आज भी जीवित है। मैं यह भी कहना चाहता हूँ कि यूखरिस्तीय कांग्रेस में संत पापा फ्राँसिस की यात्रा ने वास्तव में एक बड़ा अंतर उत्पन्न किया। मुझे मालूम नहीं कि आपने बुडापेस्ट की गलियों में 3 लाख लोगों के साथ पवित्र संस्कार के जुलूस को देखा अथवा नहीं। यूखरिस्त कांग्रेस हंगेरियन विश्वास के लिए एक अतिरिक्त खुराक की तरह थी। लेकिन अगर आप हंगरी आएंगे तो आपको एक ऐसा देश दिखाई देगा जहां ख्रीस्तीय धर्म की झलक दिखती है।

"हमारे पास एक ऐसा देश है जो सार्वजनिक चौक पर धर्म और विश्वास दिखाने से नहीं डरता। हमारे पास कलीसिया और राज्य के बीच एक स्पष्ट अंतर है जो यह आजकल सामान्य है, लेकिन कलीसिया और राज्य एक साथ काम करते हैं।"

हंगरी का संविधान 'ईश्वर' शब्द से शुरू होता है। हम अपने संविधान की शुरुआत अपने राष्ट्रगान के पहले शब्दों से करते हैं, जो है 'गॉड ब्लेस द हंगेरियन' (ईश्वर हंगरी वासियों को आशीष दे)। यह स्पष्ट संकेत है कि विश्वास हंगरी को परिभाषित करता है। यह ख्रीस्तीय पहचान बहुत दिखाई देती है...

हमारा संविधान कहता है कि कलीसिया और धार्मिक समुदाय समाज की भलाई के लिए राज्य के साथ मिलकर काम करते हैं। यह बहुत स्पष्ट हाँ है। लेकिन मैं और आगे जाऊंगा और परमधर्मपीठ में हंगरी के राजदूत के रूप में अपनी नौकरी में कहूँगा, मुझे पूरी सरकार में बहुत रुचि है क्योंकि हमारे कैल्विनवादी धर्मनिष्ठ प्रधानमंत्री से लगभग सभी स्तरों पर, हमारे कैल्विनवादी धर्मनिष्ठ राष्ट्रपति, कटालिन नोवाक के माध्यम से, लेकिन राज्य सचिवों तक और सभी स्तरों पर, आपको ऐसे लोग मिलते हैं जिनके लिए ख्रीस्तीय धर्म महत्वपूर्ण है। इसलिए, हर समय परमधर्मपीठ के आसपास क्या हो रहा है, इसमें आपकी रुचि है। मेरी सभी यात्राओं में लोग हमेशा मुझसे पूछते हैं, पोप ने क्या कहा? रोम में क्या हो रहा है? विश्वव्यापी कलीसिया में क्या हो रहा है? जब आप वहां जाएंगे तो आपको एक मजबूत ख्रीस्तीय देश मिलेगा।

मैं चाहूंँगा कि पोप फ्रांँसिस और हंगरी के लोगों के बीच दोस्ती का अद्भुत इतिहास जारी रहे। मैं चाहता हूँ कि यह एक अद्भुत मुलाकात, तीन दिनों का उत्सव हो। मैं चाहता हूँ कि संत पापा फ्राँसिस हंगरी में विश्वास को और भी अधिक प्रज्वलित करें, जैसा कि उन्होंने पिछली बार आने पर किया था। और मेरी इच्छा है कि वह अपनी यात्रा के दौरान किसी समय टोकाजी के एक अच्छे गिलास का आनंद लेने में सक्षम हों।

 

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04 April 2023, 17:02