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तुर्की में भुकम्प के कारण ध्वस्त मलबे के सामने खड़ी एक महिला तुर्की में भुकम्प के कारण ध्वस्त मलबे के सामने खड़ी एक महिला  (AFP or licensors)

भूकंप के एक महीने बाद, भय और निराशा हावी

तुर्की और सीरिया में आये भयांकर भूकम्प के एक माह बाद अलेप्पो के लातीनी पल्ली पुरोहित, फादर बहजात कराकच ने भूकंप प्रभावित लोगों की स्थिति के बारे बतलाया और कहा है कि वहाँ भय एवं निराशा की स्थिति है। उन्होंने कलीसिया की प्रतिबद्धता पर भी चर्चा की है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

6 फरवरी को विनाशकारी भूकम्प के झटके के एक महीने बाद, अलेप्पो और अन्य सीरियाई शहरों के भूकंप पीड़ितों के बीच "भय और निराशा की स्थिति है"।

अलेप्पो के पल्ली पुरोहित फादर बहजात कराकच ने एसआईआर को बतलाया कि "भूकम्प पीड़ितों को संगठित रखने के प्रयास में, मलबे के साथ, डर और निराशा की स्थिति बनी हुई है। लगभग 13 वर्षों के युद्ध, महामारी और गरीबी से प्रभावित लोगों के दिलों में एक त्वरित पुनर्निर्माण की आशा का कोई स्थान नहीं है।”

उन्होंने कहा, “कई लोग जिनके घर पूरी तरह ध्वस्त नहीं हुए हैं वे वापस लौटना नहीं चाहते हैं क्योंकि भूकम्प के झटके अब भी आ रहे हैं। उनके गिरने का डर स्पष्ट है। इस मोड़ पर मनोवैज्ञानिक कारक का अलेप्पो के निवासियों और प्रभावित क्षेत्रों के जीवन में खास महत्व है।"

"इस बीच, स्थानीय अधिकारियों द्वारा स्थापित स्वागत केंद्र भूकंप पीड़ितों से भरे हुए हैं और सह-अस्तित्व मुश्किल होने लगा है। इतने सारे लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपर्याप्त सेवाओं के साथ ये कुछ कामचलाऊ संरचनाएँ हैं।"

कलीसिया की मदद

स्थानीय कलीसियाएँ भूकम्प पीड़ितों को भौतिक सामग्री और आध्यात्मिक सहायता अब भी प्रदान कर रहे हैं। विश्वव्यापी कलीसिया की ओर से भी उनकी मदद की जा रही है। इस समय करीब 3,000 लोगों को तेर्रा संता कॉलेज में शरण दिया गया है। वहाँ प्रेरितिक गतिविधियाँ शुरू हो चुकी हैं। फादर ने कहा कि जितना संभव हो हमारे विश्वासियों के बीच सामान्य स्थिति लाना महत्वपूर्ण है। एक माह बाद अब भी इस बड़े कॉलेज में लोगों के लिए पर्याप्त स्थान की कमी है। शौचालय काफी नहीं हैं एवं स्वच्छता की काफी एक समस्या है। यही कारण है कि लोगों को यकीन दिलाना आवश्यक है ताकि वे अपने घर लौट सकें।   

फादर ने कहा, सबसे बड़ा शत्रु है डर, जिसको सोशल मीडिया के द्वारा भड़काया जाता है। भूकम्प के एक माह बाद कलीसिया की प्रतिबद्धता समाप्त नहीं हुई है जो लोगों का स्वागत करने के साथ साथ भौतिक सामग्रियों प्रदान कर रहे हैं। अलेप्पो में 11 ख्रीस्तीय समुदाय मौजूद हैं (काथलिक, ऑर्थोडॉक्स, प्रोटेस्टंट) इन सभी ने - सहायता कार्यों का समन्वय करने के लिए - एक ख्रीस्तीय एकता आयोग का गठन किया है। जिसने ख्रीस्तीय परिवारों द्वारा बसाए गए भवनों की व्यवहार्यता को सत्यापित करने और घरों की बहाली परियोजनाओं पर काम करने के लिए 15 इंजीनियरों को नियुक्त किया है।

लातीनी पल्ली पुरोहित ने कहा, “जिन्होंने अपना घर खो दिया है उनकी मदद किराये के द्वारा की जाएगी। इस काम के लिए लम्बा समय लगेगा क्योंकि कई सवाल हैं। ये इंजिनियर अन्य 4 लोगों से मिलेंगे जो कुछ दिनों में इटली से आयेंगे। वे भूकंप के बाद के काम में विशेषज्ञ हैं। उन्हें आधिकारिक तौर पर काम करने की अनुमति देने हेतु अलेप्पो की नगर पालिका के साथ एक समझौता किया है। वे सबसे पेचीदा मामलों से निपटेंगे।”

इताली काथलिक धर्माध्यक्षों का दौरा

हाल के दिनों में इटली के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन चेई से मोनसिन्योर जुस्सेपे बतुरी एवं अंतरराष्ट्रीय उदार सेवा के निदेशक फादर लेओनार्दो दी मौरो ने भूकम्प स्थल का दौरा किया था।

फादर बहजात ने कहा, “यह हमारे लिए एक आशीर्वाद था, यहाँ अलेप्पो में हमारे इताली मित्रों एवं भाइयों को देखना, एकाकीपन की भावना को तोड़ने जैसा था जो हर बीतते दिन के साथ बढ़ रहा था। यह एक महत्वपूर्ण तथ्य है कि भूकम्प के कारण क्या हुआ है उसे ध्यान में रखना चाहिए। इस त्रासदी को नहीं भूलाया जाना चाहिए।"

इस संबंध में, मैं कहना चाहूँगा कि मोनसिन्योर बतुरी और फादर दी मौरा ने जो देखा उससे बहुत प्रभावित हुए और खुद को भविष्य के सहयोग के लिए उपलब्ध किया। 2013 से आज तक, चेई ने सीरिया में 17 परियोजनाओं के लिए 12 मिलियन यूरो से अधिक का आवंटन किया है, जिसमें एवीसीआई  फाउंडेशन द्वारा प्रबंधित "ओपन हॉस्पिटल" भी शामिल है, जो 2017 से मानवीय संकट के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया का प्रतिनिधित्व करता है, और आज भी भूकंप पीड़ितों की मदद कर रहा है।

पुनःनिर्माण

चुनौती है पुनः निर्माण कार्य शुरू करने का। प्रतिबंध को सरल करने के लिए प्रतीक्षा कुछ फल ला सकता है। इस संबंध में फादर को थोड़ी शंका है, उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि सीरिया के खिलाफ प्रतिबंधों में ढील की खबर का वास्तविक की तुलना में अधिक मीडिया मूल्य है। इसकी प्रभावशीलता और सत्यता को सत्यापित करने में समय लगेगा, शायद सालों। वर्षों से, सीरिया पर प्रतिबंध ने बहुत गंभीर क्षति पहुंचाई है। अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे के लिए, गरीबी और भ्रष्टाचार में वृद्धि हुई है। मुझे नहीं पता कि केवल छह महीने के लिए प्रतिबंधों में ढील लोगों के वास्तविक जीवन को प्रभावित करेगी या नहीं"।  

 

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07 March 2023, 16:51