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येसु के पास हमारी बाहों के अलावा और कोई बाहें नहीं हैं

कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य की राजधानी किंशासा के बाहरी इलाके में, येसु के पवित्र हृदय अस्पताल की धर्मबहनें ‘टेलीमा केंद्र’ चलाती हैं, जो उन पुरुषों और महिलाओं को ले जाती हैं जिन्हें उनके अपने परिवारों द्वारा छोड़ दिया गया है और उन्हें आश्रय, स्वच्छता, मनोवैज्ञानिक देखभाल और नौकरी प्रशिक्षण प्रदान करती हैं। (सल्वातोरे सेर्नुज़ियो द्वारा)

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

किंशासा, गुरुवार 16 मार्च 2023 (वाटिकन न्यूज) : "एस्कुचा ... ला निनिता!" सिस्टर अंजेला हाल ही में किंशासा के सुदूर स्थित टेलीमा केंद्र में निर्मित "बेथानी" आश्रय में झंझरी वाली खिड़की को इंगित करती है। 11 महीने की प्रेजेंस, अपनी माँ की बाहों में है उसका पीठ और जांघ जल गया है और वह दर्द से चींखती रहती है। दो दिन पहले तक, वे कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य की राजधानी किंशासा के पड़ोस किमटाम्बो में धूल, कचरा, चूहों और मच्छरों से घिरे सड़कों पर रहते थे।

प्रेजेंस का शरीर संक्रमित हो गया है। उसकी माँ, जेनेवीव उस पर टाल्कम पाउडर लगाती है, वह बेबस नजरों से अपनी बेटी को देखती है। वह जमीन पर बैठी है, जबकि छोटी लड़की केंद्र के 23 कमरों में से एक के बिस्तर पर पड़ी है। स्पेन के ऑस्टुरिया से 74 साल की सिस्टर एंजेला गुतिरेज़, जो 1989 से कांगो में हैं, उसे उठने में मदद करती हैं। “माँ और बेटी कुछ घंटे पहले केंद्र पहुंचे हैं। वह पूरी तरह गंदी है... लोगों ने उस पर जादू टोना करने का आरोप लगाया था इस कारण से वह घर से बाहर सड़कों पर रह रही थी। अब उसे रहने को एक घर मिल गया है।”

टेलेमा केंद्र में एक मरीज
टेलेमा केंद्र में एक मरीज

"गली के लोग"

"घर" एक छोटी सी सफेद इमारत है जो घास और नए निर्माण के मलबे के बीच है। यह परिसर पुराने केंद्र की एक शाखा है जिसे येसु के पवित्र हृदय अस्पताल की धर्मबहनें 2007 से केंद्र का संचालन करती हैं। यह बुलेवार्ड लुंबा में स्थित है।

सिस्टर अलीना लियाना काना बताती हैं कि नया "टेलीमा", - जिसका स्थानीय बोली में अर्थ है "एक आदमी को अपने पैरों पर खड़ा करना" - पिछले मई में दो बीमार बच्चों के पिता की उदारता का फल है, जो अपने साथी नागरिकों की दुर्दशा और धर्मबहनों के काम से विस्मित था। दिन या रात के किसी भी समय, सिस्टर अंजेला, सिस्टर इडा, सिस्टर अल्फोंसिना, सिस्टर ओर्टेंसिया, सिस्टर प्रिस्का, सिस्टर ओडेट और सिस्टर मारिया प्रति माह लगभग 50,000 लोगों को इन छोटे कमरों में स्वागत और मेजबानी करती हैं। वे हर शाम "गली के लोग" जो सड़कों में घूमते हैं। उन्हें कांगो की राजधानी के भीड़-भाड़ वाले, धुएँ से भरे फुटपाथों से उठाते हैं या जिन्हें वे अपने केंद्र के दरवाजे के बाहर पाती हैं उन्हें अंदर जाने देती हैं।

टेलेमा केंद्र की एक धर्मबहन
टेलेमा केंद्र की एक धर्मबहन

जादू टोना का आरोप

सिस्टर अलीना कहती हैं कि ये लोग मुख्य रूप से मानसिक बीमारी से पीड़ित हैं, जो अवसाद, आत्म-हानि, संज्ञानात्मक बाधाओं, शराब, मिर्गी, विपक्षी उद्दंड विकार से प्रभावित हैं, जिन पर जादू टोना का आरोप लगाया जाता है और इस तरह अपने ही परिवारों द्वारा हाशिए पर डाल दिया जाता है,इस प्रकार  का विश्वास कई पेंटेकोस्टल पास्टरों द्वारा प्रबलित हैं, जो "हर जगह जादू टोना" देखते हैं। “जब कोई रिश्तेदार मरता है, जब कोई बेचैन होता है, तो उसके अंदर भूत होने का आरोप लगाया जाता है। एक धर्मबहन मुझे 18 साल की एक लड़की के बारे में बता रही थी जिसे पवित्र शनिवार को लगभग ज़िंदा जलाकर, कचरा गढ़ा में फेंक दिया गया था और उसने उसे कचरा गढ़ा से निकाला और तुरंत अस्पताल ले गई। वह पूरी रात उसकी निगरानी करती रही। इस तरह वह पवित्र शनिवार का जागरण मिस्सा में भाग नहीं ले पाई।

परित्यक्त महिलाएं

धर्मबहनों के घर पहुंचने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं। वे अकेली हैं, मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर हैं और इस कारण से, किसी की दया पर आश्रित हैं। कुछ बलात्कार का शिकार होती हैं, जैसे मेडू को और उसके दो बच्चों को भी सड़कों पर फेंक दिया गया था। उन बच्चों के सामने उसका बार-बार बलात्कार किया गया था। उसके बच्चों को एक पुलिस अधिकारी अपने साथ ले लिया। कुछ दिनों बाद उसने महसूस किया कि वह उनकी देखभाल करने में असमर्थ है और इसलिए, उन्हें सामाजिक सेवा केंद्र को सौंप दिया। “आठ साल बाद, हमें पता चला कि लड़का कहाँ है। पर हमें नहीं पता कि उस लड़की के साथ क्या हुआ।" सिस्टर अलीना ने मेडू के कमरे का दरवाजा खोलते हुए कहा। यह महिला पहले हमारे केंद्र में थी लेकिन अपने बच्चों की खोज में फिर से सड़कों में लौट गई थी। कुछ समय बाद जब वह गंदी और फटे हाल केंद्र लौटी। इसी तरह दूसरी महिलाओं का हाल होता है। हम उन्हें धोते नहलाते हैं। उनके धावों को साफ करते हैं। उनके बालों को काटते हैं। उनके पुराने गंदे कपड़ों को जलाते हैं।

सिस्टर अलीना आगे कहती हैं, “अगला कदम युवा महिलाओं और पुरुषों को मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सीय उपचार के लिए तैयार करना है हम स्वयंसेवी विशेषज्ञों के पास ले जाते हैं। सुसज्जित क्लिनिक में फिजियोतेरपी, एक परीक्षण प्रयोगशाला और एक फार्मेसी है।”

टेलेमा केंद्र की एक धर्मबहन
टेलेमा केंद्र की एक धर्मबहन

आघात और गतिविधियाँ

इलाज चल रहे मरीजों से धर्मबहनें हस्तकला करवाती हैं। मुख्य गतिविधि "सिलाई" है। बड़े कमरे में 10 सिलाई मशीनें हैं पीछे एक छोटा कमरा है जहाँ "उनके काम" प्रदर्शित किए जाते हैं; सूती कपड़े और वस्त्र, "मामा अफ्रीका" गुड़िया, जो रेत या बोतल के ढक्कन से भरी होती है, पर्स जो मोतियों या जनजातीय पैटर्न से बनी होती है। सिस्टर अंजेला महिलाओं को सिलाई करना सिखाती हैं ताकि उन्हें अपनी रोजी रोटी कमाने में मदद मिल सके। धर्मबहनें इनमें से अधिक से अधिक उत्पादों को बेचने की कोशिश करती हैं, जिससे मुख्य रूप से भोजन के लिए और अपनी कई लागतों को कवर करने में मदद मिल सके।

बगान से सब्जियाँ

सिस्टर अलीना कहती हैं कि बागवानी बीमारों के लिए एक और गतिविधि है वे बगान में साग-सब्जी उगाते हैं। सिस्टर अलीना पालक के गुच्छे को दिखाते हुए कहती है, "देखिये!",  यह बगान से तोड़ा गया है। "हम कभी भी भोजन के बिना नहीं रहे।" "बेशक, हमें थोड़ी सहायता मिलती है।" धर्मबहनों ने शहर के अधिकारियों और कलीसिया के अधिकारियों के साथ बात की है: “लेकिन आखिरकार, केवल उदार लोग ही हमारी मदद करते हैं। सामान्य तौर पर, हम परित्यक्त हैं।”

जीवन दूसरों के लिए

अंधेरा घर पर जल्दी पड़ता है। बेथानी आश्रय के प्रवेश द्वार पर एकमात्र प्रकाश है, जहाँ बीमार कुछ बहनों के साथ इकट्ठा होते हैं। वे रात का खाना खाते हैं, कपड़े बदलते हैं, नहाते हैं और अपनी दवा लेते हैं। कुछ सड़कों पर गश्त करने के लिए निकलते हैं। धर्मबहनें 24 घंटे दूसरों की जरूरतों को पूरा करने में लगी रहती हैं। आप यह क्यों करती हैं?  सिस्टर अलीना मुस्कुराते हुए जवाब देती है: “येसु के पास बीमारों को छूने के लिए और कोई हाथ नहीं है बल्कि हमारी बाहें हैं। दूसरों की पीड़ा देखने के लिए उनके पास और कोई आंख नहीं है... उन्होंने जो शुरू किया उसे जारी रखने के लिए उन्होंने हमें भेजा है।'

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16 March 2023, 16:59