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जैरूसालेम  की ब्राखा  बस्ती में हिंसा के बाद , 27.02.2023 जैरूसालेम की ब्राखा बस्ती में हिंसा के बाद , 27.02.2023 

कलीसियाई नेताओं ने पवित्र भूमि में फिर से की शांति की अपील

पवित्र भूमि में घातक हिंसा की नवीनतम घटनाओं के मद्देनज़र जैरूसालेम के कलीसियाई धर्माधिपतियों ने इस सप्ताह एक नया बयान जारी किया, जिसमें एक बार फिर तनाव कम करने और इजराएली-फिलिस्तीनी संघर्ष के स्थायी समाधान का आग्रह किया गया है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

जैरूसालेम, शुक्रवार, 3 मार्च 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): जैरूसालेम के प्राधिधर्माध्यक्षों तथा कलीसियाओं के प्रमुखों ने पवित्र भूमि में हिंसा और तनावों को कम करने का आह्वान किया है। पवित्र भूमि में घातक हिंसा की  नवीनतम घटनाओं के मद्देनज़र जैरूसालेम के कलीसियाई धर्माधिपतियों ने इस सप्ताह एक नया बयान जारी किया, जिसमें एक बार फिर तनाव कम करने और इजराएली-फिलिस्तीनी संघर्ष के स्थायी समाधान का आग्रह किया गया है।

तनावों का सिलसिला

इज़राएली और फिलिस्तीनी अधिकारियों के बीच वार्ता की पुनः बहाली हेतु इस सप्ताह के शुरू में हल्के प्रयासों के बावजूद, हिंसा जारी है और तनाव अभी भी उच्च स्तर पर चल रहा है। 2023 की शुरुआत से अब तक 63 फ़िलिस्तीनी और 13 इज़राएली मारे गए हैं। नागरिकों सहित 63 फिलीस्तीनी इज़राएली सेना द्वारा मारे गये हैं, और 13 इज़राएलियों ने फिलिस्तीनी आतंकवादियों के हमलों में अपनी जान गंवाई है।

हाल में भड़की हिंसा में जेनिन शरणार्थी शिविर और नबलुस ओल्ड सिटी में दो इज़राएली सैन्य छापे शामिल हैं, जिसमें 11 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। इज़राएली रक्षा बलों ने कहा है कि अभियान का उद्देश्य फिलिस्तीनी आतंकवादियों को गिरफ्तार करना था जिन्होंने बसाये गये लोगों अथवा सैनिकों के खिलाफ गोलीबारी की थी और आगे के हमलों की योजना बना रहे थे। विगत माह, पूर्वी जैरूसालेम में एक यहूदी आराधनालय के बाहर हुई एक फिलिस्तीनी हमले में छह इस्राइली और एक यूक्रेनी नागरिक मारे गए थे। 2008 के बाद से यह अपनी तरह का सबसे घातक हमला था।

जॉर्डन में वार्ताएँ

मिस्र और संयुक्त राज्य अमेरिका की भागीदारी के साथ जॉर्डन के अकाबा में 26 फरवरी को हुई दुर्लभ वार्ता में, इज़राएली और फिलिस्तीनी अधिकारियों ने हिंसा की वृद्धि को रोकने और "न्यायसंगत और स्थायी शांति" की दिशा में काम करने के लिए कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की थी। इज़राइल ने फिलिस्तीनी क्षेत्रों में बस्तियों के विस्तार को रोकने का भी वादा किया था। हालाँकि, दक्षिण पंथी ज़ायोनी इज़राएली वित्त मंत्री बेज़लेल स्मोट्रिच ने कहा  है कि पश्चिमी तट की बस्ती के निर्माण का कोई निलंबन नहीं होगा और इज़राएली रक्षा बल बिना किसी सीमा के "आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए काम करना जारी रखेंगे"। दूसरी ओर, गज़ा पर नियंत्रण में रखनेवाले फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने उक्त वार्ताओं को "बेकार" करार दिया।

हिंसा रोकने की तत्काल आवश्यकता

जैरूसालेम के कलीसियाई धर्माधिकारियों के अनुसार, "ये दर्दनाक घटनाक्रम न केवल शब्दों और कर्मों में तनावों को तुरंत कम करने हेतु, बल्कि अंतरराष्ट्रीय प्रस्तावों और वैधता के अनुसार, इज़राएली-फिलिस्तीनी संघर्ष के समापन हेतु एक अधिक स्थायी समाधान खोजने को आवश्यक निरूपित करते हैं"।

कलीसियाई अधिकारियों की यह अपील 29 जनवरी को जारी एक बयान के बाद की गई थी, जिसमें सभी पक्षों से "संयम और आत्म-नियंत्रण के अभ्यास" का आग्रह किया गया था, चेतावनी दी गई है कि हिंसा में वृद्धि "निश्चित रूप से और अधिक अत्याचार और पीड़ा लाएगी"।

क्षेत्र में "सामान्य सामाजिक और राजनीतिक स्थिति में धीरे-धीरे गिरावट" को दृष्टिगत रख अपनी चिन्ताओं को व्यक्त करते हुए,  दिसंबर 2022 में एक बयान जारी कर, पवित्र भूमि के काथलिक धर्माधिकारियों की सभा ने आशा व्यक्त की थी कि प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाली नई दक्षिण पंथी गठबंधन सरकार "राजनीतिक स्थिरता" लाएगी।

रविवार, 26 फरवरी को मध्यान्ह देवदूत प्रार्थना के दौरान, सन्त पापा फ्रांसिस ने भी हिंसा में पुनः वृद्धि की निंदा कर पुनः बातचीत की अपील की थी ताकि फिलिस्तीनियों और इज़राएलियों को "अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की मदद से भाईचारे और शांति का मार्ग मिल सके"।

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03 March 2023, 11:16