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2023.01.14 भली यात्रा की धन्य कुँवारी मरियम मठ की धर्मबहनें 2023.01.14 भली यात्रा की धन्य कुँवारी मरियम मठ की धर्मबहनें  #SistersProject

आज की दुनिया में संत क्लारा फिर एक बार

सर्देनिया में इग्लेसियस की भली यात्रा की कुँवारी मरियम मठ की धर्मबहनें सबसे ज्यादा पीड़ित लोगों की सेवा में असीसी की संत क्लारा के पद चिन्हों पर चलते हुए अपने जीवन और मिशन के बारे में बताती हैं। वे लिखती हैं, "हम आश्वस्त हैं कि संत क्लारा मठ में आज प्रभु के घर में प्रकाश उत्पन्न करने और प्रकाश फैलाने की संभावना सबसे बढ़कर एकता में हमारे भाईचारे के जीवन की गवाही से जुड़ी हुई है।(इग्लेसियस की भली यात्रा की धन्य कुँवारी मरियम मठ की धर्मबहनों के एक ‘गायक दल’ ने लिखा है)

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

सर्देनिया, मंगलवार 21 फरवरी 2023 (वाटिकन न्यूज) : 1100 के दशक के अंत और 1200 के दशक की शुरुआत में, संत फ्रांसिस और संत क्लारा ने सत्य और सुसमाचार के लिए प्यासे पुरुषों और महिलाओं को आकर्षित किया। उस समय के जीवनी लिखने वालों ने उस समय के सामाजिक और आध्यात्मिक संदर्भ में उनके मिशन को इन शब्दों द्वारा प्रस्तुत किया:

यहां तक कि बादल के बीच में भोर के तारे के रूप में, फ्रांसिस अपने जीवन की उज्ज्वल किरणों के साथ चमक रहा था और सिखा रहा था, अपनी तेज चमक से उन्हें प्रकाश में ले गया जो अंधेरे में और मृत्यु की छाया में बैठे थे, और ... मनुष्यों के बीच शांति और मुक्ति के सुसमाचार का प्रचार किया...ओ क्लारा, स्पष्टता के शीर्षकों के साथ कई गुना संपन्न! ...ओह, इस एक के प्रकाश की कितनी प्रबलता है और उसकी इस स्पष्टता की रोशनी कितनी प्रबल है! यह प्रकाश, वास्तव में, गुप्त मठों में बंद रहा और इसके बाहर चमकदार किरणें निकलीं…

सिस्टर दिलेत्ता और सिस्टर दमियाना
सिस्टर दिलेत्ता और सिस्टर दमियाना

आज, 21वीं सदी में, हम, संत क्लारा की बेटियाँ, महसूस करती हैं कि हमारे पास एक ही मिशन है, हालाँकि जिस तरह से हम इस करिश्मा को जीते हैं, वे वर्तमान समय द्वारा हमें सुझाए गए हैं और वे हमेशा विवेक के अधीन हैं, ताकि हमारा संदेश और साक्ष्य आज के लोगों तक उनकी भाषा के माध्यम से पहुंच सके और उनके वास्तविक सवालों का जवाब दे सके।

हाल के वर्षों में, हम सभी ने खुद को भारी जलवायु में रहते हुए पाया है, पहले महामारी के कारण, और फिर हमारे यूरोप के दरवाजे पर युद्ध के कारण। आपस में जुड़ी हुई दुनिया में, हर चीज हम तक पहुंचती है और हमें चोट पहुंचाती है, क्योंकि हम जानते हैं कि हम उस मानवता से संबंधित हैं जो पीड़ित है और हजारों जरूरतों का सामना करती है। हमारा जीवन प्रार्थना और चिंतन का जीवन है, प्रार्थना जिसमें हमारे हृदय में हमारे सभी भाइयों और बहनों की पुकार है, पूरी आबादी की आशाएं हैं, साथ ही उन मित्रों की चिंताएं भी हैं जो सबसे करीब हैं और हमारी निगाहों में मौजूद हैं।

गाविना और सिस्टर मरिया क्लारा
गाविना और सिस्टर मरिया क्लारा

महामारी के दौरान, लोगों को अपनी निकटता और भागीदारी का एहसास कराने के लिए उनसे सीधा संपर्क न कर पाने के कारण, हमने एक यू ट्यूब वीडियो तैयार किया, जिसमें हमने कोविद रोगियों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए आशा का एक गीत प्रस्तुत किया। इस पहल के कई सकारात्मक प्रभाव थे, लेकिन हम जानती हैं कि संचार के ये साधन उपयोगी नहीं होंगे यदि वे विश्वास और प्रेम की सच्ची भागीदारी को व्यक्त नहीं करते - वह प्रेम जिसके कारण हमें उस वर्ष के चालीसा काल को व्यक्तिगत तौर पर और मौन में समर्पित करना पड़ा। अनवरत पवित्र साक्रामेंट की आराधना के दौरान हमने अपने देश और पूरी दुनिया के लिए मध्यस्त प्रार्थना की।

इसी तरह, यूक्रेन में युद्ध की पीड़ा को देखते हुए, हमारे गिरजाघर में आने वाले विश्वासियों को हमारी प्रार्थना में शामिल करने का फैसला किया। हर रविवार को पवित्र साक्रामेंट की आराधना का प्रस्ताव दिया, जो सुबह के शुरुआती घंटों में प्रातःकालीन प्रार्थना से शुरू होता था।

मदर मरिया और सिस्टर एलिजबेद
मदर मरिया और सिस्टर एलिजबेद

अनवरत पवित्र संस्कार की आराधना का समापन ईस्टर जागरण के साथ हुआ। हमारे विचार मृत्यु और पीड़ा सह रहे लोगों की ओर मुड़े, जिन्हें हमें सौंपा गया है: बीमार, अकेले और हताश लोग, बेघर, कठिनाईयों का सामना कर रहे परिवार... हमने उन सभी को पुनर्जीवित प्रभु की महिमा से प्रकाशित देखा जो दर्द को रूपान्तरित करते हैं और नया जीवन देते हैं। हम अपने इन भाइयों और बहनों में से कुछ के साथ हमारे पार्लर में मिलती हैं और सबसे कठिन क्षणों में उनके साथ मिलकर प्रार्थना करती हैं। (उदाहरण के लिए, एक माँ जिसने एक दुर्घटना में अपने इकलौते बेटे को खो दिया, कठिनाई में पड़े बच्चों वाले परिवार, जीवन के अर्थ की खोज करने वाले युवा और आध्यात्मिक मार्गदर्शक की इच्छा रखने वाली महिलाएं, आदि)।

सिस्टर अमाता और सिस्टर सिसिलिया
सिस्टर अमाता और सिस्टर सिसिलिया

हमारे जीवन जीने के तरीके ने हमें मसीह के प्रकाश पर चिंतन करने के लिए एक और तरीका सुझाया, जिसे हमने एक से अधिक बार अपनाया है, साथ ही कलीसिया द्वारा मठीय जीवन पर प्रकाशित नए दस्तावेजों के प्रकाश में, “लेक्सियो दिविना” प्रार्थना सभा पड़ोसियों और सबसे अधिक रुचि रखने वाले लोगों के लिए शुरु किया। हम आम तौर पर अपने समुदाय में अपनी बहनों के बीच “लेक्सियो दिविना” आयोजित करती हैं। यह पहल भी, हमारे प्रार्थनामय जीवन की जड़ों से शक्ति प्राप्त करती है, क्योंकि वचन का प्रवेश तात्कालिक नहीं है और न ही हम आत्मा की आवाज को पहचानते हैं यदि हम इसे दैनिक रूप से नहीं सुनते हैं। दृढ़ता के साथ वचन को प्रेम से सुनने के लिए अपने हृदयों को समर्पित करते हैं। इसके अलावा, हम आश्वस्त हैं कि संत क्लारा मठ में आज प्रभु के घर में प्रकाश उत्पन्न करने और प्रकाश फैलाने की संभावना सबसे बढ़कर एकता में हमारे सामुदायिक जीवन की गवाही से जुड़ी हुई है। संत क्लारा ने अपनी बुलाहट और अपने करिश्मे के मुख्य बिंदुओं को "पवित्र एकता और चरम गरीबी" के रूप में अभिव्यक्त किया और आज, प्रचलित संस्कृति और मानसिकता पर हावी होने वाली व्यक्तिवादी प्रवृत्तियों पर काबू पाने की संभावना की गवाही देते हुए, यह अति आवश्यक है। पवित्र आत्मा के अनुग्रह द्वारा मन परिवर्तन करके दिन-ब-दिन ऐसे समुदाय का निर्माण करती हैं जहाँ येसु की उपस्थिति महसूस की जाती है, जिसके माध्यम से हम कलीसिया और दुनिया में फलदायी बनती हैं।

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21 February 2023, 16:08