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कार्डिनल हॉलरिक: 'एशिया की कलीसिया के पास दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ है'

धर्मसभा पर एशियाई महाद्वीपीय सभा का तीसरा और अंतिम दिन कार्डिनल हॉलरिक द्वारा एक अभिविन्यास के साथ शुरू हुआ, जिन्होंने सिनॉड पर (सिम्फनी) स्वर की समता और मनपरिवर्तन की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

बैंकॉक सोमवार 27 फरवरी  2023 (वाटिकन न्यूज) : सिनॉडालिटी पर एशियाई महाद्वीपीय सभा का अंतिम दिन प्रतिभागियों के बीच साझा करने के क्षण के साथ शुरू हुआ। फिलीपींस, कलूकान के धर्माध्यक्ष पाब्लो वर्जिलियो डेविड; ताइवान के चीनी क्षेत्रीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की सिनॉडल टीम की सदस्य टेरेसा वू और फिलीपीन से धर्मसभा के धर्मशास्त्रीय आयोग की सदस्य प्रो. एस्टेला पाडिला ने दिन की कार्यवाही का संचालन किया।

एशियाई महाद्वीपीय सभा के अंतिम दिन के संचालक
एशियाई महाद्वीपीय सभा के अंतिम दिन के संचालक

सिम्फनी के रूप में धर्मसभा

धर्मसभा पर सिनॉड के जनरल रिलेटर कार्डिनल जीन-क्लाउड होलेरिक ने दिन की कार्यवाही को उन्मुख करने के लिए तीन बिंदु प्रदान किए। उन्होंने कार्य समूहों में से एक द्वारा किए गए अवलोकन पर ध्यान केंद्रित करते हुए कार्डिनल ने कहा, "एक छोटे समूह ने तालमेल, एकजुटता, सिम्फनी के बारे में बात की।" "मैं 'सिम्फनी' शब्द चुनता हूँ।" "यदि पियानो को ट्यून नहीं किया गया है, तो यह एक भयानक सिम्फनी होगी, कर्कश होगा।"

"सिनॉडल मनपरिवर्तन वह तरीका है जिससे हमें अपने उपकरणों को ट्यून करना पड़ता है। मनपरिवर्तन हमेशा मसीह में मनपरिवर्तन होता है।”

बपतिस्मा पर आधारित ख्रीस्तीय एकता

इस मनपरिवर्तन के लिए हमारे अपने अहंकार को विनम्रता के साथ छोड़ने की आवश्यकता है, ताकि "एक दूसरे को देखें और हम में से प्रत्येक में बपतिस्मा की गरिमा देखें।" उन्होंने कहा, बपतिस्मा के साथ शुरुआत, समन्वय के बजाय, "बपतिस्मा पर आधारित ख्रीस्तीय एकता का नया वसंत" खोलेगा, यह देखते हुए कि सम्प्रदाय बपतिस्मा में ख्रीस्तीय धर्म की पहचान को आधार बनाता है।

सृष्टि की धर्मसभामय व्याख्या

अपने तीसरे और अंतिम बिंदु में, कार्डिनल हॉलरिक ने सृष्टि के सृजन पाठ की धर्मसभामय व्याख्या प्रदान की। उन्होंने कहा, पाठ को "पुरुष," या "पुरुष और महिला," या विवाह और परिवारिक संस्था के रूप में देखने के बजाय, "पाठ की धर्मसभामय व्याख्या" यह है कि "मानवता" बनाई गई थी, "कलीसिया के रूप में हम उस मानवता का हिस्सा हैं और हमें मानवता की सेवा करने के लिए बुलाया गया है। तो, एक धर्मसभामय कलीसिया एक ऐसी कलीसिया है जो मसीह द्वारा दिये गये मिशन याने सुसमाचार की घोषणा करती है और यदि हम संसार की सेवा नहीं करते हैं, तो कोई [हमारे] सुसमाचार की घोषणा पर विश्वास नहीं करेगा।”

डिजिटल युग में धर्मसभा का फल

एक सिनॉडल कलीसिया दुनिया को जो फल दे सकती है, वह अन्य धर्मों के साथ संवाद में और डिजिटल संस्कृति द्वारा प्रचारित समुदाय को व्यक्तिवाद में लाने के लिए प्रदर्शित किया जाएगा। कार्डिनल ने कहा, इसके लिए "हमारे समय में परिवर्तन" की आवश्यकता है, क्योंकि "हम डिजिटल युग के वर्ष 0 में हैं। और युवा लोग पहले से ही वर्ष 0.1 में है… और कभी-कभी हम धर्माध्यक्ष डिजिटल युग से पहले, याने माइनस 0.1” में रहते हैं।

"धर्मसभा, समुदाय को एक साथ रहने के लिए वापस लाना, इस नए युग की सेवा है।"

अपनी अंतिम टिप्पणी में, कार्डिनल ने प्रतिभागियों को याद दिलाया, "हम सभी मसीह के साथ रास्ते में हैं।" उन्होंने पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन का आह्वान किया और संदेश अंत करते हुए कहा, "एशिया की कलीसिया के पास दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ है।"

ड्राफ़्ट प्रतिक्रिया आगे बढ़ती है

मौन प्रार्थना के बाद, विवेक और मसौदा टीम के सदस्य फादर क्लेरेंस देवदास ने विवेक और समीक्षा के तहत एशियाई महाद्वीपीय दस्तावेज़ के लिए अपडेट मसौदा प्रस्तुत किया। फादर देवदास ने कहा कि यह नया मसौदा एआई और एचआई (ह्यूमन इंटेलिजेंस) दोनों के उपयोग के साथ संकलित किया गया था। वास्तव में, एशियाई महाद्वीपीय सभा प्रतिभागियों से संशोधन और इनपुट इकट्ठा करने के लिए डिजिटल तकनीकों के उपयोग को शामिल करने में पहली है। इसके बाद उन्होंने पहले मसौदे में उन सभी मुद्दों को प्रस्तुत किया जहां संशोधन किए गए थे।

एशियाई महाद्वीपीय सभा का अंतिम दिन
एशियाई महाद्वीपीय सभा का अंतिम दिन

संशोधित मसौदे को मंजूरी

प्रो. पाडिला ने तब प्रतिभागियों को संशोधित पाठ पर मौन चिंतन में समय बिताने के लिए आमंत्रित किया। इसके बाद प्रत्येक समूह ने संशोधित मसौदे पर अपनी प्रतिक्रिया प्रस्तुत की। तब आम सहमति बनी। प्रतिनिधि इस बात के पक्ष में थे कि संशोधित मसौदे में उनके इनपुट को दर्शाया गया है और आगे के संशोधनों के बारे में एक विश्वास मत लिया गया जो लेखन दल द्वारा किया गया। यह भी समझाया गया कि एक बार लेखन दल ने सभा से प्राप्त अंतिम टिप्पणियों को शामिल कर लिया, तो पाठ को एशियाई धर्माध्यक्षीय सम्मेलन संघ (एफएबीसी) के सदस्य धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों में उनकी स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद अंतिम दस्तावेज एफएबीसी द्वारा सिनॉड के जनरल सचिवालय को भेजा जाएगा।

सिनॉडल संरचनाएं

दोपहर के सत्र के दौरान, प्रतिभागियों ने चिंतन किया, चर्चा की और रिपोर्ट की कि कलीसिया में धर्मसभा को बढ़ाने के लिए कलीसिया संबंधी संरचनाओं को कैसे बदला या बनाया जा सकता है और वे सिनॉड अक्टूबर 2023 और अक्टूबर 2024 सत्रों में क्या देखना चाहते हैं।

कार्डिनल मारियो ग्रेच ने अंतिम टिप्पणी की
कार्डिनल मारियो ग्रेच ने अंतिम टिप्पणी की

एशियाई महाद्वीपीय सभा का समापन

कार्डिनल मारियो ग्रेच ने एक "अद्भुत अनुभव" के लिए अपना आभार व्यक्त करते हुए एक अंतिम बार सभा को संबोधित किया,  "इस अनुभव के बाद, मैं इस कलीसिया को भूल नहीं पाऊंगा।" हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा। उन्होंने आगे कहा कि धर्मसभा पर सिनॉड ईश्वर के लोगों के बारे में है। सवाल यह नहीं है कि "कलीसिया क्या है?" लेकिन "कलीसिया कौन है?" उन्होंने दोहराया कि सभी को एक साथ चलने के लिए आमंत्रित किया जाता है ताकि "ख्रीस्त आज मानवता से मुलाकात करने में सक्षम होंगे।" इस प्रकार, एक धर्मसभा कलीसिया स्वाभाविक रूप से मिशन के लक्ष्य सुसमाचार प्रचार की ओर बढ़ती है।

उन्होंने कहा कि धर्मसभा पहली सदी के ख्रीस्तीयों के अनुभव से बनी कलीसिया का आयाम है जिसे पुनः प्राप्त करने की आवश्यकता है। यात्रा की सुंदरता यह है कि हम "निष्ठा की भावना और पदानुक्रम मंत्रालय के बीच सही संतुलन" खोजने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "इन पिछले कुछ दिनों में, आप सही संतुलन बनाने में कामयाब रहे।" उन्होंने तब पुष्टि की कि एशियाई कलीसिया की विशेषताओं से पूरी कलीसिया को लाभ होगा। "हम आशा करते हैं कि इस अभ्यास के साथ ... आपका दस्तावेज़," सिनॉड सत्रों में धर्माध्यक्षों के काम में योगदान देगा और "धर्मसभा एक बदलाव लाएगी।" उन्होंने अपनी और संत पापा की ओर से कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उन्हें अपने स्थानीय समुदायों में लौटने और धर्मसभा के बीज बोने के लिए आमंत्रित किया जो "सुसमाचार प्रचार के लिए एक नया प्रोत्साहन" प्रदान करता है।

महाधर्माध्यक्ष किकुची ने धर्मसभा पर एशियाई महाद्वीपीय सभा का समापन किया
महाधर्माध्यक्ष किकुची ने धर्मसभा पर एशियाई महाद्वीपीय सभा का समापन किया

आर्कबिशप किकुची ने भी अंतिम टिप्पणी के साथ सभा को औपचारिक रूप से समाप्त किया। उन्होंने सभी की सक्रिय भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया, जिससे सभा सफल रही। इसके बाद सभा के प्रतिभागियों ने एफएबीसी के अध्यक्ष कार्डिनल चार्ल्स बो की अध्यक्षता में रविवारीय मिस्सा समारोह में भाग लिया।

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27 फ़रवरी 2023, 16:33