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एम्बाबाने में सड़क पर बैरिकेड्स का फोटो एम्बाबाने में सड़क पर बैरिकेड्स का फोटो  (AFP or licensors)

इस्वातिनी कलीसिया की चेतावनीः उग्र हिंसा गृहयुद्ध में बदल सकती है

दक्षिणी अफ्रीकी देश इस्वातिनी में मंज़िनी के धर्माध्यक्ष ने देश में बढ़ती हिंसा के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की, जो पहले से ही रक्तपात का कारण बन चुकी है और संघर्ष बहुत बड़े पैमाने में बढ़ सकती है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

एमबीबाने, सोमवार 27 फरवरी  2023 (वाटिकन न्यूज) : वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता थुलानी मसेको की 21 जनवरी को राजधानी इस्वातिनी की राजधानी एमबीबाने के पास उनके घर में निर्मम हत्या कर दी गई थी। अधिकारियों ने हत्या की जांच करने का वादा किया था, लेकिन एक महीने से अधिक समय से, कोई जवाब नहीं दिया गया है और पूरे दक्षिणी अफ्रीका में न्याय की मांग बढ़ रही है।

वाटिकन रेडियो से बात करते हुए मंज़िनी के धर्माध्यक्ष जोस लुइस पोंस डी लियोन ने देश में फैल रही अशांति और बेचैनी के लिए अपनी आशंका व्यक्त की, संवाद और जागरूकता की आवश्यकता को दोहराया ताकि यह "नया सामान्य" न बन जाए। उन्होंने कहा कि मसेको की हत्या इस्वातिनी में उग्र हिंसा को उजागर करती है, एक खतरनाक माहौल जिसे मासेको ने खुद एक कम महत्वपूर्ण गृहयुद्ध के रूप में वर्णित किया था।

अब शांतिपूर्ण नहीं है

धर्माध्यक्ष पोंस डी लियोन ने कहा कि पूर्व में स्वाजीलैंड के नाम से जाने जाने वाला देश हमेशा शांतिपूर्ण माना गया है। यह दक्षिण अफ्रीका और मोजाम्बिक के बीच स्थित है।

इसकी लगभग 1.2 मिलियन की एक छोटी आबादी है और विशेष रूप से 80 और 90 के दशक के दौरान जाना जाता है क्योंकि यहाँ एचआईवी पॉजिटिव लोगों का प्रतिशत बहुत उँचा है और सरकार ने सकारात्मक मामलों का पता लगाने और इलाज और निगरानी के लिए सफल नीतियां बनाई हैं। उन्होंने कहा, कि इस क्षेत्र में, यह कई लोगों के लिए एक संदर्भ बिंदु बन गया।

इस्वातिनी दक्षिणी अफ्रीका का नक्शा
इस्वातिनी दक्षिणी अफ्रीका का नक्शा

इस्वातिनी दक्षिणी अफ्रीका का नक्शा

धर्माध्यक्ष ने कहा कि जून 2021 में, "हमारे देश के इतिहास में ऐसी हिंसा कभी नहीं देखी गई,", जिसके कारण हत्याएं, गुस्सा और विभाजन हुआ है।

उन्होंने पहले के अज्ञात अश्रुगैस, बाधाओं और कर्फ्यू के अनुभवों को याद किया, जिसके समाधान के लिए स्वाजीलैंड कलीसियाओं की परिषद ने संवाद और शांति की खोज में अधिकारियों की मदद की थी।

धर्माध्यक्ष जोस लुइस ने बताया कि, परिषद, 1976 में ख्रीस्तियों को न्याय और शांति के अधिवक्ताओं के रूप में सशक्त बनाने के लिए स्थापित किया गया था, जिसमें प्रवासियों के एक बड़े प्रवाह का स्वागत करना आवश्यक था; इसमें काथलिक कलीसिया, एंग्लिकन कलीसिया और लूथरन कलीसिया शामिल हैं।

वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता थुलानी मसेको की 21 जनवरी को राजधानी इस्वातिनी की राजधानी एमबीबाने के पास उनके घर में निर्मम हत्या कर दी गई
वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता थुलानी मसेको की 21 जनवरी को राजधानी इस्वातिनी की राजधानी एमबीबाने के पास उनके घर में निर्मम हत्या कर दी गई

उन्होंने कहा, हमारे प्रतिनिधिमंडल ने देश में गंभीर हिंसा के खतरे को महसूस किया था और जैसे ही हम अधिकारियों के सामने अपनी चिंता व्यक्त करने पहुंचे, "हमने आंखों में महसूस किया कि शहर में आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे।"

धर्माध्यक्ष जोस लुइस ने कहा, "कार्यवाहक प्रधान मंत्री के साथ हमने मुलाकात की और हमने उनसे संकट से बाहर निकलने के तरीके के रूप में देश में एक समावेशी राष्ट्रीय संवाद की आवश्यकता के बारे में बात की।

उन्होंने स्पष्ट किया कि तनाव बढ़ रहा था, क्योंकि कुछ महीने पहले बड़े पैमाने पर हुए प्रदर्शनों, पुलिस द्वारा खूनी दमन ने देश को अराजकता में डाल दिया था। उन्होंने कहा, "मई के महीने में, विश्वविद्यालय के कानून का एक छात्र मृत पाया गया था और संदेह था कि उसे पुलिस ने मार डाला है।"

"उनके अंतिम संस्कार के एक दिन पहले, मैं मंज़िनी में भारी संख्या में पुलिस और सैन्य उपस्थिति देखकर चकित  था।" इस्वातिनी में हिंसा की अंतर्धारा, जिसे दुनिया के सबसे असमान देशों में से एक के रूप में दर्जा दिया गया है, बेरोजगारी, गरीबी, बुनियादी ढांचे की कमी और इस धारणा से प्रेरित है और लोगों की मांगों को राजा और सरकार इस बात को अनसुनी कर रहे हैं।

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27 February 2023, 16:22