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2023.02.26एशियाई महाद्वीपीय सभा में भाग लेने वाले लोकधर्मी 2023.02.26एशियाई महाद्वीपीय सभा में भाग लेने वाले लोकधर्मी  

सिनॉडल प्रक्रिया में लोकधर्मियों ने एशियाई आवाज़ों का योगदान दिया

एशियाई महाद्वीपीय सभा में भाग लेने वाले लोकधर्मी धर्मसभा को परिवर्तन, नए तरीके की सोच और नई दिशाओं के लिए एक वाहन के रूप में देखते हैं और इस प्रक्रिया में अपनी एशियाई आवाजों का योगदान देकर खुश हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

बैंकॉक, सोमवार 27 फरवरी  2023 (वाटिकन न्यूज) : सिनॉडालिटी पर एशियाई महाद्वीपीय सभा में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों में आठ लोकधर्मी हैं, उन्हें उनके संबंधित धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों द्वारा प्रतिनिधियों के रूप में चुना गया था।

वाटिकन न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में, उनमें से छह ने तीन दिवसीय सभा के दौरान उन चिंताओं, आशाओं और सपनों को साझा किया जो वे अपने साथ लेकर आए थे।

समूह कार्य में भाग लेता सुकलेशा कोस्टा
समूह कार्य में भाग लेता सुकलेशा कोस्टा

सुकलेश कोस्टा बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व करते हैं और कारितास के माध्यम से अपने देश में गरीबों के बीच काम करते हैं। वह अपने साथ जिन लोगों की सेवा करता है उनकी अपेक्षाओं को सभा में लाता है। सुकलेश पूछते हैं, "धर्मसभा क्या है?" "धर्मसभा मानवता है। इसलिए, जब मैं कारितास के साथ काम कर रहा हूँ, मैं धर्मसभा के साथ काम कर रहा हूँ।"

सुकलेश ने आगे कहा, "धर्मसभा का अर्थ है एक साथ सीखना, मैं इस संदेश को अपने साथ लेकर जाऊंगा और मैं लोगों के कई समूहों के साथ, गरीब लोगों के साथ यात्रा करूंगा और मैं गरीबों को मसीह के प्रेम का साक्षी दूंगा। इसलिए, यह मेरी प्रतिबद्धता है कि हम कलीसिया में नई सहस्राब्दी के लिए कुछ बदलाव लाएंगे। हम कलीसिया हैं," सुकलेश ने आगे कहा, "तो एक साथ हम कलीसिया होंगे।

अमजद गुलज़ार पाकिस्तान धर्माध्यक्षीय सम्मेलन का प्रतिनिधित्व करते हैं और कारितास के साथ भी काम करते हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि पहले धर्मसभा प्रक्रिया अस्पष्ट थी। विभिन्न दस्तावेज़ों को पढ़ने और उन पर विचार करने के बाद, "हमने आदान-प्रदान और विचार-विमर्श करना शुरू किया... और हमने महसूस किया कि यह प्रक्रिया वास्तव में बहुत व्यापक है...। हमने पाया कि यह धर्मसभा यात्रा वास्तव में एक प्रक्रिया है जो हमें चर्चा करने, चिंतन करने और एक दूसरे को सुनने के लिए आमंत्रित करती है।"

वह इस प्रक्रिया को महाद्वीपीय सभा में परिलक्षित देखता है जिसमें उसने भाग लिया है। “हमें विभिन्न देशों के कई अलग-अलग प्रतिनिधि मिले… हमें अपने महाद्वीप के विभिन्न देशों के विभिन्न प्रतिनिधियों से अलग-अलग रिपोर्ट, साझाकरण और चिंतन के बारे में पता चला और हमने देखा कि मुद्दे कमोबेश एक जैसे होते हैं, लेकिन कभी-कभी संदर्भ अलग होते हैं और उन्हें अलग तरीके से लिया जाता है। लेकिन जो प्रक्रिया यहां की गई - सिनॉडल यात्रा से संबंधित विभिन्न घटकों को सुनना, चिंतन करना, साझा करना और आदान-प्रदान करना - इसने वास्तव में हमें सोचने का एक नया तरीका दिया है।"

अमजद ने यह कहते हुए अंत किया कि वह "सोचने का एक नया तरीका, इस धर्मसभा यात्रा के लिए आगे बढ़ने की एक नई दिशा के लिए विभिन्न हितधारकों, अलग-अलग देशों में अलग-अलग समूहों, विभिन्न समूहों और समुदायों को अलग-अलग महाद्वीपों में शामिल करके आगे बढ़ने की उम्मीद करते हैं, जो अंततः पूरे ब्रह्मांड को प्रभावित करने वाला है।

 ली सोवन्ना लाओ और कंबोडिया के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के एक प्रतिनिधि हैं। ली का कहना है कि वह महाद्वीपीय सभा में व्यक्तिगत रूप से भाग लेने में सक्षम होने के लिए खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं। ली कहते हैं कि सबसे पहले उन्होंने थोड़ा "तनाव" और "घबराहट" महसूस किया क्योंकि धर्माध्यक्षों के साथ एक सभा में भाग लेने का उनका पहला अनुभव है और वह अपने समुदाय का अच्छी तरह से प्रतिनिधित्व करना चाहते थे।

जिन चीजों पर उन्होंने प्रकाश डाला उनमें से एक प्रार्थना के क्षण हैं जो महाद्वीपीय सभा को विराम देते हैं। "यह ऐसा है जैसे पवित्र आत्मा हमें साझा करने के लिए मार्गदर्शन कर रहा है, हमें बोलने के लिए मार्गदर्शन कर रहा है।" ली का कहना है कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि "हम एक साथ जुड़ रहे हैं, एक-दूसरे को सुन रहे हैं और सीख रहे हैं कि एक-दूसरे को कैसे सुनना है।"

वे कहते हैं, "यह एशिया से दुनिया के लिए आवाज़ है, इसकी प्राथमिकताएँ, परिवार, युवाओं, सुसमाचार प्रचार, विश्वास में गठन के बारे में इसकी चिंताएँ।" वह "21वीं शताब्दी के नए युग में एक मार्गदर्शक दस्तावेज की प्रतीक्षा कर रहे हैं ताकि, नए दरवाजे खोलने और सुसमाचार प्रचार के नए तरीके, सब कुछ अधिक से अधिक विकसित हो।"

जोशुआ इंडोनेशिया से हैं और युवाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। वे कहते हैं कि वास्तव में इस "धर्मसभा की अद्भुत प्रक्रिया" में भाग लेना एक "बड़ा सम्मान" है। इस प्रक्रिया के माध्यम से, उसने सीखा है कि "सुनकर, हम और अधिक समझ सकते हैं।"

युवाओं के पास साझा करने के लिए बहुत कुछ है, जोशुआ ने आगे कहा, "और धर्मसभा की इस प्रक्रिया के माध्यम से, हम जानते हैं कि युवाओं का कलीसिया में एक स्थान है और युवाओं के पास हमेशा खुद को अभिव्यक्त करने का एक स्थान है और धर्मसभा की यह प्रक्रिया, एक बेहतर कलीसिया और दुनिया के लिए एक बेहतर भविष्य की आशा देता है।

अपने साथी युवाओं से सीधे बात करते हुए, जोशुआ ने यह कहते हुए अंत किया कि युवा लोगों के लिए खुद को अभिव्यक्त करने के लिए और "धर्मसभा की प्रक्रिया के माध्यम से येसु मसीह के माध्यम से ईश्वर के प्रेम को महसूस करने के लिए बहुत सारे स्थान हैं। कृपया आत्मा को उस जगह ले आएं जहां आप हैं ताकि आत्मा को हर कोई, हर युवा, हर समुदाय में महसूस कर सके।"

फूविसिथ तौदौआंग्डी लाओस/कंबोडिया के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन का प्रतिनिधित्व करते हैं और लाओस से हैं। उनका कहना है कि महाद्वीपीय सभा में हिस्सा लेना उनके लिए खुशी की बात है। अपने धर्मसभा के अनुभव में उन्होंने महसूस किया है कि "यह एक महत्वपूर्ण समय है, तीसरी सहस्राब्दी के लिए पवित्र आत्मा को हम ख्रीस्तियों में मसीही जीवन को नवीनीकृत करने की अनुमति देना है।"

वे अपने साथ "लाओस के छोटे ख्रीस्तियों," परिवार और युवाओं की आवाज़, और विशेष रूप से "धर्मशिक्षकों की आवाज लाते हैं जो वास्तव में चुपचाप कलीसिया की सेवा करने के लिए जमीनी स्तर पर कड़ी मेहनत करते हैं।"

अंत में, फिलीपींस का प्रतिनिधित्व करने वाले पब्लिटो बायबाडो कहते हैं, "मैं बहुत खुश हूँ कि मैं पूरे एशिया से अपने लोक धर्मियों, भागीदारों और दोस्तों और भाइयों के साथ हूँ। धर्मसभा "सपने बोने का समय है और हमारी आध्यात्मिक बातचीत, एक साथ सुनने और भविष्य में सहयोग के माध्यम से, हम एशिया को एक शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण बना देंगे।"

सिनॉडल प्रक्रिया में लोकधर्मियों ने एशियाई आवाज़ों का योगदान दिया
27 February 2023, 16:43