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भारतीय ख्रीस्तीय प्रार्थना करते हुए भारतीय ख्रीस्तीय प्रार्थना करते हुए  (ANSA)

भारत: धार्मिक नेता सताए गए ख्रीस्तियों के साथ अपनी एकजुटता दिखाई

दिल्ली के महाधर्मप्रांत ने भारत में उन ख्रीस्तियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए लगभग 300 धार्मिक नेताओं की एक बैठक की मेजबानी की, जिन्हें वर्तमान में अपने विश्वास को त्यागने या अपने घरों को छोड़ने के लिए कहा जा रहा है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

नई दिल्ली, शनिवार 14 जनवरी 2023 (वाटिकन न्यूज) : विभिन्न धर्मों के लगभग 300 नेता नई दिल्ली में ख्रीस्तियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए एकत्रित हुए, जिन्हें मध्य भारतीय के छत्तीसगढ़ राज्य में अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है।

मनन चिंतन के दौरान, हिंदू, मुस्लिम, बौद्ध, यहूदी और बहाई विश्वासियों ने मोमबत्तियां जलाईं और एक साथ प्रार्थना की। उन्होंने भारत सरकार से हस्तक्षेप करने और ख्रीस्तियों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए कहा, जिन्हें निशाना बनाया गया है क्योंकि वे अपने धर्म का त्याग करने से इनकार करते हैं।

अंतरधार्मिक बैठक

दिल्ली के महाधर्मप्रांत के ख्रीस्तीय एकता वर्धक और अंतर-धार्मिक संवाद आयोग द्वारा 8 जनवरी को बैठक का आयोजन सेक्रेड हार्ट महागिरजाघर के सामने किया गया था।

ख्रीस्तियों के खिलाफ हमले, मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ के नारायणपुर और कोंडागांव जिलों में हो रहे हैं, जो राष्ट्रवादी समूहों द्वारा समर्थित, गैर-ख्रीस्तियों द्वारा किए जा रहे हैं, वे ख्रीस्तियों पर अपने पारंपरिक धार्मिक प्रथाओं पर लौटने का दबाव डालते हैं।

नारायणपुर के करीब 18 और कोंडागांव के 15 गांवों पर हमला किया गया है. क्षेत्र में दिसंबर के दूसरे सप्ताह से शुरू हुए हमलों और सामाजिक दबाव के कारण अनुमानित 1,000 लोग विस्थापित हुए हैं।

दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष अनिल जोसेफ थॉमस कूटो ने पीड़ितों को कलीसिया के समर्थन का आश्वासन दिया, और स्थानीय अधिकारियों और संघीय सरकार से स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया। प्रार्थना सभा में उपस्थित प्रत्येक धार्मिक नेता ने भी अन्य धर्मों के प्रति सम्मान का आग्रह करते हुए अपनी बात रखी।

2021 के बाद से हमलों की सबसे बड़ी लहर

इस क्षेत्र ने 2021 में रिकॉर्ड भारतीय ख्रीस्तियों पर हमलों की सबसे बड़ी लहर का सामना किया है, और यह देश के उन कई राज्यों में से एक है जहां धर्मांतरण विरोधी कानून पारित किए गए हैं।

एक स्थानीय ख्रीस्तीय नेता के अनुसार, हमलावर अक्सर ख्रीस्तीय आदिवासियों से कहते हैं कि यदि वे ख्रीस्तीय बने रहना चाहते हैं, तो उन्हें अपने गाँव छोड़ देना चाहिए, अन्यथा उन पर हमला जारी रहेगा।

एक खामोशी के बाद, 2 जनवरी को फिर से हिंसा भड़क उठी जब लगभग 50 लोगों की भीड़ ने नारायणपुर में सेक्रेड हार्ट गिरजाघर में प्रवेश किया और वेदी, क्रूस और मूर्तियों को खंडित कर दिया। पुलिस ने अब तक चार अलग-अलग मामलों में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।

 

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14 January 2023, 16:41