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वर्ष 2022 में 18 काथलिक मिशनरियों की हत्या

फीदेस न्यूज एजेंसी ने काथलिक मिशनरियों की अपनी वार्षिक सूची जारी की, जो वर्ष 2022 में अपने विश्वास की गवाही देते हुए मारे गए थे, अफ्रीकी महाद्वीप में सबसे अधिक पीड़ितों की संख्या दर्ज की गई थी।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 31 दिसंबर 2022 (वाटिकन न्यूज) : इस वर्ष दुनिया भर में अठारह मिशनरियों ने हिंसक रूप से अपना जीवन खो दिया: बारह पुरोहित, एक धर्मबंधु, तीन धर्मबहनें, एक सेमिनारियन और एक लोकधर्मी। अफ्रीका में नौ मिशनरी मारे गए, अमेरिका में आठ मिशनरी और एशिया में एक।

फीदेस एजेंसी द्वारा डेटा एकत्र किया गया था जिसने शुक्रवार को अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की। वाटिकन समाचार एजेंसी बताती है कि यह "मिशनरी" शब्द का उपयोग "कलीसिया के जीवन में लगे सभी बपतिस्मा प्राप्त लोगों के व्यापक अर्थ में करता है, जो हिंसक तरीके से मर गए, न कि केवल 'विश्वास की घृणा' में।" कलीसिया की शिक्षाओं के अनुसार, सभी बपतिस्मा प्राप्त ख्रीस्तीय सुसमाचार के प्रचारक हैं, "कलीसिया में उनकी स्थिति या विश्वास में उनकी शिक्षा का स्तर कुछ भी हो।" (इवांजेली गौदियुम, 120)

अफ्रीका में नौ मिशनरी मारे गए

अफ्रीकी महाद्वीप में हत्याओं की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई है, जिसमें अपहरण में नाइजीरिया में चार पुरोहित मारे गए हैं, संघर्षग्रस्त लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो (डीआरसी) में तीन मिशनरियों की हत्या कर दी गई, जिनमें दो पुरोहित और एक धर्मबहन शामिल हैं; तंजानिया में एक पुरोहित और मोज़ाम्बिक में एक धर्मबहन। हाल के वर्षों में काबो डेलगाडो के उत्तरी प्रांत में सशस्त्र समूहों द्वारा हिंसा में वृद्धि देखी है।

सबसे हालिया हत्या उत्तर किवु, डीआरसी के युद्धग्रस्त पूर्वी प्रांत बुटेम्बो में ‘मंदिर में माता मरियम की प्रस्तुति की छोटी बहनें धर्मसंघ’ की सिस्टर मेरी-सिल्वी कावुके वाकात्सुराकी की थी। मबोया गांव में एक हमले के दौरान 19 और 20 अक्टूबर की रात में अन्य लोगों के साथ उसकी हत्या कर दी गई थी।

उनकी हिंसक मौत के बाद इटालियन कोम्बोनी मिशनरी सिस्टर मारिया डी कोप्पी की निर्मम हत्या कर दी गई थी, मोजाम्बिक प्रांत नम्पुला में मिशन ऑफ चिपेन में हमलावरों ने 6 से 7 सितंबर के बीच उनकी सिर में गोली मार दी थी।

अमेरिका में आठ हत्याएं

लैटिन अमेरिकी देश में नशीली दवाओं से संबंधित असुरक्षा की पृष्ठभूमि के खिलाफ तीन पुरोहितों और एक गुरुकुल छात्र की मौत के साथ, मेक्सिको ने इस साल फिर से अमेरिका में मिशनरी हत्याओं के बड़े दुःख को सहन किया।

नवीनतम घटना 27 दिसंबर को घटी। ज़काटेकास धर्मप्रांत के सेमिनारियन जोस डोरियन पिना हर्नांडेज़ की एक सशस्त्र डकैती के प्रयास के दौरान हत्या कर दी गई। उनसे पहले दो बुजुर्ग जेसुइट पुरोहितों, 79 वर्षीय फादर जेवियर कैंपोस और उनके सहयोगी एवं मित्र, 80 वर्षीय फादर जोवाकिन मोरा की 20 जून को चिहुआहुआ राज्य में ड्रग कार्टेल बंदूकधारियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

हत्याओं की खबर से पूरे मेक्सिको में आक्रोश फैल गया। संत पापा फ्राँसिस देश में उच्च संख्या में होने वाली हत्याओं को रोकने में शामिल हुए।

होंडुरास में दो,बोलिविया में एक और हैती में एक मिशनरी ने अपनी जान गंवाई। हैती में 25 जून को इतालवी धर्मबहन लुइसा डेल'ऑर्टो को पोर्ट-ओ-प्रिंस में कथित तौर पर डकैती के प्रयास में मार दिया गया था। 64 वर्षीय धर्मबहन लुइसा चार्ल्स डी फौकाउल्ड के सुसमाचार की छोटी बहनों के धर्मसंघ  की एक सदस्य थी। वे सड़क पर रहने वाले बच्चों के लिए काम करते हुए हैती में बीस साल से सेवा दे रही थी।

एशिया में एक पुरोहित की मौत

एशिया में, एक वियतनामी डोमिनिकन पुरोहित, कोनतुम के धर्मप्रांत में पापास्वीकार सुनते समय मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति द्वारा चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी।

ओशिनिया और यूरोप में इस साल किसी भी मिशनरी हत्या की सूचना नहीं मिली है, जहां 2021 में एक की हत्या की गई थी। फादर ओलिवियर मायर, एसएमएम, फ्रांस में मोंटफोर्ट मिशनरियों के प्रांतीय श्रेष्ठ, रवांडा में जन्मे मानसिक रोगी अप्रवासी द्वारा मार डाले गये जिसकी वे सहायता कर रहे थे।

 

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31 December 2022, 15:44