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कार्डिनल माईकेल चरनी कार्डिनल माईकेल चरनी  

कार्डिनल चरनीः ईश्वर के मार्ग भिन्न, वे कभी नहीं थकते

कार्डिनल माईकेल चरनी ने पैक्स किस्ती सम्मेलन का समापन मिस्सा बलिदान अर्पित करते हुए “ख्रीस्त की शांति” का जिक्र किया जो हृदयों में बहुत से सावलों को उत्पन्न करता है।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, गुरूवार, 08 दिसम्बर 2022 (रेई) पैक्स किस्ती सम्मेलन के समापन मिस्सा में कार्डिनल चरनी ने नबी इसायस के ग्रंथ से ईश्वर वचन, “ईश्वर कभी नहीं थकते या निराश होते हैं” को उदृध्त करते हुए शांति और विश्वास का आहृवान किया।  

इस कार्यक्रम का अयोजन न्याय, शांति और सृष्टि के संग अखंडता हेतु संघों के सुपीरियर जनरल/इंटरनेशनल यूनियन ऑफ सुपीरियर जनरल के सहयोग से किया गया था जिसमें कलीसियाई अधिकारियों, धर्मशास्त्रियों और दुनिया भर के जमीनी स्तर पर कार्यरत कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस सम्मेलन की विषयवस्तु “संत पापा, अहिंसा और सम्पूर्ण मानवता में शांति” थी।

ईश्वर हमारे साथ

कार्डिनल ने अपने प्रवचन में कहा कि बहुत से सावल और चिंताएँ लोगों के हृदय में उठ रहे हैं। “ख्रीस्तियों के रुप में हम प्रेरितों के भिन्न नहीं हैं, जो पास्का संध्या की बेला में अंतिम व्यारी की कोठरी में बंद थे, वे अपने में पराजित लगते थे।” शांति, जो हमारे लिए येसु की सांसों के संग आती है, वह हमें नवीनता प्रदान करती है” हमें इन उपहारों की जरुरत है जिससे हम अपने समय की कठिनाइयों का सामना कर सकें।

कार्डिनल चरनी ने विश्वास खोने के बारे कहा जिसे ख्रीस्तीय अपने जीवन में अनुभव कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “हम जो कुछ भी कहते हैं, और जिन बातों पर “जोर” देते हैं, वह ईश्वर की प्रेमपूर्ण कोमलता और मुक्ति की निगाहों को व्यक्त करती है।” अपने अधिकार से वंचित लोगों के लिए, जो शांति और न्याय से अपने को अलग पाते हैं, ईश्वर आपके बारे में जानते हैं, वे आपके लिए काम करते हैं, वे आपके लिए लड़ते है। वे आप पक्ष में हैं। 

निगाहें ऊपर उठायें

नबी इसायस के वचनों पर जोर देते हुए कार्डिनल ने कहा कि आगमन के इस काल में आप अपनी निगाहें उठायें और ऊपर कीओर देखें। कठिनाइयों के समय में आत्मसंतुष्ट अपने में एक बड़ा प्रलोभन है, जो हमारी निगाहों को नीचे गिरा सकती है जहाँ हम वर्तमान में डूबे रह सकते हैं।

वे जो अपने जीवन के अधेरे क्षणों में भी शांति में विश्वास करते हैं उनके लिए नबी इसायस के वचन कितने मूल्यवान है। इस संदर्भ में उन्होंने वर्तमान समय की विकट परिस्थिति का जिक्र किया जहाँ लोगों के युद्ध, भूखमरी के कारण प्रवासन और पलायन का शिकार होना पड़ रहा है।

ख्रीस्त की शांति सपनों के लिए शक्ति 

उन्होंने संत पापा फ्रांसिस ने विश्व प्रेरितिक पत्र लौदातो सी और फ्रातेल्ली तूत्ती की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि ईश्वर की शांति हमें सपनों को शक्ति प्रदान करती है, जैसे कि स्वयं येसु ख्रीस्त तूफानों के मध्य शांतिमय ढ़ग से सोते हुए सपनों को देखते हैं। हम सब एक ही नाव पर है जिसमें येसु ख्रीस्त सोते हैं, वे हमारे साथ हैं और हमें अपने ऊपर विश्वास करने का निमंत्रण देते हैं।

कार्डिनल चरनी ने शांति के महत्व को रेखांकित किया, जैसा कि “ईश्वर के सपने हमें गति प्रदान करते हैं, संत मत्ती में हम येसु के शब्दों को करें, “तुम जो बोझ से दबे और थके मांदे हो, सब के सब मेरे पास आओ, मैं तुम्हें विश्राम दूंगा ” (मत्ती 11:28)।

छोटे से शुरू करें

उन्होंने कहा कि ईश्वर छोटी चीजों से शुरू करते हुए दुनिया में परिवर्तन लाते हैं। “उनके कार्य करने का तरीका अलग है, वे हमें निमंत्रण देते हैं कि हम छोटी चीजों को ध्यान दें, हम उन पर ध्यान दे, वे हमें सुसमाचार लायेगी।”

ऐसा करने द्वारा ही हम नबी इसायस के वचनों को अपने जीवन में अनुभव करेंगे, “जवान भले ही थक कर चूर हो जायें और फिसल कर गिर पड़ें, किन्तु प्रभु पर भरोसा रखने वालों को नयी स्फूर्ति मिलती रहती है। वे गरूड़ की तरह अपने पंख फैलाते है वे दौडते रहते हैं, किन्तु थकते नहीं, वे आगे बढ़ते हैं, पर शिशिल नहीं होते।” (इसा. 40.30-31)।

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08 December 2022, 16:29