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वाटिकन का संत पेत्रुस महागिरजाघर वाटिकन का संत पेत्रुस महागिरजाघर  

पोप बेनेडिक्ट १६वें के लिए कार्डिनल दे दोनातिस ने विशेष ख्रीस्तयाग अर्पित की

रोम धर्मप्रांत के विकर जेनेरल कार्डिनल अंजेलो दे दोनातिस ने शुक्रवार को रोम के संत जॉन लातेरन महागिरजाघर में बीमार संत पापा बेनेडिक्ट १६वें के लिए विशेष ख्रीस्तयाग अर्पित किया। जहाँ उन्होंने सम्मान सेवानिवृत संत पापा के प्रति रोम की कलीसिया की ओर से प्रार्थनामय स्नेह और कृतज्ञता व्यक्त की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

ससम्मान सेवानिवृत संत पापा बेनेडिक्ट १६वें के अस्वस्थ होने की खबर फैलने के बाद जब पूरे विश्व में, कार्डिनलों, धर्माध्यक्षों, धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों और ख्रीस्तीय विश्वासियों की ओर से प्रार्थनाएँ अर्पित की जा रही हैं, इसी क्रम में  रोम धर्मप्रांत के विकर जेनेरल कार्डिनल अंजेलो दी दोनातिस ने ३० दिसम्बर को रोम के संत जॉन लातेरन महागिरजाघर में उनके लिए विशेष मिस्सा बलिदान अर्पित किया।

स्नेह और कृतज्ञता

कार्डिनल दी दोनातिस ने अपने उपदेश के दौरान सम्मान सेवानिवृत संत पापा बेनेडिक्ट १६वें के प्रति रोम की कलीसिया की ओर से प्रार्थनामय स्नेह और आभार व्यक्त किया। उन्होंने याद किया कि सेवानिवृत संत पापा ने अपने धर्मप्रांत रोम को बहुत अधिक प्यार किया एवं निःस्वार्थ भाव से इसकी सेवा की।

ससम्मान सेवानिवृत संत पापा बेनेडिक्ट १६वें
ससम्मान सेवानिवृत संत पापा बेनेडिक्ट १६वें

प्रभु की दाखबारी में विनम्र सेवक

संत पापा बेनेडिक्ट १६वें का बपतिस्मा नाम जोसेफ रतजिंगर हैं।  कार्डिनल दोनातिस ने उपदेश में कहा, “हम कल्पना करते हैं कि सम्मान सेवानिवृत धर्माध्यक्ष इस समय संत जोसेफ के हाथों में हैं जिन्होंने उन्हें ईश्वर के निमंत्रण – डरो मत- को हमेशा याद करने में मदद दी है।” कार्डिनल ने संत पापा बेनेडिक्ट के उन शब्दों की याद की जिसको उन्होंने मिलान में परिवारों की विश्व सभा के दौरान कही थी, “मैं हमेशा काना के विवाह भोज की याद करता हूँ। पहली बार परोसी गयी अंगूरी बहुत अच्छी थी : जो प्रेम में पड़ने का चिन्ह है। लेकिन यह अंत तक नहीं रह पाती। तब बाद में दूसरी अंगूरी लाना पड़ता है जिसको तैयार होना (फरमेंट) और परिपक्व रूप में बदलना पड़ता है। निश्चित प्रेम जो वास्तव में 'दूसरी अंगूरी' बनती है, और भी अद्भुत है, यह पहली अंगूरी से बेहतर है।"

कार्डिनल दोनातिस ने पोप बेनेडिक्ट १६वें के गहरे भरोसे पर जोर दिया जिसको उन्होंने एक पुरोहित, एक ईशशास्त्री, एक धर्माध्यक्ष और एक पोप के रूप में व्यक्त किया है, साथ ही विश्वास की शक्ति एवं सौंदर्य को भी प्रकट किया, किसी ऐसे व्यक्ति की अनिवार्यता और सरलता से जो जानता है कि जब आप ईश्वर के साथ सपने देखते हैं तो सपने सच हो जाते हैं।

कार्डिनल ने कहा, "बेनेडिक्ट सोलहवें, प्रभु की दाखबारी में एक विनम्र सेवक,  ख्रीस्त के प्रेम एवं कलीसिया के प्रेम हेतु मुलाकात के साक्षी, सत्य और आनंद के सहयोगी थे।”

एक “शब्द के व्यक्ति"

संत पापा बेनेडिक्ट १६वें एक शब्द के व्यक्ति थे जिसको वे अंतिम समय में भी दिखलाया और करीब १० सालों से उसे प्रकट किया कि जो विश्वास करता वह कभी अकेला नहीं होता। अपनी कोमलता, अच्छाई, विनम्रता, दीनता और संत पापा फ्राँसिस के साथ गहरे संबंध में सम्मान सेवानिवृत संत पापा, कलीसिया की सुन्दरता के चिन्ह थे जिनमें ख्रीस्त के चेहरे की रोशनी प्रतिबिम्बित होती थी। उन्होंने कहा, "हमारी प्रार्थना आज कलीसिया में जीवन शक्ति और एकता का चिन्ह है। युग के परिवर्तन में, जो कठिनाइयों और ऐतिहासिक तथ्यों से भरा हुआ है जिसने हमें झकझोर दिया है, हम गवाही देना चाहते हैं, जैसा कि बेनेडिक्ट ने अपने परमधर्मपीठ की शुरुआत में कई बार दोहराया है कि कलीसिया जीवित है, वह जीवित है क्योंकि मसीह जीवित है, वे जीवित है सचमुच जी उठे हैं।”

मृत्यु

ससम्मान सेवानिवृत संत पापा बेनेडिक्ट १६वें का निधन ३१ दिसम्बर को सुबह ९.३४ बजे वाटिकन के मातेर एक्लेसिया मठ में हुआ। 

कार्डिनल विकर जेनेरल ने अपने उपदेश में संत पापा बेनेडिक्ट १६वें के उस जवाब को याद किया जिसको पोप ने पत्रकारों के उस सवाल के जवाब में दिया था कि वे मृत्यु की तैयारी कैसे कर रहे हैं। संत पापा ने जवाब में कहा था, "चिंतन करते हुए। हमेशा यह सोचते हुए कि अंत निकट आ रहा है। मैं उस क्षण के लिए अपने आपको तैयार कर रहा हूँ और सबसे बढ़कर हमेशा उसे दिमाग में रखता हूँ। महत्वपूर्ण बात है कि उसकी कल्पना नहीं करता बल्कि इस चेतना में जीता हूँ कि हर जीवन को इसी राह से गुजरना है।"

कार्डिनल ने कहा, “जब ईश्वर चाहेंगे, वे हमारे इस भाई के पास मौत के नींद में आयेंगे और उनसे कहेंगे : जोसेफ, उठो; जोसेफ, पुनः उठो। और ख्रीस्त एवं उनकी माता उसे स्वर्ग ले जाएंगे, जहां जीवन का सपना अनंत काल की वास्तविकता बन जाएगा”।

संत पेत्रुस महागिरजाघर का प्राँगण
संत पेत्रुस महागिरजाघर का प्राँगण

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31 December 2022, 17:50