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धर्माध्यक्ष मारतिनेली धर्माध्यक्ष मारतिनेली 

मारतिनेली- धर्में में विश्व को मानवतावादी बनाने की शक्ति

दक्षिणी अराबिया के प्रेरिताई कार्य की देर-रेख नियुक्त धर्माध्यक्ष पाओलो मारतिनेली कहा कि सहिष्णुता संयुक्त अरब अमीरात का एक स्तंभ है, यह देश में पल्लियों के जीवंत जीवन का वर्णन करता है।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 11 नवम्बर 2022 (रेई) दक्षिणी अराबिया में प्रेरिताई कार्यों हेतु नियुक्त धर्माध्यक्ष मारतिनेली ने कहा कि धर्मों में दुनिया को अधिक मानवतावादी बनाने का शक्ति है।

अमीरात समाचार एजेंसी से वार्ता करते हुए धर्माध्यक्ष पावलो मारतिनेली ने मनाव भ्रातृत्व पर आधारित अंतरधार्मिक वार्ता के बारे में कहा,“यह अपने में अति सुन्दर विषय है। मैं इसका अध्ययन कई बारकिया है।” इटली में जन्मे धर्माध्यक्ष ने कहा,“यह मेरा कर्तव्य है कि मैं इसके प्रचार-प्रसार हेतु कार्य करूँ। यह एक नये परिदृश्य को खोलता है,जिसमें धार्मिक वार्ता केवल सैद्धांतिक नहीं है।”

दक्षिणई अराबिया में प्रेरितिक कार्य हेतु नियुक्त धर्माध्यक्ष ने कहा कि इस दस्तावेत में भ्रातृत्व पर निहित विचार लोगों को एक दूसरे को बेहतर तरीके से जानने और एक बेहतर दुनिया बनाने में मदद कर सकते हैं।

संत पापा फ्रांसिस चार सालों से कम अंतराल में दो बार खाड़ी देशों की अपनी प्रेरितिक यात्रा की है। बहरीन की अपनी फिलहाल की गई प्रेरितिक यात्रा में उन्होंने अल-अजहर के गैंड इम्माम अहमद अल-तैयब से मुलाकात की जिसके साथ उन्होंने मानव भ्रातृत्व के दस्तावेज पर 2019 में अबु धाबी में हस्ताक्षर किये थे।

धर्माध्यक्ष ने कहा कि भ्रातृत्व के दस्तावेज में एक सशक्त विचार है जो कहता है कि ईश्वर के नाम पर हिंसा को कायम नहीं रखा जा सकता है। “सभी धर्म दुनिया को अधिक मानवीय बनने में मदद कर सकते हैं। यह वह संदेश है जिसे हम दस्तावेज़ में पाते हैं।”

संस्कृतिक और धार्मिक समृद्धि

संत पापा फ्रांसिस ने धर्माध्यक्ष मारतिनेली को सन् 2022 के मेई महीने में यूएई, यमन और ओमन में प्रेरिताई हेतु धर्माध्यक्षीय अधिकारी नियुक्त जिसका कार्यभार धर्माध्यक्ष मर्तेनेली ने 02 जुलाई से अपने ऊपर लिया है। उन्होंने कहा कि यूएई और देश के भिन्न भागों में “उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।”

उन्होंने कहा, “इस देश में संस्कृति औऱ धार्मिकता की बड़ी समद्धि है।” प्रथम दिन मैंने स्थानीय अधिकारियों और कई राजदूतों से मुलाकात की। अब मैं सभी नौ पल्लियों का दौरा कर रहा हूँ जहाँ विश्वासियों की संख्या करीबन एक मिलयन होगी, जो प्रवासियों के रुप अमीरात के प्रांतों में फैले हुए हैं। पल्लियाँ मिलन और वार्ता के लिए अति आकर्षक स्थल हैं।” उन्होंने कहा कि धर्मप्रांत में पुरोहितों की संख्या करीबन 70 होगी जिसमें करीबन 45 कपुचीन पुरोहित लोकधर्मियों को अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

अंतरधार्मिक वार्ता

धर्माध्यक्ष ने कहा की अमीरात समाज में सहिष्णुता का एक महत्वपूर्ण स्थान है।“हम ऐसी सदी में जीवनयापन करते हैं जहाँ एक समिश्रण है और यूएई में “समिश्रण” एक नियम है यह एक “जीवनशैली” है। “सहिष्णुता के विचार जिसे हम अतिथ्य और सह-अस्तित्व के रुप में पाते हैं, इस देश का स्तंभ है।” धर्माध्यक्ष ने कहा कि ख्रीस्तियों और मुस्लिमों के बीच संबंधों पर विचार करते हुए हमें संत फ्रांसिस आस्सीसी और मिलन हेतु उसके विचारों की याद आती है।“वे हमें यह बतलाते है कि हम एक-दूसरे से सीख सकते हैं।”

कलीसियाओं में भीड़

अपने प्रेरिताई के बारे में धर्माध्यक्ष ने कहा कि वे सबसे पहले “सुनना, देखना और सीखना” चाहते हैं जिससे वे इस प्रांत में कलीसिया को अच्छी तरह जान सकें। लेकिन इन कुछ महीनों में कलीसिया की जीवटता को देख कर वे बहुत ही उत्साहित हैं जिसके सदस्य मुख्यता फिलीपीन्स भारतीय अन्य दूसरों स्थानो से कार्य करने वाले हैं।

उन्होंने कहा, “यहाँ गिरजाघरों में भीड़ देखना आश्चर्यचकित करता है, यहाँ तक की बड़े सुबह सप्ताहिक दिनों में भी।” मैं यहाँ बहुत से युवाओं को भी देखता हूँ।” उन्होंने कहा कि मैं मिलान से आता हूँ जो अपने में बहुत सांप्रदायिक समाज है। सरल और सहज तरीके से आशीर्वाद हेतु याचना किया जाना चरवाहे को ख्रीस्त के प्रतिनिधि स्वरूप देखे जाने की बात बयां करती है जो अपने में सच्चा और अति स्वाभाविक, सुन्दर लगता है। 

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11 नवंबर 2022, 16:14