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2022.11.12 Vescovo di raurkela, odisha, morto 2022.11.12 Vescovo di raurkela, odisha, morto 

राऊरकेला के सेवानिवृत धर्माध्यक्ष अल्फोंस बिलुंग नहीं रहे

ओडिशा स्थित राऊरकेला धर्मप्रांत के सेवानिवृत धर्माध्यक्ष अल्फोंस बिलुंग एसवीडी का निधन 11 नवम्बर को शाम 9.45 बजे राऊरकेला के काथलिक मिशन अस्पताल नवागाँव में हुआ। वे 30 वर्षों तक राऊरकेला के धर्माध्यक्ष रहे। उनकी उम्र 89 साल थी। दफनक्रिया की सूचना बाद में दी जायेगी।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

बैंगलोर, शनिवार, 12 नवम्बर 2022 (सीसीबीआई) ˸ ओडिशा स्थित राऊरकेला धर्मप्रांत के सेवानिवृत धर्माध्यक्ष अल्फोंस बिलुंग एसवीडी का निधन 11 नवम्बर को शाम 9.45 बजे राऊरकेला के काथलिक मिशन अस्पताल नवागाँव में हुआ। वे 30 वर्षों तक राऊरकेला के धर्माध्यक्ष रहे। उनकी उम्र 89 साल थी। दफनक्रिया की सूचना बाद में दी जायेगी।

स्वर्गीय धर्माध्यक्ष अल्फोंस बिलुंग एसवीडी का जन्म ओडिशा के राऊरकेला धर्मप्रांत में 5 जून 1933 को हुआ था।  

हाईस्कूल की पढ़ाई के बाद 1951 में उन्होंने इंदौर के एसवीडी सेमिनरी में प्रवेश किया था।

1956 में पहला मन्नतधारण करने के पश्चात् उन्होंने दर्शनशास्त्र और ईशशास्त्र की पढ़ाई पुणे के ज्ञान दीप कॉलेज से की थी। पढ़ाई के उपरांत 1961 में आजीवन व्रतधारण के बाद 3 अक्टूबर 1961 को उनका पुरोताभिषेक हुआ था।

पुरोहिताभिषेक के बाद उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएँ दीं। 1970 में वे पढ़ाई के लिए रोम गये तथा एम. टीएच की डिग्री बेल्जियम के लूभेन यूनिवर्सिटी से हासिल की।   

1977 में वे अपने धर्मसमाज के सुपीरियर जेनेरल के महासलाहकार बने। 1979 में जब राऊरकेला धर्मप्रांत सम्बलपुर धर्मप्रांत से अलग हुआ तो वे राऊरकेला धर्मप्रांत के पहले धर्माध्यक्ष बने। उनका धर्माध्यक्षीय अभिषेक 3 नवम्बर 1979 को हुआ था। उसी समय से उन्होंने लगभग 30 सालों तक एक भले चरवाहे के रूप में राऊरकेला धर्मप्रांत के विश्वासियों की सेवा की।

स्वर्गीय धर्माध्यक्ष बिलुंग ने इन 30 वर्षों में पूरे धर्मप्रांत के विश्वास प्रशिक्षण, सुसमाचार प्रचार, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, बुलाहट और सामाजिक – आर्थिक विकास के लिए अथक प्रयास किया।   

सेवानिवृति के बाद वे काथलिक मिशन अस्पताल नवागाँव में पुरोहितों के आवास में रहे। 2017 से वे हमीरपूर बिशप्स हाऊस में रह रहे थे। उन्होंने 61 वर्षों तक पुरोहित के रूप में और 43 वर्षों तक एक धर्माध्यक्ष के रूप में कलीसिया को सेवा दी।   

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12 November 2022, 10:15