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पुरोहित पावलो वैशकोवस्की संग संत पापा पुरोहित पावलो वैशकोवस्की संग संत पापा 

यूक्रेन के कीव में चिकित्सा केंद्र खोलने की उम्मीद

यूक्रेन युद्ध के 9वें महीने की ओर बढ़ रहा है। ओएमआई पुरोहित पावलो वैशकोवस्की ने युद्ध प्रभावितों की जानकारी देते हुए कहा कि लोग युद्ध के कारण भयग्रस्त स्थिति में हैं, जिन्हें मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक दोनों तरह की मदद की जरूरत है।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 17 अक्तूबर 2022 (रेई) “यूक्रेन के युद्ध प्रभावित लोगों को बृहृद सहायता की आवश्यकता है न केवल मनोवैज्ञानिक बल्कि आध्यात्मिक जिसे केवल ईश्वर ही पूरा कर सकते हैं”, उक्त बातें यूक्रेन में प्रेरिताई कार्य कर रहे पुरोहित पावलो वैश्कोवस्की ने वाटिकन रेडियो को दिये गये एक साक्षत्कार में कही। 

सदमे के मध्य कार्य

यूक्रेन की राजधानी कीव के संत निकोलस काथलिक कलीसिया में पल्ली पुरोहित के रुप कार्य कर रहे पुरोहित पावलो ने कहा कि 24 फरवरी को रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण होने के बाद, कीव में ओएमआई पुरोहितों के समुदाय ने इस बात पर विचार किया कि उन्हें भी लाखों लोगों के संग और कहीं सुरक्षित स्थान की तलाश में यूक्रेन से भाग जाना चाहिए।

स्थानीय अधिकारी के रूप में, उन्होंने अपने समुदाय के युवा पुरोहितों से आग्रह किया कि वे दूसरे जगहों को चले जायें, क्योंकि “कुछ भी हो सकता है।” लेकिन उन्होंने कहा,“नहीं, हम भी यही रहेंगे।”

पावलो वैश्कोवस्की ने युवाओं पुरोहितों के निर्णयों के बारे में कहा कि यह एक हृदयस्पर्शी चुनाव था। “पल्ली समुदाय ने प्रति दिन यूख्रारीस्तीय बलिदान के उपरांत पवित्र संस्कार की आराधना की जिसमें बहुत से लोगों ने भाग लिया, उनमें कई पहली बार सहभागी हुए। उन्होंने कहा कि लोगों लोगों को सदमे से बाहर निकले में मदद करने के लिए वे कीव में एक मनोवैज्ञानिक परामर्श केंद्र की शुरूआत करना चाहते हैं।

“हम उन बच्चों के लिए एक चिकित्सा केंद्र बनाना चाहते हैं जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है, उन माताओं के लिए जिन्होंने युद्ध में अपने बेटों को खो दिया है, उन पत्नियों के लिए जिन्होंने अपने पति को खो दिया है, और उन लोगों के लिए जिन्होंने अपना सब कुछ खो दिया है।”

शारणार्थियों के लिए आश्रय

ओएमआई के पुरोहित कीव के अलावा कई अन्य यूक्रेनी शहरों में भी हैं, जिनमें चेर्निहाइव और टायरिव भी शामिल हैं। कुछ क्षेत्रों में, पुरोहित पावलो वैश्कोवस्की ने कहा कि युद्ध ने लोगों से सब कुछ छीन लिया है। “ओबलेट्स धर्मसमाज ने लोगों को नहीं छोड़ता है, बल्कि उनके साथ रहकर उनके बोझ को उठाने में उनकी मदद की है।” उन्होंने कहा कि मध्य यूक्रेन के टायरिव शहर में स्थित ओब्लेट तीर्थस्थल 90 से अधिक शरणार्थियों को एक अस्थायी घर देने के लिए खुला रखा गया है।

ओब्लेट मिशन को संत पापा का प्रोत्साहन

3 अक्टूबर को, संत पापा फ्रांसिस ने ओएमआई धर्मसमाज की आमसभा में सहभागी हो रहें सभी प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की, जिसमें पुरोहित वैश्कोवस्की भी उपस्थिति थे। 

उन्होंने कहा कि संत पापा ने ओब्लेट धर्मसमाज को गरीबों की सेवा करने के अपने आदर्श के प्रति सच्ची निष्ठा बनाये रखने हेतु प्रोत्साहित किया। “संत पापा ने हमें गरीबों के करीब रहने और युद्ध के कारण होने वाले दर्द और पीड़ा के बारे में दुनिया को जगाने में मदद करने का संदेश दिया।”

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17 October 2022, 17:23