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यूरोपीय संघ के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के आयोग कॉमेक के प्रतिनिधि धर्माध्यक्ष सन्त पापा फ्राँसिस के साथ यूरोपीय संघ के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के आयोग कॉमेक के प्रतिनिधि धर्माध्यक्ष सन्त पापा फ्राँसिस के साथ  

यूक्रेन संघर्ष के परिणामों पर यूरोपीय धर्माध्यक्षों की चिंता

बैलजियम के ब्रसल्स शहर में 12 से 14 अक्टूबर तक जारी यूरोपीय काथलिक धर्माध्यक्षों की पूर्णकालिक सभा में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के मानवीय, आर्थिक और सामाजिक नतीजों पर वाद-विवाद केंद्रित रहा।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

ब्रसल्स, शुक्रवार, 13 अक्टूबर 2022 (रेई, वाटिकन रेडियो): बैलजियम के ब्रसल्स शहर में 12 से 14 अक्टूबर तक जारी यूरोपीय काथलिक धर्माध्यक्षों की पूर्णकालिक सभा में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के मानवीय, आर्थिक और सामाजिक नतीजों पर वाद-विवाद केंद्रित रहा।

धर्माध्यक्षों की उत्कंठा

यूरोपीय संघ के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के आयोग (कॉमेक) की पूर्णकालिक सभा 12 अक्टूबर को शुरु हुई थी जिसमें यूरोप के काथलिक धर्माध्यक्षों ने इस तथ्य पर गहन चिन्ता व्यक्त की कि यूक्रेन पर रूस द्वारा किये जा रहे आक्रमणों का घोर मानवतावादी, आर्थिक और सामाजिक परिणाम केवल यूक्रेन को ही नहीं अपितु सम्पूर्ण यूरोप के लोगों को भुगतना पड़ सकता है।

वाटिकन न्यूज़ से बातचीत में (कॉमेक) के महासचिव फादर मानुएल बार्रियोज़ फ्रीयेतो ने कहा कि यूरोपीय धर्माध्यक्ष यूक्रेन पर हो रहे युद्ध को गम्भीरता और ज़िम्मेदारी से ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूरोप के धर्माध्यक्ष जानते हैं कि कलीसिया के मेषपाल होने के नाते उनका मिशन क्या है। यह मिशन है पीड़ितों एवं सबसे कमज़ोर लोगों का साथ देना।

प्रार्थना की शक्ति

साथ ही उन्होंने कहा कि धर्माध्यक्ष सैनिकों और उनके परिवारों तथा युद्ध से पलायन करनेवाले शरणार्थियों को भी नहीं भूल रहे हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा कि यूरोपीय धर्माध्यक्षों का सर्वाधिक शक्तिशाली हथियार है, प्रार्थना, जिसके लिये वे सभी से अपील कर रहे हैं।

फादर फ्रीयेतो ने कहा ख्रीस्तीय धर्मानुयायी होने के नाते हमारा कर्त्तव्य है कि हम प्रार्थना की शक्ति के साक्षी बनें,  जो वास्तव में हृदयों को बदल सकती है। फिर, उन्होंने कहा, अन्य महत्वपूर्ण उपकरण हैं: शिक्षा, उपदेश, प्रशिक्षण और संचार के साधनों का सही उपयोग। दुर्भाग्यवश, युद्ध के इस मोड़ पर भी हम सच्चाई को अस्पष्ट करने वाली फर्जी खबरों के प्रसार को देख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि युद्ध के अन्त तथा शांति की स्थापना के लिये हम सबको सतत् प्रार्थना करनी चाहिये। यूरोप के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों द्वारा ज़िम्मेदारी एवं एकात्मता का सन्देश सर्वत्र पहुँचाया जाना चाहिये।    

शरणार्थियों का ध्यान

युद्ध से पलायन करनेवाले शरणार्थियों के विषय में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कलीसिया इन लोगों की मदद के लिये कई योजनाओं का संचालन कर रही है। एक ऐसे टास्क फ्रोर्स का गठन किया गया है जिसमें यूरोपीय संघ के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों का आयोग (कॉमेक) भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, (कॉमेक) का एक और मिशन है: संस्थानों के साथ बातचीत कर शरणार्थियों के स्वागत और एकीकरण को प्रोत्साहित करना। हालांकि, उन्होंने कहा, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि यूक्रेन के अलावा अन्य शरणार्थी भी हैं जिन्हें मदद और समर्थन की ज़रूरत है।  

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13 October 2022, 12:06