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पाकिस्तान में बाढ़ से प्रभावित लोग पाकिस्तान में बाढ़ से प्रभावित लोग 

विनाशकारी बाढ़ के बीच पाकिस्तानी धर्माध्यक्षों ने मदद की गुहार लगाई

कारितास पाकिस्तान के प्रमुख, कराची के महाधर्माध्यक्ष बेनी ट्रावास और हैदराबाद के धर्माध्यक्ष सामसोन शुकारदीन ने दशकों में एशियाई राष्ट्र में सबसे खराब मानसून बाढ़ से प्रभावित सभी लोगों के साथ एकजुटता की अपील की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

कराची, मंगलवार 30 अगस्त 2022 (वाटिकन न्यूज) : पाकिस्तान में भारी मॉनसून बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 1,000 से अधिक हो रही है। सरकार ने राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की है। पाकिस्तानी धर्माध्यक्ष देश के सभी भले लोगों से उन सभी बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए धन जुटाने में मदद करने का आह्वान कर रहे हैं।

दशकों में सबसे विनाशकारी मानसून माने जाने वाले पाकिस्तान में लगभग 33 मिलियन लोग प्रभावित हुए हैं, कई मारे गए या घायल हुए, बड़ी संख्या में घर बह गए, कृषि भूमि नष्ट हो गई और देश की मुख्य नदी के अतिप्रवाह का खतरा था। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र सिंध, बलूचिस्तान और पंजाब के दक्षिणी हिस्से हैं।

1,000 से अधिक मारे गए

नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि जून के बाद से मानसून का मौसम शुरू होने के बाद से 1,136 लोग मारे गए हैं और 1,400 से अधिक घायल हुए हैं, लेकिन अंतिम टोल अधिक हो सकता है, क्योंकि उत्तरीपहाड़ी इलाकों के कई गांवों को नदियों में भारी बाढ़ के कारण पुल और रास्ते नष्ट हो गये हैं।

तत्काल सहायता की आवश्यकता

सिंध प्रांत की राजधानी कराची के महाधर्माध्यक्ष बेनी ट्रावास ने फीदेस न्यूज एजेंसी को बताया, "बाढ़ आपातकाल की सीमा को देखते हुए, बाढ़ पीड़ितों और जरूरतमंद लोगों के साथ एकजुटता दिखाना जरूरी है।" "प्रभावित परिवारों के लिए तत्काल मानवीय सहायता की आवश्यकता है, विशेष रूप से टेंट, आश्रय किट, भोजन, स्वस्थ और स्वच्छता सामग्री, पैक किये गये खाद्य उत्पाद, कपड़े की आवश्यकता है।"

महाधर्माध्यक्ष ट्रावास कारितास पाकिस्तान के राष्ट्रीय निदेशक हैं। उन्होंने कहा कि संगठन को पल्लियों, समुदायों, आपदा प्रबंधन समितियों, जिला सरकारों से कई अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं।

धर्माध्यक्ष ने कहा, "कराची में धर्मप्रांतीय कारितास के सदस्यों ने पहले ही निगरानी और मदद का काम शुरू कर दिया है, मैं तत्काल समर्थन के लिए अपील करता हूँ और भली इच्छा वाले लोगों को नकद या भौतिक सहायता दान करने के लिए आमंत्रित करता हूँ।"

गरीब किसानों ने अपनी फसल खो दी है

बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैदराबाद के धर्माध्यक्ष सामसोन शुकारदीन ओएफएम ने भी मदद की गुहार लगाई है। जिनका धर्मप्रांत सिंध प्रांत में स्थित है।

धर्माध्यक्ष ने कहा, “मुझे अपने पुरोहितों और धर्मप्रांत के विभिन्न पल्लियों के लोगों से मदद के लिए बहुत सारे फोन आ रहे हैं। मेरे धर्मप्रांत के नब्बे प्रतिशत क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है। कई गिरजाघर, पल्ली घर और स्कूल बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ”

उन्होंने कहा, “भारी बारिश ने लोगों को बेघर बना दिया, वे अपने प्रियजनों के खोने के शोक में हैं। लोगों के पास खाना और पानी की समस्या है। इस गंभीर संकट के बीच, हम जल्द खराब न होने वाले भोजन, कपड़े, जूते, चादरें, मच्छरदानी, तंबू और स्वस्थ प्रसाधन सामग्री के रूप में मदद मांगते हैं, जिससे लोगों की सबसे ज्यादा मदद होगी।”

धर्माध्यक्ष ने कहा, "मैं उन गरीब किसान परिवारों के बारे में भी चिंतित हूं जिन्होंने अपनी फसल खो दी है और इस नुकसान के साथ-साथ उन पर और अधिक कर्ज का बोझ पड़ेगा, क्योंकि वे पहले से ही अपने जमींदारों के कर्जदार हैं।"

विशेष प्रार्थना और संग्रह

पूरे पाकिस्तान में रविवारीय मिस्सा के दौरान, बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए विशेष प्रार्थना की गई और विश्वासियों ने बाढ़ पीड़ितों के लिए चंदा जमा किया।

 संत पापा फ्राँसिस ने भी सेलेस्टीन क्षमादान के लिए रविवार को इटली के शहर अक्विला की अपनी यात्रा के दौरान पाकिस्तान में लोगों के प्रति अपनी प्रार्थनापूर्ण निकटता व्यक्त की और एकजुटता की अपील की।

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30 August 2022, 16:44