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2022.08.30 एशिया के नये धर्माधअयक्षों के साथ अन्य अतिथि 2022.08.30 एशिया के नये धर्माधअयक्षों के साथ अन्य अतिथि 

सीबीसीआई द्वारा नए कार्डिनलों के सम्मान में समारोह का आयोजन

सीबीसीआई द्वारा एशिया के छह नए कार्डिनलों के स्वागत में आयोजित एक कार्यक्रम में, कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि एशिया की पूरी कलीसिया उनकी सेवा करने के आह्वान का जवाब देने में एक कदम आगे बढ़ाएगी। इस अवसर पर श्री निगेल फर्नांडीस ने ‘कॉल्ड टू सर्व : कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियास’ नई पुस्तक को प्रस्तुत किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 31 अगस्त 2022 (वाटिकन न्यूज) : भारतीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने मंगलवार शाम छह नए एशियाई कार्डिनलों के सम्मान में संत पेत्रुस महागिरजाघर के पास एक समारोह का आयोजन किया। कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस ने उत्सव का नेतृत्व किया और एशिया और अन्य जगहों से कई नये कार्डिनलों के साथ-साथ कई अनुभवी कार्डिनल भी इस समारोह में शामिल हुए।

अपने साथी नये एशियाई कार्डिनलों की ओर से गोवा के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल फिलिप नेरी ने इस आयोजन की व्यवस्था करने के लिए भारतीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल ग्रेसियस ओसवाल्ड को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सभी छह नए कार्डिनल "सभी उपस्थित लोगों की प्रार्थनाओं पर भरोसा करते हैं" ताकि वे अपने नए उतरदायित्वों की चुनौतियों का सामना कर सकें।

कार्डिनल ग्रेसियस, रजत और स्वर्ण जयंती

कार्डिनल नेरी ने सबका ध्यान कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस पर केंद्रित कराया, जो अपनी पुरोहिताई की स्वर्ण जयंती और धर्माध्यक्षीय अभिषेक की रजत जयंती दोनों मनाते हैं। कार्डिनल नेरी ने कहा, "कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस एक महान व्यक्ति हैं," मन और हृदय के असाधारण गुणों से संपन्न हैं। एक ख्रीस्तीय जिसने अपने जीवन का लंगर मसीह पर डालना सीख लिया है, एक धर्माध्यक्ष जो अपने आदर्श वाक्य 'मसीह में सबका मेल-मिलाप’ के अनुसार उत्साहपूर्वक मसीह में अपने विश्वास की घोषणा करते रहते हैं।

कार्डिनल नेरी ने कहा कि कार्डिनल ओसवाल्ड एक आदर्श चरवाहा हैं जो "ईश्वर के लोगों को उनके विश्वास के जीवन में और पवित्रता के मार्ग पर बनाए रखने" में सक्षम है। उन्होंने कैनन लॉ के विशेषज्ञ के रूप में, एक पुरोहित के रूप में, एक चांसलर के रूप में, एक सहायक धर्माध्यक्ष के रूप में, महाधर्माध्यक्ष और कार्डिनल के रूप में अपनी विशेषज्ञता" के रूप में जो कुछ भी किया है, वह कलीसिया की सेवा करने के लिए किया गया है। इनमें से प्रत्येक पद पर, कार्डिनल ओसवाल्ड ने "कलीसिया के जीवन और मिशन में एक अनूठा और विलक्षण योगदान दिया है"।

‘कॉल्ड टू सर्व: कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस’ की प्रस्तुति

एशियन ट्रेडिंग कॉरपोरेशन के सीईओ श्री निगेल फर्नांडीस ने ‘कॉल्ड टू सर्व : कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियास’ को प्रस्तुत किया। यह कार्डिनल ओसवाल्ड के जीवन पर लिखी गई एक नई किताब है। श्री फर्नांडीस ने कहा कि वे इस तथ्य के गवाह हैं कि कार्डिनल ओसवाल्ड को "पुस्तक प्रकाशित करने के लिए आश्वस्त करना पड़ा"। श्री फर्नांडीस ने पुस्तक में कार्डिनल के प्रारंभिक जीवन, सेमिनरी जीवन, यहां तक कि "उनकी कुछ कठिनाईयों" और उनके प्रेरितिक कार्यों को भी शामिल किया गया है। श्री फर्नांडीस ने आगे कहा, "अभी भी बहुत सी चीजों को लिखना बाकी है। इस हद तक कि मुझे आश्चर्य हुआ कि क्या हमने किताब में उनके साथ न्याय किया है।"

कार्डिनल ग्रेसियस - कलीसिया के सबसे महत्वपूर्ण धर्माध्यक्षों में से एक

इस समारोह में, दिव्य भक्ति एवं संस्कार संबंधी परमधर्मपीठीय विभाग के प्रीफेक्ट नव-निर्मित कार्डिनल आर्थर रोश थे। उन्होंने कहा, "आज शाम इस कार्यक्रम में एक बहुत ही महान व्यक्ति और एक अच्छे पुरोहित, एक सज्जन और एक विद्वान की प्रशंसा और सम्मान करने हेतु जुड़ना बहुत ही खुशी की बात है।" इसके बाद उन्होंने भारत के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "जब आप भारत के धर्माध्यक्षों से मिलते हैं, तो उनकी आँखों में एक चमक होती है और उनके कदमों में एक तत्परता होती है।" विशेष रूप से कार्डिनल ग्रेसियस के बारे में, कार्डिनल रोश ने कहा, "आप जानते हैं कि आप कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस से मिलने पर जीवन भर के लिए एक दोस्त बना रहे हैं। आप जानते हैं कि वह सीधे तौर पर आप में रुचि रखते है। उनका दिल बहुत बड़ा और अच्छा है। स्वयं प्रभु जैसा हृदय। वे कलीसिया के सबसे महत्वपूर्ण धर्माध्यक्षों में से एक है।"

कार्डिनल ग्रेसियस की नजर भविष्य की ओर

कार्डिनल ग्रेसियस ने साझा किया कि वे खुद शायद ही विश्वास कर सकते हैं कि उन्होंने एक पुरोहित के रूप में पचास साल और धर्माध्यक्ष के रूप में पच्चीस साल बिताए हैं। कार्डिनल ने जो कुछ किया है उसे पीछे मुड़कर देखने के बजाय, वे कहते हैं कि उन्हें अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। उनकी आशा है कि एफएबीसी के आगामी आम सम्मेलन के साथ, एशिया की पूरी कलीसिया उनकी सेवा के आह्वान का जवाब देने के लिए एक कदम आगे बढ़ेगी। कार्डिनल ग्रेसियस ने कहा, "प्रत्येक बपतिस्मा प्राप्त व्यक्ति कलीसिया के लिए खुद को समर्पित करने हेतु बुलाया गया है।"

उन्होंने श्री फर्नांडीस की इस टिप्पणी की पुष्टि की कि सबसे पहले वे अपने जीवन पर लिखी जाने वाली पुस्तक परियोजना के खिलाफ थे। "उन्होंने मुझे आश्वस्त किया", उन्होंने कहा, "यह कहते हुए कि यह भारत में कलीसिया की भलाई के लिए है।"

संत पापा फ्राँसिस के बारे में बोलते हुए, कार्डिनल ग्रेसियस ने इस तथ्य पर विचार किया कि "कलीसिया को हर जगह कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। आज संत पापा ने हमसे आशा के बारे में बात की। पवित्र आत्मा संत पापा को आशा के बारे में बोलने के लिए प्रेरित कर रहा है।"

कार्डिनल ग्रेसियस ने तब अपनी टिप्पणी समाप्त करते हुए कहा कि उन्हें भारत के दो नए कार्डिनलों के साथ-साथ सभी छह नए एशियाई कार्डिनलों पर गर्व है। कार्यक्रम में भाग लेने और अपना "समर्थन और प्रोत्साहन" व्यक्त करने के लिए अपने भाई कार्डिनलों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा, "हमें इसकी आवश्यकता है, हमें भाइयों के रूप में एक दूसरे की आवश्यकता है। हम एक ही परिवार के हैं।”

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31 August 2022, 15:15