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हाईटियन राजधानी पोर्ट-औ-प्रिंस में गिरोहों द्वारा स्थापित सड़क ब्लॉकों के बीच एक आदमी चलता है हाईटियन राजधानी पोर्ट-औ-प्रिंस में गिरोहों द्वारा स्थापित सड़क ब्लॉकों के बीच एक आदमी चलता है 

हैती के धर्माध्यक्षों ने की असुरक्षा और जारी सामूहिक हिंसा की निंदा

पोर्ट-औ-प्रिंस में नवीनतम गिरोह संघर्षों के बाद, जिसमें पिछले सप्ताह धारणा के महागिरजाघऱ को आग लगा दी गई थी, हैती के धर्माध्यक्षों ने फिर से देश में सुरक्षा की स्थिति के बिगड़ने पर शोक व्यक्त किया और गिरोहों के निरस्त्रीकरण एवं राज्य के अधिकार की बहाली का आह्वान किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

पोर्ट-औ-प्रिंस, बुधवार 03 अगस्त 2022 (वाटिकन न्यूज) : हैती के धर्माध्यक्षों ने देश की स्थिति में "सामान्य गिरावट" के कारण हाईटियन लोगों की पीड़ा के लिए अपनी हार्दिक चिंता व्यक्त की है।

29 जुलाई को जारी एक संदेश में हैती धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीईएच) ने एक बार फिर "भ्रष्टाचार, व्यापक असुरक्षा, अपहरण, अत्यधिक गरीबी और पारस्परिक अविश्वास" से पीड़ित देश में बढ़ती सामूहिक हिंसा पर आवाज उठाया।

जुलाई में 471 मारे गए या लापता

पिछले हफ्तों में हिंसा बढ़ रही है, खासकर राजधानी पोर्ट-औ-प्रिंस में, जहां 27 जुलाई को सामूहिक संघर्ष के दौरान महागिरजाघऱ को आग लगाया गया और गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक जुलाई के आखिरी दशक में हुई हिंसा में 471 लोग मारे गए हैं या लापता हैं।

गिरोह से संबंधित हत्याएं और अपहरण

हैती, दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक, गिरती अर्थव्यवस्था, राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ती असुरक्षा के साथ वर्षों से संघर्ष कर रहा ह, और जुलाई 2021 को राष्ट्रपति जोवेनेल मोइस की हत्या और विनाशकारी भूकंप के बाद स्थिति और खराब हो गई है। जिसके बाद अगस्त में तब से गिरोह से संबंधित हत्याएं, टर्फ युद्ध, जबरन वसूली और अपहरण की वृद्धि हुई है। काथलिक गिरजाघर को भी लक्षित किया गया है, एक संस्था जो लंबे समय से हाईटियन समाज का एक स्तंभ रही है जिसमें कई धर्मसंघियों को जबरन वसूली के लिए अपहरण कर लिया गया है।

 गिरोहों के राजनीतिक संबंध

पोर्ट-औ-प्रिंस के महाधर्माध्यक्ष मैक्स लेरॉय मेसिडोर ने वाटिकन न्यूज को बताया कि हिंसा ने राजधानी में लोगों को अपने घरों से भागने के लिए मजबूर कर दिया है और हाईटियन लोगों का सार्वजनिक अधिकारियों पर से भरोसा उठ गया है। उन्होंने कहा कि आपराधिक संगठनों के अक्सर राजनीतिक संबंध होते हैं और सबसे वंचित इलाकों में गरीबी को कम करके गिरोह की हिंसा को भी कम किया जा सकता है।

गिरोहों का निशस्त्रीकरण

इसलिए, धर्माध्यक्ष एक बार फिर राज्य के अधिकार की बहाली और गिरोहों को निरस्त्र करने के लिए "तत्काल कार्रवाई" का आग्रह करते हैं, ताकि पुलिस हिंसा के अपराधियों के खिलाफ अपना अभियान चला सके और "विश्वास और शांति का माहौल" बना सके।

हाईटियन कलीसिया आगे सीमा नियंत्रण की मांग करता है ताकि आपराधिक संगठनों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले आग्नेयास्त्रों, छोटे हथियारों और गोला-बारूद की अवैध तस्करी को कम किया जा सके और अवैध गतिविधियों के अपराधियों और प्रायोजकों के प्रभावी अभियोजन को रोका जा सके।

"हम खुद से पूछते हैं: राज्य कानून के शासन के भीतर आवश्यक कठोरता के साथ आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए कार्य क्यों नहीं करता है, ताकि अपराधी कोई नुकसान न कर सकें? क्या उन स्रोतों को बेअसर करना असंभव है जो समूहों और व्यक्तियों को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करते हैं, या गरीब लोगों को उनसे फायदा होता है? ”

सभी हितधारकों से मिलकर काम करने का आह्वान

धर्माध्यक्षों ने तब हैती के सभी हितधारकों - उद्यमियों, राजनेताओं, संस्थानों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों से - "सभी रूपों में" असुरक्षा के संकट के खिलाफ मिलकर काम करने का आह्वान किया। वे कहते हैं, "इस तरह हम उस बदलाव में योगदान देंगे जो हम सभी चाहते हैं। हम अब देश में राज करने वाले गैंगस्टरवाद के संभावित शिकार के रूप में नहीं रह सकते हैं और न ही हम इसे स्वीकार कर सकते हैं।

"समय आ गया है कि हम अपनी अकर्मण्यता से उठें, अपनी पूरी ताकत के साथ कहें: असुरक्षा को नहीं! अपहरण नहीं! सशस्त्र गिरोहों की गतिविधि के वैधीकरण को नहीं! राज्य के विनाश की किसी भी परियोजना को नहीं!”

प्रार्थना

संदेश के अंत में धर्माध्यक्षों ने सभी हैती वासियों को "हैती की मुक्ति के लिए प्रभु से निरंतर और आत्मविश्वास से" प्रार्थना करने हेतु प्रोत्साहित किया। "हमारे प्यारे देश के इतिहास में इस दुखद क्षण में, हमें विशेष रूप से ईश्वर के सर्वशक्तिमान हस्तक्षेप और धन्य कुवांरी माता मरियम की मध्यस्थता की याचना करने की आवश्यकता है।"

 

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03 August 2022, 16:29