खोज

2020.05.14 काथलिक महिला संगठनों के विश्व संघ 2020.05.14 काथलिक महिला संगठनों के विश्व संघ  

काथलिक महिला संगठनों के सम्मेलन का फोकस लैटिन अमेरिका, अफ्रीका की महलाओं पर

काथलिक महिला संगठनों के विश्व संघ (डब्ल्यूयूसीडब्ल्यूओ) का एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 14 जून को रोम के पलाज़ो अल्टिएरी में होने वाला है, जिसमें उनका फोकस लैटिन अमेरिका और अफ्रीका की महिलाओं पर रहेगा।

माग्रेट सुनीता मिंज-वेटिकन सिटी

रोम, शुक्रवार 10 जून 2022 (वाटिकन न्यूज) : काथलिक महिला संगठनों के विश्व संघ (डब्ल्यूयूसीडब्ल्यूओ ) कार्यक्रम संगठन को विश्व महिला वेधशाला और लैटिन अमेरिका और अफ्रीका में इसके काम को प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करेगा, साथ ही साथ "लैटिन अमेरिका और कैरिबियन में महिलाओं पर कोविड -19 के प्रभाव" पर इसकी पहली रिपोर्ट भी प्रदान करेगा।

इस अवसर पर वक्ताओं में धर्माध्यक्षों के धर्मसंघ के के प्रीफेक्ट और लैटिन अमेरिका के लिए परमधर्मपीठ आयोग के अध्यक्ष, कार्डिनल मार्क ओउलेट, लैटिन अमेरिका के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीईएलएएम) के अध्यक्ष,  महाधर्माध्यक्ष मिगुएल कैब्रेजोस विदार्ते, ओएफएम, समग्र मानव विकास को बढ़ावा देने वाले विभाग के सचिव एवं वाटिकन कोविड -19 आयोग के प्रतिनिधि सिस्टर एलेसेंड्रा स्मेरिली और लैटिन अमेरिका के लिए परमधर्मपीठीय आयोग के सचिव प्रो एमिल्स कुदा शामिल हैं।

सम्मेलन का आयोजन डब्ल्यूयूसीडब्ल्यूओ द्वारा लैटिन अमेरिका के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीईएलएएम) के सहयोग से, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, कोलंबिया, हैती, नीदरलैंड और यूनाइटेड किंगडम के दूतावासों के संरक्षण में किया जा रहा है।

विश्व महिला वेधशाला

सम्मेलन की घोषणा करते हुए एक बयान में कहा गया कि विश्व महिला वेधशाला (डब्ल्यूडब्ल्यूओ) का उद्देश्य महिलाओं को सामने लाना है, विशेष रूप से सबसे कमजोर "जो अपनी पीड़ा और अपनी क्षमता दोनों में सोगों की नजरों से दूर रहती हैं।"

इस तरह, महिलाओं, उनके परिवारों, समुदायों और लोगों के अभिन्न मानव विकास को बढ़ावा देने के लिए डब्ल्यूडब्ल्यूओ "अनुप्राणित और प्रेरित करेगा, गैर-सरकारी संगठनों के बीच तालमेल, सार्वजनिक नीतियों को नवीनीकृत करेगा और अंतर्राष्ट्रीय एजेंडा में योगदान देगा।"

डब्ल्यूडब्ल्यूओ की अध्यक्ष, मारिया लिआ ज़र्विनो बताती हैं कि उन्होंने लैटिन अमेरिका में महिलाओं की बातों को सुनना शुरु कर दिया है और अब अफ्रीका में काम करना शुरू कर रहे हैं।

उसने कहा, "यह इतनी सारी महिलाओं की पीड़ा और आधात से संभलने में समर्थ आदि को इकट्ठा करने की संभावना को खोलता है जो दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए अदृश्य लगती हैं।"

 

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

11 June 2022, 15:12