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2022.06.24 अमेरिका की मनोवैज्ञानिक और काटेकिस्ट डॉ. क्रिस्टौरिया वेलांड 2022.06.24 अमेरिका की मनोवैज्ञानिक और काटेकिस्ट डॉ. क्रिस्टौरिया वेलांड  

डब्ल्यूएमओएफ : 'घरेलू हिंसा लाखों काथलिक परिवारों को प्रभावित करती है'

परिवारों की विश्व बैठक (डब्ल्यूएमओएफ) में, डॉ. क्रिस्टौरिया वेलांड घरेलू हिंसा से होने वाले आजीवन नुकसान का वर्णन करती हैं और कहती हैं कि स्वस्थ परिवार बनाने में मदद करने के लिए कलीसिया को इस वास्तविकता का जवाब देना चाहिए।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 25 जून 2022 (वाटिकन न्यूज) : लगभग 125 मिलियन काथलिक महिलाएं अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार शारीरिक या यौन हिंसा सहती हैं। डॉ. क्रिस्टौरिया वेलांड ने आंकड़ों के आधार पर उस अनुमान की पेशकश की कि दुनिया भर में लगभग 30 प्रतिशत महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार हुई हैं। अमेरिका की ​​मनोवैज्ञानिक और काटेकिस्ट डॉ. क्रिस्टौरिया वेलांड ने रोम में परिवारों की 10वीं विश्व बैठक में प्रतिभागियों से कहा कि महामारी ने अक्सर तनाव बढ़ने के कारण घरेलू हिंसा की स्थिति को और खराब कर दिया है।

उन्होंने कहा कि परिवार में हिंसा के तहत शारीरिक आक्रामकता, यौन जबरदस्ती और मनोवैज्ञानिक या आर्थिक शोषण शामिल हैं, ये सभी परिवार के लिए ईश्वर की योजना का उल्लंघन करते हैं, जो समाज की सबसे छोटी इकाई है और प्रेम एवं एकता का स्थान है।

क्या ईश्वर अब भी मुझसे प्यार करते हैं?

वाटिकन के संत पापा पॉल षष्टम सभागार में कार्यक्रम के दौरान डॉ. वेलांड ने वाटिकन न्यूज के फादर बेनेडिक्ट मयाकी को बताया कि इन भयानक आँकड़ों को देखते हुए कलीसिया को घरेलू हिंसा के शिकार लोगों को जीवित रहने में मदद करना चाहिए।

उन्होंने कहा, "सौभाग्य से, कलीसिया घरेलू हिंसा के बारे में अधिक जागरूक है, खासकर जब से संत पापा फ्राँसिस का परमाध्यक्षीय काल शुरू हुआ।" उन्होंने कहा कि कई धर्मप्रांत और पल्लियां पीड़ितों के लिए मदद की पेशकश करने लगी हैं।

घरेलू हिंसा के शिकार लोगों के लिए उनका संदेश!

डॉ. वेलांड ने कहा, "मैं चाहती हूं कि सभी पीड़ितों को पता चले कि ईश्वर उनसे प्यार करते हैं। मैं चाहता हूं कि उन्हें पता चले कि वे हिंसा से बच सकते हैं। इसमें समय और काम लगता है। आप इसे अकेले नहीं कर सकते। आपको ईश्वर चाहिए। आपकी मदद के लिए आपको दूसरे लोगों की जरूरत है।"

पीड़ितों के लिए पुरोहित क्या कर सकते हैं?

यह देखते हुए कि पुरोहित अक्सर पहले व्यक्ति होते हैं जिनके पास पीड़ित जाते हैं, डॉ वेलांड ने पल्ली से पुरोहितों को इस स्थिति से निपटने में मदद करने के लिए बेहतर प्रशिक्षण लेने का आह्वान किया। डॉ वेलांड ने कहा, "घरेलू हिंसा के साथ, आप केवल क्रूस का चिन्ह नहीं बना सकते हैं और कह सकते हैं, 'ठीक है, आपको उसे क्षमा करना है और उसे भूल जाना है। इसलिए घर जाओ और अपना क्रूस उठाते हुए आगे बढ़ो'," "मैंने कई लोगों से पीड़ितों को यह कहते सुना है, लेकिन वे नहीं जानते कि वे क्या कहते हैं।"

डॉ वेलांड ने कहा कि पुरोहित का पहला कदम होगा पीड़िता पर विश्वास करना। भले ही एक प्रलोभन सामने आ सकता है कि पुरोहित पीड़िता के पति को जानते हैं और उसे लगता है कि वे सज्जन व्यक्ति हैं। घरेलू हिंसा के पीड़ितों के लिए तत्काल आश्रय खोजने के लिए पुरोहितों को एक योजना बनाने की आवश्यकता है, जो एक परिवार हो सकता है जिसने एक गोपनीय और अस्थायी निवास प्रदान करने की पेशकश की हो।

एक अन्य कदम आपातकालीन सेवाओं, जैसे घरेलू हिंसा के लिए समर्पित एक विशेष हॉटलाइन को कॉल करना।

कौन सी बात किसी को दुर्व्यवहारी बनने की ओर ले जाता है?

डॉ. वेलांड के अनुसार, मुख्य जोखिम कारकों में से एक है जो लोगों को दूसरों के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए प्रेरित करता है, वह है एक ऐसे परिवार में उसकी परवरिश जहाँ घरेलू हिंसा होती है और वह उसे देखता है।  

"यदि आप एक ऐसे परिवार में रहते हैं जहाँ घरेलू हिंसा का इतिहास है - जिसे हम परिवारों में अंतर-पीढ़ीगत संचरण कहते हैं, जहाँ पिछली पीढ़ियों में हिंसा हुई है - कोई व्यक्ति सीमा पार कर रहा है और उस रेखा को पार किया जा रहा है, और इसे पार करना जारी है क्योंकि इसे रोकने के लिए कोई भी नहीं है।”

आसपास की संस्कृति में हिंसा भी किसी के प्रति हिंसक होने में योगदान दे सकती है।

डॉ. वेलांड ने कहा, एक पति या पत्नी जो  दुर्व्यवहार करते हैं उसके लिए वे जिम्मेदार हैं, लेकिन कलीसिया के पुरोहितों को भी उनकी देखभाल करनी चाहिए।

"वह भी एक इंसान है। ईश्वर उससे प्यार करते हैं, ”उसने कहा। "हमें इसपर काम करने की ज़रूरत है क्योंकि हमारे परिवार तब तक स्वस्थ नहीं होंगे जब तक हमारे साथ दुर्व्यवहार होता रहेगा।"

काथलिक शिक्षा हमें याद दिलाती है कि पुरुष और महिलाएं गरिमा में समान हैं और कलीसिया में धर्माध्यक्षों से लेकर पुरोहितों और लोक धर्मियों को घरेलू दुर्व्यवहार का जवाब देने में भूमिका निभानी है ।

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25 June 2022, 16:22