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प्रदर्शन करते आप्रवासी प्रदर्शन करते आप्रवासी 

स्पानी धर्माध्यक्षों ने बेहतर आप्रवासी नीति की अपील की है

स्पानी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने उन संघर्षों के लिए जाँच की अपील की है जिनमें मेलिला के स्पेन के उत्तरी अफ्रीकी विदेशी अन्तःक्षेत्र में 23 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने नई आप्रवासी नीति की अपील की है जो सभी लोगों की प्रतिष्ठा का सम्मानित करता है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

स्पेन, मंगलवार, 28 जून 2022 (रेई) ˸ शुक्रवार को मोरक्को से स्पेन के मेलिला में प्रवेश करने की कोशिश करते समय करीब 23 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गये।

पर्यवेक्षकों ने मोरक्को के सुरक्षा बलों पर उन आप्रवासियों के खिलाफ "अनुचित" हिंसा का प्रयोग करने का आरोप लगाया, जो प्रभावी रूप से यूरोप में सीमा के घेरे के माध्यम से अपना रास्ता बनाने की कोशिश कर रहे थे।

मेलिला और सेवटा स्पेन के अन्य उत्तरी अफ्रीकी क्षेत्र, अफ्रीकी महाद्वीप पर यूरोपीय संघ की एकमात्र भूमि सीमा है। त्रासदी ऐसे समय में हुई है जब आप्रवासियों ने घेर पर चढ़कर, तैरकर समुद्र तट पार करते हुए अथवा वाहनों में छिपकर स्पानी परिक्षेत्रों में प्रवेश करने का प्रयास किया।

स्पानी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने मानव जीवन खोने के लिए गहरा अफसोस व्यक्त किया है, घायलों के शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की कामना की है एवं उनके परिवारवालों के प्रति एकात्मता एवं सामीप्य व्यक्त किया है।

धर्माध्यक्षों ने स्वीकार किया है कि इस मुठभेड़ में मोरक्को और स्पानी सुरक्षा बलों के सदस्य भी घायल हुए हैं। उन्होंने अधिकारियों से अपील की है कि सच्चाई का ठीक- ठीक पता लगाया जाए तथा सही कार्रवाई की जाए ताकि ऐसी घटना फिर कभी न हो।

उन्होंने कहा, "हम सीमा के शहरों के निवासियों के लिए चिंता व्यक्त करते हैं और हम मलगा की धर्मप्रांतीय कलीसिया के लिए धन्यवाद देते हैं जो आप्रवासियों एवं शरणार्थियों का साथ दे रहे हैं।"

दयालुता एवं मानवीय दृष्टिकोण

वक्तव्य के केंद्र में दयालुता एवं मानवीय दृष्टिकोण है जो याद दिलाता है कि इसमें शामिल अधिकांश आप्रवासी सूडानी थे जो युद्ध और अकाल से भाग रहे थे।

धर्माध्यक्षों ने कहा, "इन हिंसक घटनाओं की अलग-अलग व्याख्याओं को देखते हुए, हम आपको आमंत्रित करते हैं कि उन्हें मानवीय दृष्टिकोण से देखा जाए।"

आप्रवासी प्रवाह के नियंत्रण की आवश्यकता को समझते हुए, हमें दुःख की कठिन परिस्थिति पर ध्यान देना है जिसमें हजारों उप-सहारा के आप्रवासी अपने आपको स्पेन की सीमा पर दूसरी ओर भीड़ में पाते हैं।      

संत पापा ने कहा, "वे आक्रमक नहीं हैं, वे मानव हैं जो यूरोप पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं, युद्ध और भुखमरी से भागते हुए, जो यूक्रेन में युद्ध के परिणामों, सूखा और जलवायु परिवर्तन के उथल-पुथल से बढ़ गया है।”

नये नियम

अतः स्पानी धर्माध्यक्षों ने प्रस्ताव रखा है कि यूरोपीय संघ के विधायक मानवीय त्रासदी को ध्यान में रखें और कलीसिया के सामाजिक सिद्धांत द्वारा दिए गए संकेतों के आधार पर नई आप्रवासन नीतियों को लागू करें।

"कलीसिया ने यूरोपीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों में कहा है कि हमें नई प्रवासन नीतियों को मानवीय बनाने और लागू करने की आवश्यकता है जो आप्रवासी दबाव की गंभीरता को ध्यान में रखते हैं।”

सहयोग और संयुक्त कार्य की मांग करते हुए धर्माध्यक्षों ने गौर किया कि "कई अफ्रीकी देशों में वीजा जारी करने के लिए जगह या संसाधनों की कमी है जहां से हजारों आप्रवासी आते हैं जो अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।"

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धर्माध्यक्षों ने कहा, "कलीसिया सभी राष्ट्रों की मदद करती है, मदद करने से जीवन बचता है।"

उन्होंने "कानूनी और सुरक्षित चैनलों के माध्यम से व्यवस्थित प्रवास के साथ-साथ युद्ध, संघर्ष और अकाल से पीड़ित देशों के साथ विकास सहयोग" की आवश्यकता व्यक्त की।

स्पेन के काथलिक धर्माध्यक्षों ने एक मानवीय दृष्टिकोण की अपील की है जो नये संकट की व्याख्या एवं सामना करता है। प्रत्येक मनुष्य की सुरक्षा की आवश्यकता और पहुंच के कानूनी और सुरक्षित तरीकों को तत्काल स्थापित करने की प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए।

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28 June 2022, 16:54