मानव तस्करों से यूक्रेनी महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा एक संघर्ष
जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 20 मई 2022 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन रेडियो के मार्कोनी भवन में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में गुरुवार को वेस्टमिन्स्टर के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल विन्सेन्ट निकोलास ने कहा कि मानव तस्करों से यूक्रेनी महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा एक महासंघर्ष है।
सन्त मर्था समूह
सन्त मर्था नामक काथलिक कलीसियाई समूह का कहना है कि मौजूदा सर्वोत्तम अधिनियमों को लागू करने से मानव तस्करी के शिकार लोगों को बचाने में मदद मिल रही है, तथापि, इस संकट का उन्मूलन, विशेष रूप से, युद्धरत क्षेत्रों में एक कठिन लड़ाई बनी हुई है।
हाल ही में लगभग 30 माताओं और बच्चों को उस समय बचाया गया जब एक माँ ने एक तस्करी-विरोधी पत्रक से प्राप्त एक नंबर पर कॉल कर महिलाओं और बच्चों को ले जा रही बस को रुकवा दिया। वेस्टमिन्स्टर के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल विन्सेन्ट निकोलास ने इसे मानव तस्करी संकट से निपटने हेतु सन्त मर्था समूह द्वारा लागू किए गए सर्वोत्तम अभ्यास के उदाहरण के रूप में साझा किया।
सन्त मर्था समूह के अध्यक्ष कार्डिनल निकोलास ने कहा कि यूक्रेन में जारी युद्ध के दौरान कई मौकों पर उनके समूह के प्रयासों से महिलाओं एवं बच्चों को मानव तस्करी के अभिशाप से बचाया गया है। उन्होंने बताया कि सन्त मर्था समूह युद्ध के आरम्भ होने के क्षणों से ही पोलैण्ड तथा लिथुआनिया की पुलिस के साथ सहयोग करता रहा है, ताकि शरण मांगने के लिये अपने देश का पलायन करनेवाले लोगों का शोषण न किया जाये।
महान चुनौती
कार्डिनल के अनुसार, "यह एक बहुत बड़ी चुनौती है।" उन्होंने कहा कि यूक्रेनी युद्ध के फलस्वरूप 60 या 70 वर्षों के बाद, यूरोप में सीमाओं के पार लोगों की सबसे बड़ी आवाजाही हुई है। एक "सकारात्मक" पहलू को साझा करते हुए कार्डिनल महोदय ने बताया कि सन्त मर्था समूह तथा पहले से ही स्थापित कुछ साझेदारियों की मदद से, कुछ ही घंटों के भीतर, सीमा पार करनेवालों को अवैध व्यापार के खतरों के खिलाफ चेतावनी दी जा सकी तथा उन्हें अपराधी संगठनों के जाल से बचाया जा सका।
कार्डिनल निकोलास ने बताया कि अधिकतर वे लोग मानव तस्करों एवं अपराधी संगठनों के जाल में फँस जाते हैं जो निर्धन एवं अशिक्षित हैं, इसलिये उन्होंने कहा कि लोगों को शिक्षित करना तथा उन्हें हर ख़तरे की जानकारी प्रदान करना अनिवार्य है ताकि वे किसी भी प्रकार की गुलामी, शोषण अथवा मानवीय शरीरंगों के दुष्ट व्यापार के शिकार न बनाये जायें।
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