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परिवार का प्रतीकात्मक तस्वीर परिवार का प्रतीकात्मक तस्वीर 

परिवारों की विश्वसभा की ओर ˸ ईश्वरीय कृपा पर भरोसा

परिवारों की 10वीं विश्व सभा की तैयारी हेतु 7 चिंतन एवं 7 लघु फिल्म तैयार किये गये हैं। रोम धर्मप्रांत के लोकधर्मी, परिवार एवं जीवन विभाग की देखरेख में इसे प्रस्तुत किया गया है। परिवारों की विश्वसभा रोम में 22 से 26 जून को सम्पन्न होगा।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

माता-पिता और पाँच बच्चों के परिवार की कहानी, जिनका घर जल कर राख हो गया और जिन्हें फिर से शुरू करना पड़ा।

यह जोनलुका और कतेरिया एवं उनके बच्चों की कहानी है, 2021 में क्रिसमस से पहले घर जल जाने के कारण उनका सब कुछ समाप्त हो गया था किन्तु उन्होंने ईश्वर पर भरोसा बनाये रखा।

जोनलुका याद करते हैं कि यह करीब शाम के भोजन का समय था, बच्चों ने चिल्लाया ˸ "पिताजी, पिताजी!" एक गाढ़ा धुँआ ने अपार्टमेंट को भर दिया था। आग भी जोरों से जल रही थी।"

उन्होंने तुरन्त सोचा, "कम से कम बच्चों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाए, यही काफी है, बाकी की चिंता नहीं की।"

कुछ ही मिनट में भी सड़कों पर आ गये थे, उनके पास न जूते थे न कपड़े, और उस दिन बारिश भी हो रही थी।

कुछ नहीं से पुनःजन्म

सड़क पर ही परिवार की यात्रा आगे बढ़ी और पुनर्जन्म शुरू हुआ। उनके पास कुछ भी नहीं था।

कतेरिना बतलाती हैं, "आग बुझानेवालों ने जब मुझे बतलाया कि घर में कुछ भी नहीं बचा है तब मैं थोड़ी खोयी हुई महसूस की।"

कुछ दिन उन्होंने अपने रिश्तेदार के घर में व्यतीत किया, उसके बाद क्लारेशियन धर्मबहनों के कॉन्वेंट में तब तक बिताया, जब तक कि किराये पर अपने लिए एक मकान नहीं ले लिये।

उन्होंने सोशल मीडिया एवं वाट्सऐप के माध्यम से मदद के लिए आग्रह किया। 

लोग तुरन्त मदद के लिए तैयार हो गये। कई लोगों की उदार मदद के द्वारा, यहाँ तक कि अनजान लोगों की सहायता से उन्हें कपड़े, मौलिक आवश्यकता की चीजें एवं आर्थिक मदद मिलने लगीं। लोगों की उदारता के कारण उन्हें कुछ भी खरीदना नहीं पड़ रहा था। 

जोनलुका कहते हैं, "घर जा चुका है लेकिन उससे अधिक मिल भी गया है। मैं एक शिल्पकार हूँ। मुझे पाँच महीनों से काम नहीं मिला है लेकिन अपने बच्चों के साथ अधिक समय बिताने का अवसर मिला है। एक पिता के रूप में मैं उनके लिए जो कर सकता हूँ वह है उन्हें सिखलाना। वे जो चाहते हैं वही करेंगे। एक स्थिति के बाद वे अपना रास्ता पकड़ेंगे, मैं इतिहास से आशा करता हूँ कि हमारे पास कई उदाहरण हैं। सारे अनुभवों ने मुझे अपनी भूमिका के बारे सोचने के लिए प्रेरित किया है और साथ ही ईश्वर के बेटे के रूप में भी, क्योंकि वे मेरी देखभाल करते हैं। मैं महान ईश्वर और महान पिता के द्वारा सुरक्षित हूँ।"   

एक परिवार जो घर जलने पर सब कुछ खोया, ईश्वर पर आस्था बनाये रखा

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05 May 2022, 16:13