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2022.05.03 यूआईएसजी के सौजन्य से 2022.05.03 यूआईएसजी के सौजन्य से 

'सर्वश्रेष्ठ समय और सबसे बुरे समय' के दौरान यूआईएसजी

सुपीरियर जेनरलों के अंतराष्ट्रीय संघ (यूआईएसजी) 2022 की आम सभा के दूसरे दिन, कार्यकारी समिति 2019 के बाद से हुई प्रगति पर रिपोर्ट करता है और कार्डिनल जोआओ ब्रेज़ डी अवीज़ ने पवित्र मिस्सा का अनुष्ठान किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 4 मई 2022 (वाटिकन न्यूज) : यूआईइसजी (सुपीरियर जेनरलों के अंतराष्ट्रीय संघ) की की आम सभा के दूसरे दिन "धर्मसभा यात्रा पर कमजोरियों को गले लगाना" विषय पर ध्यान केंद्रित करते हुए संत पापा फ्राँसिस के 27 अप्रैल के आम दर्शन समारोह के संदेश की गूंज सुनाई दी। सुबह की प्रार्थना रूथ पर केंद्रित थी जिसके माध्यम से ईश्वर ने बुजुर्ग नोएमी और उसके लोगों के लिए अपनी प्रतिज्ञा को पूरा किया।

सुबह की प्रार्थना के बाद, यूआईएसजी अध्यक्ष सिस्टर जोलांटा काफका और कार्यकारी सचिव सिस्टर पेट्रीसिया मर्रे ने 2019 से 2022 तक की गतिविधियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इन तीन वर्षों में अनुभव किये गये अप्रत्याशित कठिनाइयों को स्वीकार करते हुए, सिस्टर जोलांटा ने यह भी कहा कि वर्तमान संदर्भ भी अवसर प्रदान करता है।

"इन कठिन क्षितिजों के साथ, आगे बढ़ने के नए तरीके जैसे 'आपसी मदद,' 'सहयोग' और 'साझेदारी' धर्मसमाजों और संस्थानों के भीतर विकसित हुए। व्यक्तिगत रूप से टेबल के चारों ओर बैठ कर जो कार्य किया जाता है वह अब ऑन लाइन जूम के माध्यम से किया जाने लगा।

'जूम टेबल' और नेटवर्किंग

सिस्टर जोलांटा ने कहा कि इस जूम टेबल के आसपास कई अन्य संगठनों ने यूआईएसजी के साथ सहयोग किया, अपने पुरुष समकक्ष, यूएसजी के साथ संवाद, उनके संयुक्त आयोगों में "जीवन और मिशन के विभिन्न क्षेत्रों में विकास का नेतृत्व किया।"

सिस्टर पेट्रीसिया ने बताया कि अधिक उल्लेखनीय रूप से यूआईएसजी  द्वारा संचालित ऑनलाइन सत्रों में कम से कम 65,000 प्रतिभागी थे।

उन्होंने कहा,"हमने संस्कृतियों और भौगोलिक सीमाओं के पार धर्मसमाजों में नए रिश्तों के निर्माण को ऑनलाइन देखा है।"


यूआईएसजी प्रोजेक्ट 2019-2022

हालांकि यूआईएसजी को भी कोविद के कारण आय का नुकसान हुआ, लेकिन इसने कई धर्मसमाजों और संगठनों की उदारता से हर महाद्वीप पर ज़रूरतमंद धर्मसमाजों को लगभग 2 मिलियन डॉलर वितरित किया। 2019 की आम सभा के बाद से, यूआईएसजी अपने प्रायोजित विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से "नए बीज बो रहा है, विकास को पोषित कर रहा है और फल इकट्ठा कर रहा है।"

कुछ कार्यक्रम हाइलाइट किए गए : वकालत करने वाली धर्मबहनें; अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बच्चों की काथलिक देखभाल; देखभाल और सुरक्षा के लिए यूआईएसजी कार्यालय और यूआईएसजी / यूएसजी  देखभाल और सुरक्षा के लिए आयोग में शामिल;  ईशशास्त्री 29 धर्मबहनें धर्मसमाजी जीवन के विभिन्न पहलुओं पर गहन अध्ययन एवं खोज कर रही हैं; यूआईएसजी वेबसाइट को नया करना; ग्रह के लिए आशा की बुवाई, अब लौदातो सी 'एक्शन प्लेटफॉर्म का हिस्सा; तालिथाकुम ने अपनी 10वीं वर्षगांठ मनाई; 111 धर्मसमाजों से 149 धर्महनों ने यूआईएसजी द्वारा संचालित के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया और अंत में, इसने बदलती परिस्थितियों के कारण सिसिली में अपनी प्रवासी परियोजना को पुन: नवीनीकृत किया।

सिस्टर पेट्रीसिया ने एक नए कार्यक्रम की भी घोषणा की जो बुजुर्गों के साथ बातचीत करने के लिए संत पापा फ्राँसिस के निमंत्रण से प्रेरणा लेता है। उसने कहा, "यूआईएसजी और कॉनराड एन. हिल्टन फाउंडेशन ने बुजुर्ग बहनों की जरूरतों को निर्धारित करने के लिए एक परामर्श प्रक्रिया शुरू की है।"

सिस्टर जोलांटा ने एक बार फिर संवेदनशीलता के विषय को उठाते हुए रिपोर्ट का समापन किया। उन्होंने कहा कि धर्मबहनों को "अधिक मौलिक संवेदनशील" कहा जाता है।

उन्होंने कहा, "मानव त्रित्व परमेश्वर के स्वरूप और समानता में बना है, उसमें तीन अनंत रसातल हैं," इन रसातल में "पूर्णता के लिए जागरुकता," "गरीबी का जीवन" और "त्रित्व परमेश्वर के प्यार के लिए अतृप्त भूख" शामिल हैं।

"केवल पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा ही इस तिहरे रसातल को पूरी तरह और हमेशा के लिए भर सकते हैं।"

'एक साथ चलना... कार्यभार संभालना'

येसु के हृदय की सहायिका धर्मसमाज की सिस्टर नुरिया मार्टिनेज-गयोल फर्नांडीज ने फिर विषय के दूसरे भाग ‘धर्मसभा’ का परिचय दिया।

उसने कहा, एक धर्मसभा की आध्यात्मिकता का निर्माण विशेष तरीके से "एक साथ चलने से होता है जैसा कि   सिनॉडल कलीसिया "दुनिया की आध्यात्मिकता का प्रभार लेती है।

सुनने की सेवा

सिस्टर नुरिया ने कहा कि दूसरों और उनके शब्दों का स्वागत करना दुनिया के "कार्यभार संभालने" का पहला कदम है। बाइबिल स्वयं ईश्वर को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में चित्रित करती है जो अपने लोगों की सुनते हैं और जो वे सुनते हैं उससे प्रभावित होते हैं।

उसने कहा कि येसु ने स्वयं कनानी स्त्री की बात सुनी और इस प्रकार विनम्र संवाद का निर्माण किया जो एक "धार्मिक स्थान बनाता है जिसमें अन्य शामिल होते हैं," "सुनने की सेवा ... को पूरा करते हैं ... जो हम श्रोताओं के लिए श्रेष्ठ है।"

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04 May 2022, 16:12