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2022.05.24धर्माध्यक्षों की पवित्र भूमि समन्वय 2022.05.24धर्माध्यक्षों की पवित्र भूमि समन्वय   (agenzia SIR)

धर्माध्यक्षों की पवित्र भूमि समन्वय वार्षिक यात्रा जारी

पवित्र भूमि समन्वय (एचएलसी) इस सप्ताह अपनी वार्षिक तीर्थयात्रा कर रहा है। यात्रा, जो आम तौर पर जनवरी में होती है, जिसे महामारी के कारण दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया था, इस वर्ष 21 मई से शुरू हुई और 26 मई तक चलेगी।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

येरुसालेम, बुधवार 25 मई 2022 (वाटिकन न्यूज) : पवित्र भूमि की कलीसिया के समर्थन में धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के समन्वय, जिन्हें पवित्र भूमि समन्वय (एचएलसी) के रूप में जाना जाता है, धर्माध्यक्षों ने 21 मई को इजरायल और फिलिस्तीन के लिए अपनी वार्षिक एकजुटता तीर्थयात्रा की शुरुआत की। ईसाई फिलिस्तीनी पत्रकार शिरीन अबू अकलेह के परिवार के प्रति अपनी व्यक्तिगत संवेदना व्यक्त करने के लिए येरुसालेम उपनगर के बेत हनीना का दौरा किया।  

अल जज़ीरा के अनुभवी रिपोर्टर की 11 मई को कब्जे वाले वेस्ट बैंक में एक इजरायली सेना की छापेमारी को कवर करते हुए गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

मारे गए पत्रकार के परिवार के प्रति संवेदना

इंग्लिश धर्माध्यक्ष डेक्कन लैंग के नेतृत्व में एचएलसी प्रतिनिधिमंडल शनिवार शाम मेलकाइट धर्मप्रांत के "अल-लीका" प्रेरितिक केंद्र में एक समारोह में शामिल हुए।

शिरीन के भाई, एंटोन अबू अकलेह ने धर्माध्यक्षों को उनकी उपस्थिति और उनकी कलीसिया की निकटता के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने याद किया कि शिरीन एक उदार और विनम्र महिला थीं, जिन्होंने अपने काम को बड़ी व्यावसायिकता और समर्पण के साथ किया और उनकी मृत्यु की तत्काल जांच के अनुरोध को दोहराया।

हाल के दिनों में, वाटिकन राजदूत और लैटिन महाधर्माध्यक्ष दोनों 13 मई को अंतिम संस्कार के जुलूस में इजरायली पुलिस की हत्या और हिंसक घुसपैठ दोनों की कड़ी निंदा करने के लए अन्य ईसाई नेताओं के साथ शामिल हो गए।

अपनी ओर से, धर्माध्यक्ष लैंग ने शिरीन के परिवार के साथ एचएलसी की निकटता की पुष्टि की और उपस्थित लोगों को प्रार्थना में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। प्रार्थना के अंत में, धर्माध्यक्षों ने बेत हनीना केंद्र के युवाओं के एक समूह को भी बधाई दी।

स्थानीय ख्रीस्तीय समुदायों का समर्थन

26 मई तक चलने वाली यह यात्रा आम तौर पर जनवरी में होती है। यह पवित्र भूमि के ख्रीस्तीय समुदायों का समर्थन करने के उद्देश्य से 2000 से आयोजित किया गया है। इस क्षेत्र में रहने वाले ख्रीस्तीय समुदाय राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक कठिनाइयों का अनुभव करते हैं।

प्रार्थना, तीर्थयात्रा और अनुनय

समन्वय, पूरे यूरोप, उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका के धर्माध्यक्षों से बना है, जिसे 1990 के दशक के अंत में परमधर्मपीठ के निमंत्रण पर बनाया गया था। इसकी क्रिया तीन बिन्दुओं पर केंद्रित है: प्रार्थना, तीर्थयात्रा और अनुनय।

"प्रार्थना" वार्षिक बैठक की रूपरेखा है, जिसमें अक्सर विभिन्न धर्मविधि में पवित्र मिस्सा समारोह मनाया जाता है, स्थानीय काथलिक समुदायों के लिए "तीर्थयात्रा" बैठक का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें धर्माध्यक्ष कभी-कभी स्थानीय राजनीतिक नेताओं से भी मिलते हैं।

अंत में, "अनुनय" उनके काम को संदर्भित करता है जब वे अपने-अपने देशों में वापस जाते हैं, अर्थात् अपनी सरकारों, सांसदों, इजरायल और फिलिस्तीनी राजदूतों और मीडिया से पवित्र भूमि में ख्रीस्तियों के जीवन को प्रभावित करने वाले मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला के बारे में बात करते हैं।

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25 May 2022, 15:48